BITS पिलानी से पढ़ कर निकले कपल ने इंस्टीट्यूट को दान किए 7 करोड़ रुपये
एक कपल ने अपने इंस्टीट्यूट के प्रति प्रेम और समर्पण दिखाते हुए 7 करोड़ रुपये दान कर दिए। हम बात कर रहे हैं बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी ऐंड साइंस (BITS) पिलानी से पढ़कर निकले कपल प्रशांत और अनुराधा की।
कॉलेज प्रशासन की तरफ से बताया गया कि किसी व्यक्ति द्वारा दिया गया यह अब तक का सबसे बड़ा डोनेशन है, जिसका इस्तेमाल रिसर्च संबंधी क्रियाकलाप में किया जाएगा।
हममें से हर किसी के लिए वो स्कूल, कॉलेज महत्वपूर्ण होते हैं जहां से हमने पढ़ाई की होती है। दरअसल ये वो संस्थान होते हैं जिनकी बदौलत हम जिंदगी में कुछ हासिल कर पाते हैं। इसके अलावा वहां की कुछ अनमोल यादें भी होती हैं जो ताउम्र हमारे साथ जुड़ी होती है। यही वजह है कि हर कोई अपने कॉलेज लाइफ को याद कर नॉस्टैल्जिक महसूस करता रहता है। लेकिन एक कपल ने अपने इंस्टीट्यूट के प्रति प्रेम और समर्पण दिखाते हुए 7 करोड़ रुपये दान कर दिए। हम बात कर रहे हैं बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी ऐंड साइंस (BITS) पिलानी से पढ़कर निकले कपल प्रशांत और अनुराधा की।
1878-83 बैच के इन कपल की मुलाकात पहली बार इसी कॉलेज में ही हुई थी, दोनों को प्यार हुआ और वे शादी के बंधन में बंध गए। अब दोनों अमेरिका में सेटल्ड हैं। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रशांत जहां यूएस बेस्ड रिफ्लेक्सिस सिस्टम कंपनी के फाउंडर और सीईओ हैं वहीं अनुराधा जूजू प्रोडक्शन की सीईओ हैं। दोनों ने अपने इंस्टीटीट्यूट के प्रति प्रेम और समर्पण दिखाते हुए 10 लाख डॉलर यानी करीब 7.1 करोड़ रुपये दान करने का फैसला किया।
कॉलेज प्रशासन की तरफ से बताया गया कि किसी व्यक्ति द्वारा दिया गया यह अब तक का सबसे बड़ा डोनेशन है, जिसका इस्तेमाल रिसर्च संबंधी क्रियाकलाप में किया जाएगा। यह घोषणा बैच की सालगिरह पर की गई जहां लगभग 200 एल्युम्नाई मौजूद थे। प्रशांत ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, 'हम अपने संस्थान को कुछ वापस करना चाहते थे जिसने हमें इस लायक बनाया।' वहीं उनकी पत्नी अनुराधा ने कहा, 'मुझे लगता है कि हमारे इस प्रयास से और भी पूर्व छात्र प्रेरित होंगे और संस्थान में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए अपनी तरफ से भी कुछ पहल करेंगे।'
इस मौके पर मौजूद बिट्स पिलानी के वाइस चांसलर प्रोफेसर सौविक भट्टाचार्य ने कहा कि यह डोनेशन ऐतिहासिक है। उन्होंने आगे कहा, 'इस पहल के साथ ही हम एक अभियान लॉन्च कर रहे हैं जिससे हम 100 करोड़ रुपये का एक रिसर्च फंड स्थापित किया जाएगा। इस फंड के जरिए रिसर्च संबंधी क्रियाकलाप को अच्छे से करने में मदद मिलेगी और छात्रों को काफी लाभ होगा।' 54 साल पुराने बिट्स की चार शाखाए हैं। इसके कैंपस पिलानी, गोआ, हैदराबाद औऱ दुबई में हैं।
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