डब्ल्यूजीएफ देगा भारत में लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा
व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन (डब्ल्यूजीएफ) एक गैर लाभकारी संगठन है, जो वैश्विक चुनौतियों का प्रौद्योगिकी आधारित समाधान निकालने तथा ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों से पढ़ कर निकले छात्रों द्वारा शुरू किए गए एक अमेरिकी लाभकारी संगठन ने भारत के पांच राज्यों में वंचित समुदायों के बीच लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए भारत के सबसे बड़े शैक्षिक गैर सरकारी संगठन के साथ हाथ मिलाया है।
व्हील्स ग्लोबल फाउंडेशन (डब्ल्यूजीएफ) एक गैर लाभकारी संगठन है जो जल, स्वास्थ्य, शिक्षा, उर्जा, जीवन शैली तथा निरंतरता के छह क्षेत्रों में वैश्विक चुनौतियों का प्रौद्योगिकी आधारित समाधान निकालने तथा ग्रामीण समुदायों के उत्थान के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने पर ध्यान केंद्रित करता है।
डब्ल्यूजीएफ ने अपने एक बयान में बताया है, कि वह साझेदारी के माध्यम से प्रथम के सेकंड चान्स प्रोग्राम को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। यह प्रोग्राम 14 साल तक की उम्र की बच्चियों और बीच में ही स्कूल छोड़ देने वाली छात्राओं को उनकी माध्यमिक स्कूल की पढ़ाई पूरी करने में तथा डिजिटल अध्ययन संसाधनों के प्रावधानों के माध्यम से 10वीं कक्षा का डिप्लोमा हासिल करने में मदद करता है। बीच में ही स्कूल की पढ़ाई छोड़ देने वाली छात्राओं की मदद के लिए सेकंड चान्स प्रोग्राम को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से प्रथम के साथ साझेदारी के बारे में डब्ल्यूजीएफ के अध्यक्ष हितेन घोष ने बताया ‘डिजिटल माध्यम से पढ़ाने पर युवा अपनी गति से पढ़ पाते हैं जो कि महत्वपूर्ण है।’
प्रथम वर्तमान में भारत के नौ राज्यों, आंध्रप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्यप्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में 200 शिक्षण स्थलों से जुड़े 33 केंद्रों का संचालन कर रहा है, जिसका उद्देश्य बीच में ही स्कूल की पढ़ाई छोड़ देने वाली छात्राओं की मदद करना है।
नयी भागीदारी इनमें से पांच राज्यों में करीब 1,700 छात्रों को डिजिटल माध्यम से पढ़ने में मददगार होगी।