सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाला प्लेटफॉर्म SarkariExam की कैसे हुई थी शुरुआत
वैसे तो ऑनलाइन नौकरी की जानकारी के लिए कई सारे प्लेटफॉर्म हैं, लेकिन SarkariExam एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो काफी तेजी से युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है। SarkariExam की स्थापना करने वाले शख्स का नाम अर्पित सेठ है, जो कि वाराणसी के रहने वाले हैं। अर्पित के अंकल सरकारी नौकरियों के फॉर्म बेचते थे और इस काम में कभी-कभी अर्पित भी उनकी मदद कर देते थे।
एक इंजिनियर होने के नाते अर्पित ने फैसला किया कि वे युवाओं तक संदेश पहुंचाने के लिए अलग-अलग माध्यमों का इस्तेमाल करेंगे। इसीलिए उन्होंने वॉट्सऐप का इस्तेमाल किया और सिर्फ एक माह के भीतर उन्होंने एक लाख स्टूडेंट्स को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया था।
भारत में लाखों लोगों को लिए सरकारी नौकरी सिर्फ आय अर्जित करने का जरिया नहीं होती बल्कि यह उनके लिए सुरक्षा, सम्मान और गर्व का प्रतीक होता है। खासतौर पर टियर-2 शहरों और कस्बों में सरकारी नौकरी का एक अलग ही क्रेज होता है। इन कस्बों और छोटे शहरों के युवाओं को सरकारी नौकरी की जानकारी लेने के लिए पहले पत्रिकाओं, अखबारों या रोजगार समाचार का इंतजार करना पड़ता था, लेकिन अब अधिकतर युवा अपने स्मार्टफोन पर ही सरकारी नौकरी से जुड़ी जानकारी हासिल कर लेते हैं। वैसे तो ऑनलाइन नौकरी की जानकारी के लिए कई सारे प्लेटफॉर्म हैं, लेकिन SarkariExam एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जो काफी तेजी से युवाओं के बीच लोकप्रिय हो रहा है।
SarkariExam की स्थापना करने वाले शख्स का नाम अर्पित सेठ है जो कि वाराणसी के रहने वाले हैं। अर्पित के अंकल सरकारी नौकरियों के फॉर्म बेचते थे और इस काम में कभी-कभी अर्पित भी उनकी मदद कर देते थे। बाद में अर्पित ने अपनी पढ़ाई पूरी की और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनी में नौकरी करने लगे। नौकरी के दौरान उन्हें 'स्टार्टअप' नामक शब्द से रूबरू होने का मौका मिला। अर्पित भी सोच रहे थे कि वह भी अपना स्टार्टअप शुरू करें। वे कहते हैं, 'मैं सोच ही रहा था कि क्या किया जा सकता है, तभी मेरे दिमाग में आया कि क्यों न एक ऐसा प्लेटफॉर्म बनाया जाए जहां युवाओं को सरकारी नौकरी, रिजल्ट्स, एडमिट कार्ड जैसी सारी जानकारी मिल जाए।'
तो इस तरह से SarkariExam का जन्म हुआ। अर्पित ने 2009 में SarkariExam की शुरुआत की थी और इसके दो साल बाद 2011 में इसने काम करना शुरू किया। शुरू के कुछ साल तो अर्पित को समझने में लग गए। वे इस पूरे बिजनेस को काफी संजीदगी से समझने की कोशिश कर रहे थे। अर्पित बताते हैं कि उन्हें शुरू में इंटरनेट कनेक्टिविटी और बिजली की समस्या से जूझना पड़ा। वे 2015 तक इस कमी से जूझते रहे। हालांकि अच्छे कंटेट राइटर्स और टेक्निकल टैलेंट की व्यवस्था करना उनके लिए आज भी चुनौती बना हुआ है।
एक इंजिनियर होने के नाते अर्पित ने फैसला किया कि वे युवाओं तक संदेश पहुंचाने के लिए अलग-अलग माध्यमों का इस्तेमाल करेंगे। इसीलिए उन्होंने वॉट्सऐप का इस्तेमाल किया और सिर्फ एक माह के भीतर उन्होंने एक लाख स्टूडेंट्स को अपने प्लेटफॉर्म से जोड़ दिया था। अर्पित कहते हैं, 'शायद हम क्रोम और सफारी पुश नोटिफिकेशन भेजने वाले पहले प्लेटफॉर्म थे। हमने एक सप्ताह के भीतर 25,000 सब्स्क्राइबर्स को जोड़ लिया था। हमने कुछ सौ विजिटर्स के साथ शुरुआत की थी और आज हमारी साइट पर हर महीने लगभग सवा करोड़ लोग विजिट करते हैं।'
जानकारी प्रदान करने का तरीका
अर्पित को पता था कि उन्हें सभी सरकारी नौकरियों की सारी जानकारी एक आसान तरीके से लोगों तक पहुंचानी है और इसलिए उन्होंने ऐसे लोगों को अपने साथ जोड़ना शुरू किया जो या तो सरकारी नौकरी पा चुके थे या फिर सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे थे। वे सरकारी नौकरियों की जानकारी जुटाने के लिए अखबार से लेकर पत्र-पत्रिकाओं और यहां तक कि ऑनलाइन पोर्टल को भी खंगालते थे। हालांकि अर्पित के अंकल इसी पेशे में थे तो उन्हें जानकारी जुटाने में ज्यादा दिक्कत नहीं हुई।
अर्पित का दावा है कि भारत में सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाली लगभग 10 वेबसाइट्स हैं और उनका प्लेटफॉर्म SarkariExam पहले नंबर पर है जो मुफ्त में लाखों युवाओं को सरकारी नौकरी से जुड़ी जानकारी मुहैया करवाता है। वे आगे बताते हैं कि लाखों युवाओं के इनबॉक्स या मेलबॉक्स में सीधे सरकारी नौकरी से जुड़ी जानकारी न्यूजलेटर के रूप में रोजाना पहुंचाई जाती है। इससे कुल मिलाकर हर महीने लगभग सवा करोड़ पेज व्यू मिल जाते हैं।
अर्पित बताते हैं कि उन्हें कई सारे विज्ञापन स्रोतों से आय होती है। उनका दावा है कि सभी स्रोतों से उन्हें कमीशन के तौर पर 60 प्रतिशत की आय होती है। दूसरे क्लाइंट्स के लिए वे 5 से 10 लाख रुपये का विज्ञापन शुल्क लेते हैं। उनका कहना है कि SarkariExam के 50 फीसदी रेवेन्यू की ग्रोथ के साथ आगे बढ़ रहा है। एक समय ऐसा था जब SarkariExam इकलौता पोर्टल था लेकिन आज सरकारी एग्जाम और नौकरियों की जानकारी उपलब्ध कराने वाले कई सारे प्लेटफॉर्म खुल गए हैं इनमें ऑनलाइन तैयारी, करियर पीपल, फ्री जॉब अलर्ट मुख्य हैं।
रिसर्च एजेंसी केपीएमजी और गूगल की एक रिपोर्ट के मुकाबिक आने वाले समय में ऑनलाइन जॉब मार्केट वर्तमान 1.2 अरब डॉलर की तुलना में दोगुना हो जाएगा। अर्पित बताते हैं कि उन्होंने अपना यूट्यूब चैनल भी लॉन्च कर दिया है जहां वे छात्रों को फ्री में नौकरी की तैयारी करवाते हैं। वे कहते हैं, 'हम इस क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता बढ़ाना चाहते हैं। आने वाले समय में हम फ्री ऑनलाइन टेस्ट सीरीज भी उपलब्ध कराएंगे।'
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