भारत जल्द ही 4,000 से 5,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बन जायेगा : देसाई
भारत जल्द ही 4,000 से लेकर 5,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बन जायेगा। लंदन स्थित अर्थशास्त्री लार्ड मेघनाद देसाई का मानना है कि वर्तमान में भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 2,000 अरब डालर का है, लेकिन जल्द ही यह 5000 अरब डालर तक पहुंच जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय रीयल एस्टेट एक्सपो :आईरेक्स: के पहले संस्करण में यहां देसाई ने कहा, ‘‘कल्पना कीजिये सालाना सात प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करने पर भी भारतीय अर्थव्यवस्था प्रत्येक 10 साल में दोगुनी हो जायेगी और यदि यह 10 प्रतिशत की दर से बढ़ती है तो यह और तेज गति से बढ़ सकती है। यह बहुत कम समय में 4,000 से 5,000 अरब डालर की अर्थव्यवस्था बन सकती है।’’ उन्होंने कहा कि भारत और भारतीय समृद्ध, आत्मविश्वास वाले और वैश्विक बन रहे हैं। भारतीय आज धन का निवेश कर रहे हैं और दुनियाभर में संपत्ति की खरीदारी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विदेशी भी यहां काम करने के लिये आ रहे हैं और संपत्ति खरीदना चाहते हैं।
देसाई ने कहा कि दुनिया पूरे विश्वास के साथ भारत के बारे में सकारात्मक सोच रखती है और यहां कारोबारी संभावनाओं के बारे में तलाश करती है।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 1991 में जब मनमोहन सिंह :पूर्व प्रधानमंत्री: के समय में आर्थिक उदारीकरण की शुरआत की गई थी, तब यह खतरा माना जा रहा था कि विदेशी आयेंगे और छा जायेंगे। अब ऐसा कोई खतरा नहीं है।’’ आईरेक्स के निदेशक विमल आनंद ने कहा कि तीन दिन की प्रदर्शनी में करीब 45 प्रदर्शक भाग लेंगे। प्रदर्शनी काफी अमीर लोगों का लक्ष्य लेकर आयोजित की गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें प्रदर्शनी में 5,000 लोगों के आने की उम्मीद है और इस दौरान कुछ सौदे होने की भी उम्मीद है।’’ प्रदर्शनी में रीयल एस्टेट डेवलपर्स और संपत्तियों का विपणन करने वाली कंपनियां भाग लेंगी। ये कंपनियां अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप, यूएई, आस्ट्रेलिया और श्रीलंका से होंगी। इनमें डैमेक, एम्मार प्रापर्टीज, सोथेबायज इंटरनेशनल और त्रफलगार शामिल हैं। भारत की डीएलएफ, टाटा हाउसिंग और महिन्द्र लाइफस्पेसिज इसमें भाग लेंगी।