दवाओं को आसानी से उपलब्ध करा रहा है ई-कॉमर्स
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने कहा है कि भारत में ई-कॉमर्स के विकसित होने से ऑनलाइन फार्मेसी का व्यापार बहुत तेजी से बढ़ रहा है जिसकी वजह से फार्मास्यूटिकल दवाओं की उपलब्धता आसान हो गई है और इसका दुरपयोग भी बढ़ गया है।
एनसीबी ने शुक्रवार को प्रकाशित हुई 2015 के अपने वाषिर्क रिपोर्ट में कहा है कि हाल के समय में भारत में बड़े पैमाने पर फार्मास्यूटिकल दवाओं की उपलब्धता बढ़ गई है और यह समस्या देश के पूर्वोत्तर और उत्तर पश्चिम क्षेत्र में ज्यादा गंभीर है।
एनसीबी ने कहा, ‘‘अमेरिका, यूरोप में अवैध वेबसाइट (इंटरनेट फार्मेसी) स्थापित हो चुके हैं, जिसकी वजह से इंटरनेट पर दवाओं का अनियंत्रित व्यापार हो रहा है और यह भारत में अपनी जड़ें जमा चुका है।’’ एनसीबी ने कहा, ‘‘ये ऑनलाइन फार्मेसी भारत में ग्राहकों के दवाओं के ऑर्डर को एजेंट को स्थानांतरित कर देते हैं। इसके बाद एजेंट वैध या अवैध स्रोतों से दवाओं को खरीदते हैं और फिर मेल या कूरियर के माध्यम से ग्राहकों को भेज देते हैं।’’
रिपोर्ट में कहा गया, ‘‘इंटरनेट फार्मेसी अपने आयोजकों की पहचान को छिपाकर रखते हैं। भारत में एनसीबी या तो अपने दम पर या फिर बाहर के एजेंसियों के साथ मिलकर पिछले कुछ वर्षों से प्रत्येक वर्ष कम से कम एक फार्मेसी का भंडाफोड़ करता है।’’