डॉक्टर दूल्हे ने फेरे से पहले मांगे 1 करोड़, लड़की ने भेज दिया वापस
हालांकि ऐन मौके पर शादी तोड़ना कुछ अटपटा सा लग सकता है। क्योंकि लोग सोचते हैं कि अब इतना खर्च कर ही दिया है तो थोड़ा और दे देंगे। इसी थोड़ा और दे देने की मानसिकता उन्हें ले डूबती है।
राजस्थान के कोटा की रहने वाले डॉ. अनिल सक्सेना की बेटी राशि सक्सेना ने दूल्हे की ओर से दहेज मांगे जाने पर शादी ही तोड़ दी। शादी के दिन लड़के वालों ने एक करोड़ रुपये नकद और गहनों की मांग की थी।
इसके बाद जब लड़के वालों को लगा कि बात बढ़ने वाली है तो उन्होंने माफी मांगनी शुरू कर दी। लेकिन राशि ने एक बार फैसला कर लिया था। इसके बाद राशि के घरवालों ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई।
भारतीय शादियों में शगुन के नाम पर दहेज मांगने की प्रथा कुछ ऐसी है कि इसके नाम पर न जाने कितनी लड़कियां जलाकर मार दी जाती हैं। लेकिन पहले से ही अगर व्यक्ति को पता चल जाए कि वे जिससे शादी करने जा रहे हैं वे दहेजलोभी हैं तो उनसे शादी न करने में ही भलाई है। हालांकि ऐन मौके पर शादी तोड़ना कुछ अटपटा सा लग सकता है। लोग सोचते हैं कि अब इतना खर्च कर ही दिया है तो थोड़ा और दे देंगे। इसी थोड़ा और दे देने की मानसिकता उन्हें ले डूबती है। राजस्थान के कोटा की रहने वाले डॉ. अनिल सक्सेना की बेटी राशि सक्सेना ने दूल्हे की ओर से दहेज मांगे जाने पर शादी ही तोड़ दी।
राशि के परिवार वालों ने बताया कि हाल ही में उन्होंने मुरादाबाद के तीर्थंकर मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर के पद पर तैनात डॉ. सक्षम मधोक से अपनी बेटी की शादी तय की थी। शनिवार को सगाई के दिन दूल्हे को एक कार और 10 10 ग्राम के सोने के 5 सिक्के दिए गए थे। लेकिन इससे वे नाखुश नजर आ रहे थे। दूल्हे के परिवार वालों ने कहा कि उन्हें थोड़े कैश मिल जाते तो बेहतर होता। राशि की मां ने बताया कि दूल्हे के माता-पिता ने बेशर्मी की हद पार करते हुए अपनी बेटी के लिए भी पैसे मांग लिए। शादी के दिन लड़के वालों ने एक करोड़ रुपये नकद और गहनों की मांग की थी।
लेकिन काफी सोच विचार करने के बाद यह तय हुआ कि यह शादी नहीं होनी चाहिए। राशि की मां ने एक वेब पोर्टल से बात करते हुए कहा कि उनकी इतना दहेज देने की क्षमता थी नहीं और दूसरी बात वे लोग कुछ संदिग्ध दिख रहे थे। इस पर उन्होंने राशि से इस बारे में चर्चा की तो उसने भी ऐसे घर में शादी करने से साफ इनकार कर दिया। हालांकि यह सब सोचते और तय करते शादी का दिन आ चुका था। दूल्हे पक्ष के लोग भी दहेज लेने को आतुर थे। शादी के फेरे के वक्त ही दूल्हे ने कह दिया कि उन्हें एक करोड़ कैश चाहिए तभी शादी होगी। इसके बाद राशि सीधे मंडप से उठ गई और अपने घरवालों से भी कह दिया कि वह यह शादी नहीं कर सकती।
राशि के परिवार का कहना है कि हम शादी की तैयारियों और दहेज पर पहले ही 30 से 35 लाख खर्च कर चुके हैं। इसके अलावा हमने लड़के को कार भी दी थी। दहेज की और मांग किए जाने के बाद दुल्हन के माता-पिता ने अपनी बेटी से बात की। उसने फोन पर दूल्हे से बात की। दूल्हे के अपने माता-पिता की मांग पर अड़े रहने के कारण दुल्हन राशि ने शादी से इनकार कर दिया। इसके बाद जब लड़के वालों को लगा कि बात बढ़ने वाली है तो उन्होंने माफी मांगनी शुरू कर दी। लेकिन राशि ने एक बार फैसला कर लिया था। इसके बाद राशि के घरवालों ने पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई।
लड़की के पिता डॉ. अनिल सक्सेना ने कहा कि इस घटना से उन्हें धक्का लगा। लेकिन उनके सभी रिश्तेदारों और दोस्तों ने माहौल को खुशनुमा बना दिया। जब लड़के वालों को वापस लौटा दिया गया तो उन्होंने मिलकर इस शादी टूटने को सेलिब्रेट किया। सबने यही कहा कि यह मातम नहीं खुशी मनाने का माहौल है। क्योंकि उस घर में जाकर वैसे भी राशि को प्रताड़ना सहनी पड़ती। इतना ही नहीं, कोटा के लोग भी राशि के समर्थन में आ गए। उनका कहना है कि राशि ने दहेजलोभियों को सही सबक सिखाया है। वे सभी उनके साथ खड़े हैं और राशि के फैसले से बेहद खुश भी हैं।
कोटा की अभिलाषा संस्था की प्रियंका ने इस पर कहा कि हम भले कितने ही जागरूक हो गए हों, लेकिन दहेज आज भी समस्या बना हुआ है। लड़कियों को अपने सही-गलत का फैसला करने की आजादी है और उसे निर्णय लेना चाहिए। लड़कियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं तो हम इस क्षेत्र में पीछे क्यों रहें। कोटा की वकील माही जैन का कहना है कि जिस परिवार ने इतनी निंदनीय हरकत की है, उस परिवार का खुलकर विरोध होना चाहिए, वहीं डॉक्टर होने के बाद भी इतनी निम्न सोच रखने वाले की डिग्री छीन लेनी चाहिए। ये कदम आगे लोगों को प्रेरणा देगा। हम कोटा की बेटी के साथ हैं।
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