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7 साल की यह बच्ची 10 चक्का ट्रक समेत चला लेती है 17 तरह की गाड़ियां

7 साल की यह बच्ची 10 चक्का ट्रक समेत चला लेती है 17 तरह की गाड़ियां

Friday August 10, 2018 , 3 min Read

रिफाह की उम्र सिर्फ 7 साल है लेकिन वह 17 तरह की गाड़ियां चला लेती है। इतनी कम उम्र की बच्ची ने तरह-तरह की गाड़ियां चलाने का रिकॉर्ड तो अपने नाम किया ही है साथ ही वह पूरी दुनिया को अचंभित भी कर रही है।

रिफाह तकसीम

रिफाह तकसीम


हालांकि रिफाह की उम्र अभी काफी कम है इसलिए उसे सरकार की अनुमति के लिए इंतजार करना पड़ा। पिता ताजुद्दीन ने उसके लिए सीट को मोडिफाई किया ताकि पैर आसानी से ब्रेक और एक्सलरेटर तक पहुंच सके।

एक कहावत है कि उम्र तो बस एक संख्या है, कहने का मतलब इसका किसी की प्रतिभा से कोई लेना देना नहीं होता। इस बात को साबित किया है कर्नाटक के मैसूर में रहने वाली रिफाह तकसीन ने। रिफाह की उम्र सिर्फ 7 साल है लेकिन वह 17 तरह की गाड़ियां चला लेती है। इतनी कम उम्र की बच्ची ने तरह-तरह की गाड़ियां चलाने का रिकॉर्ड तो अपने नाम किया ही है साथ ही वह पूरी दुनिया को अचंभित भी कर रही है।

मैसूर के बन्नीमंटाप में सेंट जोसेफ स्कूल की दूसरी कक्षा की छात्रा रिफाह अपने पिता को अपना प्रेरणास्रोत मानती है। उसके पिता ताजुद्दीन कभी रेसर हुआ करते थे। फिलहाल वह टाइल्स का बिजनेस करते हैं। वहीं रिफाह की मां एक सरकारी स्कूल में अध्यापिका हैं। रिफाह लॉरी, महिंद्रा बोलेरो, टाटा एस, महिंद्रा स्कॉर्पियो, टॉयोटा फॉर्च्युनर, मारुति 800, मारुति वैन, मारुति एस्टीम, जेन, सैंट्रो, फोर्ड, वेरना, इंडिका के साथ-साथ स्पोर्ट्स कार क्वॉड बाइक भी चला चुकी है। इस कारनामे की वजह से 6 नवंबर 2017 को उसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में जगह मिली।

अपने पिता ताजुद्दीन के साथ रिफाह

अपने पिता ताजुद्दीन के साथ रिफाह


हालांकि रिफाह की उम्र अभी काफी कम है इसलिए उसे सरकार की अनुमति के लिए इंतजार करना पड़ा। पिता ताजुद्दीन ने उसके लिए सीट को मोडिफाई किया ताकि पैर आसानी से ब्रेक और एक्सलरेटर तक पहुंच सके। अभी हाल ही में रिफाह ने बन्नीमंटाप के ईदगाह मैदान पर 15 मिनट तक दस चक्का ट्रक भी चलाया जिसकी ट्रेनिंग पिता ने दी थी। ताजुद्दीन बताते हैं कि उनका सपना एक रेसर बनने का था, लेकिन कई वजहों से वे ऐसा नहीं कर सके। अब वे अपनी बेटी को इंटरनेशनल रेसक बनाने का सपना देख रहे हैं।

न्यूज कर्नाटक को दिए एक इंटरव्यू में रिफाह ने कहा अपने माता-पिता और आगे की योजनाओं के बारे में बात की। उसने कहा, 'यह सब मेरे पापा की बदौलत संभव हुआ। उन्होंने मेरा उत्साह बढ़ाया और हर एक कदम पर मेरा साथ दिया। यही वजह है कि मैं इतना कुछ हासिल कर पाई। मैं अभी बहुत कुछ करना चाहती हूं और अपने माता-पिता को गौरवान्वित करवाना चाहती हूं। आने वाले समय में मैं कार रेसिंग में हिस्सा लूंगी।' 7 साल की उम्र में दुनिया को हैरान कर देने वाली रिफाह बड़ी होकर फाइटर पायलट बनना चाहती हैं। वैसे भी जिसके इरादे मजबूत होते हैं उसके लिए कोई भी मंजिल मुश्किल कहां होती है।

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