बनें एक सफल आंत्रप्रेन्योर, लेकिन छोड़नी पड़ेंगी कुछ आदतें
कभी-कभी ऐसा समय भी आता है, जब बिज़नेस में सफलता पाने के लिए हमें अपनी कुछ ऐसी आदतें पीछे छोड़नी पड़ती हैं, जिन्हें छोड़ना नामुमकिन सा लगता है, लेकिन उन्हें छोड़े बिना आगे बढ़ पाना भी असंभव जान पड़ता है। इसलिए एक आंत्रप्रेन्योर के तौर पर आपको मालूम होना चाहिए, कि अपने बिज़नेस की बेहतरी और उसे आगे बढ़ाने के लिए आपको क्या करना है।
सफलता इंसान की चाहत पर नहीं, बल्कि उसकी मेहनत पर निर्भर करती है। फिर वो मेहनत किसी घर को बेहतर तरीके से चलाने के लिए की जाये या फिर किसी बिज़नेस की बेहतरी के लिए। इंसान की मेहनत ही उसकी सफलता की कहानी लिखती है, वरना अच्छे से अच्छा आइडिया भी फुस्स पड़ जाता है और यही बात आंत्रप्रेन्योर्स पर भी लागू होती है और ऐसे में सबसे ज्यादा ज़रूरी है उन आदतों से बचकर रहना जो आपकी सफलता में बाधक हैं।
"आप अपनी काबिलियत को निखारें। आप अपनी काबिलियत के बल पर दुनिया जीत सकते हैं। अपने बिज़नेस को जितनी अच्छी तरह आप समझते हैं उतनी अच्छी तरह कोई दूसरा नहीं समझ सकता"
एक आंत्रप्रेन्योर के तौर पर आप खुद ही अपने सबसे बड़े दोस्त हैं और सबसे बड़े दुश्मन भी। सूझ-बूझ के साथ उठाया गया आपका बेहतरीन कदम आपको ऊंचाईयों तक ले जा सकता है, लेकिन यदी वही कदम गलत पड़ गया तो आपकी सारी मेहनत पर पानी फिरने में देर नहीं लगती और सब खतम हो जाता है। ऐसे में ज़रूरी है कि आप अपनी काबिलियत को निखारें। आप अपनी काबिलियत के बल पर दुनिया जीत सकते हैं। अपने बिज़नेस को जितनी अच्छी तरह आप समझते हैं उतनी अच्छी तरह कोई दूसरा नहीं समझ सकता, लेकिन आपकी कुछ आदतों के वजह से आपको अपने बिज़नेस में नुक्सान उठाना पड़ सकता है। इसलिए आपको उन बातों से बचना होगा, जो आपकी सफलता में रोड़ा बनने का काम कर रही हैं। आईये जानें उन आदतों के बारे में जिनसे दूर रहना एक आंत्रप्रेन्योर के लिए सबसे ज़रूरी है।
सब पर अधिकार जमाने से बचें
यह बात इकदम सच है, आप जो कर रहे हैं वो अपनी काबिलियत के बल पर ही कर रहे हैं। आपके एक आईडिया ने आपकी दुनिया बदल दी और आपने स्टार्टअप की दुनिया में खुद को एक आंत्रप्रेन्योर के तौर पर खड़ा कर लिया। आप अपनी क्षमताओं और दूरदर्शिता के अनोखे मेल के साथ खुद में खास हैं, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है, कि काम से जुड़ी सभी चीज़ों पर आपका अधिकार है। यदि आप सचमुच ही सफलता पाना चाहते हैं, तो पहले खुद को सफल बनायें और खुद के भीतर से "सिर्फ मैं" और "मेरा" वाली भावना को बाहर निकाल दें। हक और अधिकार जमाना किसी काम की शुरुआत का अंत कर सकता है, ठीक उसी तरह जब संबंधों में अधिकार की बात आती है, तो संबंध खत्म हो जाते हैं।
मदद मांगने में संकोच कैसा
यदि आपको सफल आंत्रप्रेन्योर बनना है, तो किसी भी काम को अकेले करने से बचें। ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ें और आगे बढ़कर मदद मांगे। कभी-कभी ऐसा भी होता है, कि जो हमें मदद मांगने के काबिल नहीं लगता वो भी हमारे काम आ जाता है। सफल होना है, तो अकेले काम करने की आदत को छोड़ना पड़ेगा। याद रखें, किसी से मदद और सलाह मांगने में कोई बुराई नहीं है। जब आप मदद मांगने के लिए आगे आयेंगे, तो ऐसे कई दोस्त, साथी और जान-पहचान वाले मिल जायेंगे, जिन्हें आपके काम आने में खुशी होगी। एक बात हमेशा याद रखें, कि आंत्रप्रेन्योरशिप में सफलता पाना बेहद मुश्किल है, इसलिए हर जिम्मेदारी अपने कंधों पर डालकर बेवजह मुश्किलें बढ़ाने की गलती कभी न करें।
"आज नहीं कल" वाली आदत से रहें दूर
चीज़ों को टालते रहना इंसान की फितरत होती है, लेकिन जो लोग सफल होते हैं, वे हमेशा इस बात से दूर रहते हैं। उनके लिए जिस काम को आने वाले कल पर छोड़ना संभव हो पाता है, वे आज करने में यकीन रखते हैं। बिज़नेस चलाना कोई मज़ाक नहीं होता। हो सकता है आपको ईमेल कैंपेन के साथ डील करन या फिर वेबसाइट को मैनेज करना पसंद न हो लेकिन बिज़नेस को चलाने के लिए हर काम को आना और हर काम में दिलचस्पी होनी बेहद ज़रूरी है। जब तक आपकी अपने काम से जुड़ी चीज़ों में दिलचस्पी नहीं होगी, तब तक आप काम को टालते रहेंगे। याद रहे अपने काम को सही समय पर पूरा करें। काम को टालने की आदत आपके बिज़नेस पर नकारात्मक प्रभाव डालती है और आपको आपकी मंज़िल और टारगेट्स से दूर ले जा सकती है।
खुद को परफेक्ट दिखाना है सफलता का सबसे बड़ा दुश्मन
कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता। हर किसी से गलती हो सकती है, हर कोई कभी न कभी विफल हो सकता है। लेकिन एक सफल इंसान वही होता है, जो अपनी विफलताओं से सीखते हुए आगे बढ़ता है। ज़िंदगी चाहे कितनी बार भी गिराये, गिर कर उठ जाने का जुनून ही सफलता की सबसे बड़ी निशान है और इसके लिए ज़रूरी है खुद को परफेक्ट समझने की गलती कभी न करें। क्योंकि खुद को परफेक्ट दिखाने की गलती में आप रिस्क की चपेट में आ सकते हैं। कई बार ऐसा होता है, आप को वो काम करना आता भी नहीं, जिसे खुद को परफेक्ट दिखाने के लिए आप अपने कंधों पर उठा लेते हैं। हमेशा दूसरे से सीखना चाहिए और अपनी गलतियों से भी। कभी-कभी खुद को एकदम नासमझ बनाकर दूसरों से शुरू से सीखने की कोशिश करें।
अपनी तुलना दूसरों से न करें
सफल लोग दूसरों को प्रेरणा देेने के लिए होते हैं। उनकी सफलता से आप अपने बिजनेस के रास्ते में आने वाली मुश्किलों को हल करने के तरीके सीख सकते हैं। आप उनसे सफल होना तो सीख सकते हैं, लेकिन उनकी तरह खुद को बनाने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है। क्योंकि हर व्यक्ति अपने आप में दूसरों से अलग होता है और किसी के जैसा बनने की कोशिश में वह अपना असली व्यक्तित्व खोने लगता है। दूसरों को आदर्श मानें, लेकिन उनसे अपनी तुलना कभी न करें। दूसरे प्रेरणा लेने के लिए होते हैं, होड़ लगाने के लिए नहीं। जिस दिन से आप तुलना करने लगेंगे उस दिन से एक अजीब तरह की कुंठा को अपने आस-पास पायेंगे।
बंद करें शिकायतें करना
यदि आपको हमेशा किसी न किसी बात से शिकायत रहती है, तो अपनी इस आदत को सुधार लें। हमेशा शिकायत करते रहने से आप सिर्फ चीजों के नकारात्मक पहलुओं पर ही ध्यान दे पायेंगे। इस आदत के कारण आप कभी किसी की सराहना नहीं कर सकते। ऐसे में दूसरे लोग कुछ समय बाद आपका साथ छोड़ देते हैं। यदि आप सफल होना चाहते हैं, तो शियकात करने से पहले दूसरों की खूबियों पर ध्यान देना शुरू करें।
फिज़ूल खर्चों और आदतों से रहें दूर
बज़ार तो हमेशा बिकने के लिए तैयार रहता है। हर दिन वहां पुराना जाता है, नया आता है। लेकिन हर नई चीज़ के पीछे भागना और उसे अपनी ज़िंदगी का हिस्सा बना लेना समझदारी नहीं। जितनी ज्यादा ये बात गृहस्थी चलाने के लिए लागू होती है उतनी ही बिज़नेस चलाने के लिए भी। चूंकि आप एक स्टार्टअप में आंत्रप्रेन्योर की भूमिका निभा रहे हैं, तो अपनी उन आदतों से दूर रहने की कोशिश करें, जो आपकी जेब खाली करने काम करती हैं।