ब्रिटेन में कम उम्र के बच्चों के लिए बैन हो रहा है फेसबुक और ट्विटर
ब्रिटेन में 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाने की नहीं होगी इजाजत...
ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्डस में विधेयक पेश किया जाएगा और उस पर बहस होगी। सरकार का डेटा प्रोटेक्शन विधेयक कानूनी रूप से उस उम्र को शामिल करेगा, जिसमें बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खाते बनाने की इजाजत होगी।
हर महीने ब्रिटेन में बच्चों की अश्लील तस्वीरों के अपराध में 400 से अधिक गिरफ्तारियां होती हैं और करीब 500 बच्चों को ऑनलाइन यौन शोषण से बचाया जाता है।
आजकल इंटरनेट और तकनीक के आ जाने से हमारी जिंदगी काफी आसान हुई है, लेकिन इसके कई सारे दुष्प्रभाव हमें देखने को मिले हैं। खासतौर पर बच्चों पर। जिन बच्चों के हाथों में खिलौने और कॉमिक्स होनी चाहिए थी वे आज स्मार्टफोन लेकर उसमें बिजी रहते हैं। कई रिसर्चों में यह सामने आ चुका है कि बच्चों के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल खतरनाक साबित हो सकता है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए ब्रिटेन में 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अकाउंट बनाने की इजाजत नहीं होगी।
इसके लिए बकायदा कानून बनाया गया है। ब्रिटेन के हाउस ऑफ लॉर्डस में विधेयक पेश किया जाएगा और उस पर बहस होगी। सरकार का डेटा प्रोटेक्शन विधेयक कानूनी रूप से उस उम्र को सम्मिलित करेगा, जिसमें बच्चों को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खाते बनाने की इजाजत होगी। बाल यौन शोषण पर लगाम लगाने के लिए ऐसा कदम उठाया जा रहा है। लेकिन इस प्रस्ताव को सभी पार्टियों के सदस्य समर्थन करेंगे इस पर संदेह है। होम सेक्रेटरी ऐंर रूड बहुत जल्द ही इसके लिए अमेरिका में इंटरनेट कंपनियों के अधिकारियों से मिलने वाले हैं। लेकिन उनकी मुलाकात के पहले ही यह फैसला आया है।
उन्होंने 'द सन' अखबार में लिखा भी है कि चाइल्ड अब्यूज को रोकने के लिए सोशल मीडिया इंडस्ट्री के बड़े लोगों को सोचना चाहिए और जितना हो सके उस पर काम भी करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसे रोकना इन कंपनियों का नैतिक दायित्व है। क्योंकि टेक्नॉलजी से इस तरह के यौन शोषण की पहचान आसानी से हो सकती है। रूड ने कहा, 'हमें इस भयावह स्थिति से निपटने के लिए आपकी तकनीकी विशेषज्ञता और संसाधनों की आवश्यकता है. यह आपकी नैतिक जिम्मेदारी है।' चिल्ड्रन सोसाइटी की तरफ से दाखिल इस बिल पर बहस भी होगी।
ऑफकॉम की एक रिपोर्ट के मुताबिक 11 साल की उम्र वाले 43 बच्चों के पास सोशल मीडिया अकाउंट है। बीबीसी की रिपोर्ट में नए सरकारी आंकड़ों के आधार पर कहा गया है कि 2013 एवं 2017 के बीच लॉ एनफोर्समेंट एजेंसियों को भेजे गए और प्रौद्योगिकी कंपनी के सर्वरों पर पहचान की गई अभद्र फोटो की संख्या में 700 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। बीबीसी ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से बताया कि हर महीने ब्रिटेन में बच्चों की अश्लील तस्वीरों के अपराध में 400 से अधिक गिरफ्तारियां होती हैं और करीब 500 बच्चों को ऑनलाइन यौन शोषण से बचाया जाता है।
हालांकि नियम और कानून बनाकर बच्चों को इंटरनेट की पहुंच से दूर नहीं किया जा सकता है। इससे उन पर बुरा प्रभाव भी पड़ सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों के माता-पिता इस मामले में उन्हें बेहतर तरीके से समझा सकते हैं। जो कि ज्यादा फायदेमंद और पावरफुल हो सकता है। इससे सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों को आसानी से कम किया जा सकेगा।
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