आपको पता है खराब खाने की शिकायत करने वाले जवान तेज बहादुर इन दिनों क्या कर रहे हैं?
कुछ दिनों पहले बीएसएफ में खराब खाने को लेकर फेसबुक पर लाइव विडियो पोस्ट करने के आरोप में निष्कासित जवान तेज बहादुर तो आप सबको याद ही होंगे। क्या आप जानते हैं कि वे इन दिनों क्या कर रहे हैं?
हरियाणा के रेवाड़ी में रहने वाले तेज बहादुर ने इस साल की शुरुआत में 9 जनवरी को एक विडियो पोस्ट करते हुए जवानों को मिलने वाले खाने की शिकायत की थी।
उन्होंने खाली हल्दी और नमक वाली दाल और साथ में जली हुई रोटियां दिखाते हुए खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाए थे। इसके बाद यह विडियो काफी वायरल हो गया था और पूरे देश में इसकी चर्चा हुई थी।
सेना से बर्खास्त होने के बाद तेज बहादुर अपने घर वापस आ गए थे जिसके बाद उन्होंने 'फौजी एकता कल्याण मंच' नाम से एक एनजीओ बनाया।
कुछ दिनों पहले बीएसएफ में खराब खाने को लेकर फेसबुक पर लाइव विडियो पोस्ट करने के आरोप में निष्कासित जवान तेज बहादुर तो आप सबको याद ही होंगे। क्या आप जानते हैं कि वे इन दिनों क्या कर रहे हैं? दरअसल सेना से बर्खास्त होने के बाद तेज बहादुर अपने घर वापस आ गए थे जिसके बाद उन्होंने 'फौजी एकता कल्याण मंच' नाम से एक एनजीओ बनाया। यह एनजीओ उन सैनिकों की मदद करने के लिए बनाई गई है जिन्हें बिना की पुख्ता वजह के बर्खास्त या निष्कासित कर दिया जाता है। सैनिकों के साथ बुरा बर्ताव होने पर भी तेज बहादुर की यह संस्था मदद करेगी।
हरियाणा के रेवाड़ी में रहने वाले तेज बहादुर ने इस साल की शुरुआत में 9 जनवरी को एक विडियो पोस्ट करते हुए जवानों को मिलने वाले खाने की शिकायत की थी। उन्होंने लाइव विडियो में दिखाया था कि कैसे जवानों को कम गुणवत्ता वाला खाना दिया जा रहा था। उन्होंने खाली हल्दी और नमक वाली दाल और साथ में जली हुई रोटियां दिखाते हुए खाने की क्वॉलिटी पर सवाल उठाए थे। इसके बाद यह विडियो काफी वायरल हो गया था और पूरे देश में इसकी चर्चा हुई थी। जिसके बाद आंतरिक जांच करके उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था।
तेज बहादुर बताते हैं कि सेना में अगर अफसरों द्वारा सैनिकों का शोषण किया जाता है तो उसके खिलाफ उनकी संस्था पूरी मजबूती से लड़ेगी। साथ ही अगर किसी सैनिक को बिना वजह कोर्ट मार्शल किया जाता है तो उस सैनिक को न्याय दिलाने में ये संस्था सहायता करेगी। उन्होंने उसी दौरान एक और वीडियो जारी किया था जिसमें उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा था कि क्या भ्रष्टाचार का खुलासा करने की वजह से उन्हें सजा दी जा रही है? तेज बहादुर के परिवार ने आरोप लगाया था कि जवान को धमकाया जा रहा है और उन्हें मानसिक यातना दी जा रही है। वहीं, पत्नी ने आरोप लगाया था कि उन्हें उनके पति से मिलने नहीं दिया जा रहा।
हालांकि जब ये मामला उठा था तो तेज बहादुर ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। बल्कि उन्हें निर्देश दिया गया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, वे बीएसएफ नहीं छोड़ सकते। इसके विरोध में तेज बहादुर राजौरी स्थित मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। उन पर सीमा सुरक्षा बल का अनुशासन तोड़ने को लेकर जांच की गई थी और फिर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। वहीं बर्खास्त होने के बाद तेज बहादुर ने कहा था कि वह न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा था कि उनकी लड़ाई सारे सैनिकों के लिए है।
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