Start With Why: बिजनेस शुरू करने से पहले WHY का जवाब होना क्यों जरूरी है, बताती है ये किताब
Simon Sinek की लिखी किताब Start with why: How great leaders inspire everyone to take action‘, बताती है कि स्टीव जॉब्स, मार्टिन लुथर किंग और सैम वॉल्टन जैसे लीडर्स को कौन सी चीज बाकी लोगों से अलग बनाती है. इसका एक ही जवाब हैः WHY.
Simon Sinek की लिखी किताब Start with why: How great leaders inspire everyone to take action‘, बताती है कि स्टीव जॉब्स, मार्टिन लुथर किंग और सैम वॉल्टन जैसे लीडर्स को कौन सी चीज बाकी लोगों से अलग बनाती है. इसका एक ही जवाब हैः WHY.
Simon Sinek एक ब्रिटीश अमेरिकन ऑथर हैं और मोटिवेशनल स्पीकर हैं. उन्होंने Start With Why (2009) और The Infinite Game (2019) समेत 5 किताबें लिखी हैं. आइए जानते हैं उनकी किताब Start With Why से आंत्रप्रेन्योर्स के लिए किस मायने में काम आ सकती है.
किताब काफी सरल भाषा में लिखी हुई है, पूरे किताब को पढ़ते हुए बोरियत महसूस नहीं होती. हालांकि, कुछ चीजें जो मुझे थोड़ी अटपटी लगी, जिनका जिक्र मैंने नीचे किया है. उससे पहले किताब में क्या किया दिया गया है ये जान लेते हैं.Sinek ने इस किताब में कुछ ऐसे आईडियाज के बारे में बात की है जो वाकई दिलचस्प हैं.
किताब में बताया गया है कि इंसानी व्यवहार और उसके काम के तरीके को बहला फुसला कर या तो बदला जा सकता है या प्रेरित किया जा सकता है. प्रोत्साहन या दंड के जरिए किसी के व्ययवहार को बदला जा सकता है. हालांकि, इस तरह होने वाले बदलाव लंबे समय के लिए नहीं होते हैं और रिश्तों को लेन-देन का जरिया बना देते हैं.
दूसरा तरीका है, किसी प्रेरित करके उसके व्यवहार में बदलाव लाना. जब इंसान प्रेरित होकर व्यवहार बदलते हैं तो परिणाम लंबे समय तक चलने वाले होते हैं और लोगों की वफादारी को प्रेरित करते हैं. असुविधा और पीड़ा सहने के बाद, त्याग करने के बाद जो बदलाव व्यवहार में आते हैं वो लंबे समय तक इंसान के अंदर समाहित होते हैं.
Golden Circle Rule
कई लोग ये जानते हैं कि वो क्या कर रहे हैंं, कई ये जानते हैं कि कैसे कर रहे हैं लेकिन गिने चुने लोग ही होते हैं जो ये जानते हैं कि वो कोई काम क्यों कर रहे हैं.
लेखक इसे समझाने के लिए गोल्डन सर्कल के कॉन्सेप्ट का इस्तेमाल करते हैं. जो बताता है कि मानव मस्तिष्क कैसे काम करता है कि कैसे बड़े लीडर और ऑर्गनाइजेश किसी व्यवहार को प्रेरित करते हैं.
उनके मुताबिक कोई भी काम करने से पहले हमारे पास WHY का जवाब होना चाहिए, यानी हम ये काम क्यों कर रहे हैं, उसके बाद कैसे और क्या जैसे सवाल आते हैं.
उन्होंने एपल का उदाहरण देते हुए लिखा है कि एपल के हर प्रोडक्ट एक WHY का जवाब होते हैं. कम्प्यूटर से लेकर छोटे इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट सभी एक उद्देश्य, कारण को पेश करते हैं ना कि WHAT को.
सिमोन लिखते हैं कि जब आप WHY का जवाब पहले देते हैं तो आप अपने जैसे विचार वाले, उद्देश्य से मेल खाने वाले लोगों को साथ जोड़ते हैं. यही आपके लॉयल कस्टमर्स बनते हैं जो हर स्थिति में आपके साथ खड़े रहते हैं.
एपल अपने HOW को बदल देता है, WHAT को बदल देता है लेकिन उसका WHY कभी नहीं बदलता. वो कोई भी प्रॉडक्ट क्यों ला रहा है उसका जवाब हमेशा एक ही होता है. हालांकि कई आलचकों ने बार बार एपल का उदाहरण देने की वजह सिमोन की आलोचना भी की है. आप एक बार तो इस किताब को पढ़ सकते हैं.
किताब की कुछ प्रमुख बातेंः
- अगर WHY का जवाब नहीं है तो फैसला लेना मुश्किल होता है. जब भी संशय हो तब साइंस और डेटा ही सही रास्ता दिखा सकते हैं.
- WHY कुछ भी हो सकता है, जिस रास्ते पर आपको भरोसा हो वो भी आपके WHY का जवाब हो सकता है.
- लॉयल्टी, जो इंसान की सबसे कीमती इमोशनल वैल्यू होती है वो बायर के पास होती है ना की सेलर के पास.
- अगर आपने WHY का जवाब शब्दों में पिरो लिया तो फैसले लेना आसान हो जाएगा, आपके लिए भी और कस्टमर्स के लिए भी.
- लोग किसी शख्स या संस्था पर तब भरोसा करते हैं जब उन्हें लगता है कि ये शख्स अपने फायदे के इतर किसी सोच से प्रभावित है.
- अपने WHY का जवाब हासिल करना कोई अविष्कार नहीं बस एक खोज है, जो पहले से ही हमारे अंदर मौजूद होती है.
Edited by Upasana