विज्ञापन की दुनिया छोड़ हँसी के धंधे में नाम कमा रही हैं महिला स्टैंड-अप कलाकार नीति पाल्टा
जब हम स्टैंड-अप कामेडी की बात करते हैं तो हमारे मस्तिष्क में केवल पुरुष कलाकारों का नाम ही आता है, लेकिन पुरुषों की इस भीड़ में नीति पाल्टा ने अपना अलग स्थान बनाया है। वह देश की कुछ गिनी चुनी महिला स्टैंड-अप कॉमेडियन्स में से एक हैं। नीति विज्ञापन के क्षेत्र की एक अच्छी नौकरी में थीं, और जे डब्लू टी में वह वरिष्ठ कला निदेशक के रूप में अपने लीग में शीर्ष पर थी, लेकिन उनके खुद के शब्दों में, युवाओं को कोला की बिक्री कर के थक जाने के बाद... उन्होंने विज्ञापन के क्षेत्र से बाहर जाने का फैसला किया। उसके बाद जो हुआ उसे योजना नहीं कहा जा सकता था, और नीति को यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं है कि उनके इस फैसले के पीछे कोई रणनीति नहीं थी।
जब बच्चों का लोकप्रिय टीवी कार्यक्रम ‘Sesame Street’ भारत आया तो नीति विज्ञापन से 'गली गली सिम सिम' के लिए एपिसोड लेखन में चली गयी। नीति चार साल तक शो करती रहीं और उसके बाद उन्होंने 'Colin Mochrie' और 'Brad Sherwood show' में भाग लिया, जिसमें उन्होंने स्वेच्छा से मंच पर कही जा रही लाइनों के लिए मौके पर ही ध्वनि प्रभाव प्रस्तुत किया। और उसके आगे तो सब कुछ बस इतिहास है।
"मैंने शो के दौरान जो किया था वो काफी हास्यास्पद था, और उन्होंने स्वीकार किया कि आम तौर पर महिलाओं को इस प्रकार के शो में नहीं लिया जाता हैं, लेकिन मैं एक अपवाद थी। यह लगभग चार साल पहले की बात है और तब से मैंने देश विदेश में कई कार्यक्रमों में भाग लेकर या अपने द्वारा शो आयोजित कर के बहुत बड़ी संख्या में लोगों को अपनी प्रस्तुति से गुदगुदाया है।''
एक हास्य अभिनेता होना किसी भी अन्य प्रदर्शन कला से अगर कठिन नहीं है तो आसान भी नहीं है। नीति का कहना है कि वह जीवन में सदैव कुछ मज़ेदार की तलाश में रहती हैं और अगर चींजे ग़लत भी हो जा रही हों तो भी यह एक हास्य अभिनेता के रूप में मेरे लिए नई सामग्री होगी। नीति बताती हैं,
"हर कोई एक समूह या परिवार में हास्यास्पद हो सकता है, लेकिन मंच पर हास्यास्पद होने के लिए और बहुत कुछ चाहिए। मिसाल के तौर पर आप को पब में पीने और खाने के लिए आये कुछ अजनबी लोगों का मनोरंजन करना है और उन्हें हँसाना है। एक हास्य अभिनेता होने के लिए मोटी चमड़ी होना महत्वपूर्ण है। मैं कई बार अस्वीकार कर दी गयी थी।"
कॉमेडी शो को सुनने वाले लोगों का रवैया भी इसका एक कठिन हिस्सा है। नीति के अनुसार, चूंकि इसका सेटअप ही ज्यादातर खाने पीने के रूप में होता है, इस लिए लोग जोर से बात कर रहे होते हैं। वह कहती हैं,"यह रवैया अनुचित है, लेकिन उन्हें इस बात का एहसास भी नहीं होता कि वो किसी का अनादर कर रहें हैं। कॉमेडी में अगर आप ने पंच लाइन या मजाक ठीक से नहीं सुना तो आप कहेंगें, " कॉमेडियन ही बेकार था, हंसाया तो नही।"
एक सफल हास्य अभिनेता होने के लिए अभ्यास एक अनिवार्य है। नीति कहती हैं कि विषय की पहचान करने और लाइनों के लेखन के बाद प्रस्तुतिकरण का अभ्यास एक बहुत ही जरूरी हिस्सा है। नीति का मानना है कि हर बार नयी सामग्री के साथ प्रस्तुति दे पाना बहुत मुश्किल होता है। वो कहती हैं। "मज़ेदार बात यह है कि हर कोई एक ही गीत तो बार बार सुन सकता है, लेकिन अगर आप एक ही जोक दुबारा सुना दें तो वो बर्दाश्त नहीं कर पायेंगें"
नीति स्वीकार करती हैं कि कई बार उन्हें बहुत मुश्किल स्थिति का सामना करना पड़ा, जब दर्शकों को उनका जोक पसंद नहीं आया। उनके पास इस प्रकार कि समस्यायों का समाधान उनका मुस्कुरा कर सामना करना रहा है। दिल्ली की रहने वाली नीति कहती हैं, 'एक महिला हास्य अभिनेता होने के नाते अपनी प्रायः की जाने वाली समीक्षा की मैं अभ्यस्त हूँ। शो देखते हुए कुछ लोग टिप्पणी कर सकते हैं। जबकि अन्य कई मामलों में, लोग मेरे पास आते हैं और कहते हैं कि आपकी आवाज़ बहुत मज़बूत है और सच ये है कि हम आपकी इस बुलंद आवाज से प्यार करते हैं। सराहना करने वाले दर्शक कड़ी मेहनत का सबसे अच्छा इनाम होते हैं, क्योंकि जोक से उत्पन्न होने वाली उनकी हंसी और मुस्कराहट सबसे अधिक संतुष्टि देती हैं।
उनके जीवन का सबसे गौरवपूर्ण क्षण वो था जब हास्य अभिनेता के रूप में एक साल पूरा करने पर वो अपने प्रदर्शन को देखने के लिए माता-पिता को लेकर आयी थी, नीति मानती हैं कि उनके माता-पिता उनके कॉमेडी करने के फैसले से खुश नहीं थे और न ही उन्होंने नीति को कभी मंच पर देखा ही था। नीति बताती हैं, "मेरे पिताजी सेना के आदमी है, और वह इसको लेकर परेशान थे कि मैं यह सब क्यों कर रही हूँ? वो कहते थे कि तुम एक लेखक हो। उन्हें इस धारणा से निकलने में मुश्किल हो रही थी। मेरी माँ मेरी सुरक्षा को लेकर चिंतित थी। देर रात में यात्रा करना, शराब पिए हुए अजनबी लोगों से बात करना, भगवान जाने लोग क्या सोचेंगें? दिल्ली जैसी जगहों पर पैसे वाले लोग कभी-कभी बहुत कठोर और निष्ठुर हो जाते हैं।"
नीति से उनके दीर्घ कालीन योजना के बारे में पूछने पर वह स्वीकार करती हैं कि उनकी इस तरह की कोई योजना नहीं है। नीति मुस्कुराते हुए बताती हैं ,"मैं अनुभव करती हूँ कि कोई मार्गदर्शक सितारा है, जो मुझ पर नजर रखे हुए है। मैंने एक पटकथा भी लिखी है जिस पर सलमान खान को लेकर 'ओ तेरी' नामक फिल्म बनायी गयी है। इस फिल्म की पटकथा, कहानी और संवाद मैं ने ही लिखे हैं। लोग सलमान खान से मिलने के लिए 2-3 साल इंतज़ार करते हैं, और मैं अपनी पहली ही फिल्म की कहानी उनको सुना रही थी, और उन्होंने अपने जीजा अतुल अग्निहोत्री को इस पर फिल्म बनाने के लिए कहा।"
अपने शो के लिए काम करने के साथ ही नीति एक अवधारणा पर भी काम कर रही हैं, जिसका नाम है ‘Loony Goons’। ‘Loony Goons’ के माध्यम से नीति देश-विदेश के सभी हास्य कलाकारों को एक मंच पर ला कर देश में विभिन्न स्थानों पर उनका कार्यक्रम आयोजित करती हैं। नीति कहती है,"एक बार क्या हुआ कि एक लड़के ने मेरे शो के दौरान दिल्ली में मंच पर मुझे देखा और उसे मेरा शो पसंद आया। हास्य के क्षेत्र में मुंबई में बहुत कुछ हो रहा है, क्योंकि वहाँ एक कॉमेडी स्टोर हैं जहाँ लोग नियमित रूप से जाते हैं। वो लोग भी बाहर से कॉमेडियन को बुलाते रहे हैं। जबकि दिल्ली में कॉमेडी का ज्यादा दायरा नहीं है। और यह आदमी दिल्ली में इसी तरह का कुछ करना चाहता था, और इस प्रकार 'Loony Goons' का जन्म हुआ।"
चूंकि कॉमेडी उद्योग अभी देश में नया है, इसलिए नीति को लगता है कि वह इस क्षेत्र में बहुत कुछ कर सकती हैं। इवेंट मैनेजमेंट एजेंसियों और लोगों के साथ कॉमेडी के लिए टाई-अप जैसी कुछ सम्भावनाएँ नीति वर्तमान में तलाश रही हैं। अन्य महिलाओं के लिए, जो कॉमेडी को अपना पेशा बनाना चाहती हैं, नीति बहुत उत्साहित है। हँसी के इस धंधे में शामिल होकर नीति आज हज़ारों चेहरे पर हँसी और मुस्कान ला पाने को अपने जीवन का सौभाग्य मानती हैं। नीति साफ कहती है,
“आगे बढ़ें और इसे कर डालें। अगर आप एक खुश व्यक्ति हैं, तो आप हर किसी को खुश कर सकते हैं। निश्चित रूप से हम सभी हास्य कलाकार डरते हैं। हम इतने सारे दुखी और तनाव में जी रहे लोगों को देखते हैं। आप अगर एक मजाक बना कर दूसरों को हँसा सकते हैं तो कॉमेडी एक अच्छा विकल्प हैं।"