स्टार्टअप के लिये भर्ती करना काफी चुनौतीपूर्ण है और आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिये
आज हम आपको बताते हैं कि स्टार्टअप्स के लिये भर्तियां करने के दौरान आपको औरों से अलग क्या कुछ करना चाहिये।
स्टार्टअप में काम करने के लिये किसी को भर्ती करना इतना आसान काम नहीं है और प्रप्येक उद्यमी इस कटु सत्य से समय के साथ रूबरू होता है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम भर्तियों के काम को आगे बढ़ाते समय काॅरपोरेट मानसिकता के साथ कदम आगे बढ़ाते हैं। स्टार्टअप्स के क्षेत्र में नई भर्तियां करना एक सतत प्रक्रिया है और एक बार में चलाए गए भर्ती अभियान के माध्यम से इसकी पूर्ती नहीं हो सकती है।
स्टार्टअप भर्ती का मतलब सिर्फ उच्च पद पर काम करना ही नहीं है। इसकी शुरुआत होती है भरोसा बनाने के साथ जिसे आजकल कुछ लोग रिक्रूटमेंट ब्रांडिंग भी कहते हैं के साथ-साथ सक्षम उम्मीदवारों के बार बेहतर संवाद स्थापित करने और फिर इसके बाद आपको काम के प्रति अपनी तरह ही जुनूनी व्यक्ति को खोजना होता है। इस समस्या का समाधान करने के लिये किसी भी उद्यमी को मोटे तौर पर इन तीन प्रमुख बातों को अपने जेहन में रखना चाहियेः
विश्वास का निर्माण
संभावनाओं के साथ संवाद
ठीक व्यक्ति की पहचान
एक त्वरित संक्षिप्त विवरण
कंपनी की कहानी लिखियेः लोगों को जेडी के बारे में पढ़ना बिल्कुल पसंद नहीं है लेकिन उन्हें आपके और आपकी कंपनी के बारे में पढ़ना पसंद है।
खुद को औरों से अलग बनाएंः संभव हो तो कुछ ऐसा करें जिससे आपका स्टार्टअप और उसका काम दूसरों से अलग लगे।
अपने सभी संचारों में मीडिया के विभिन्न माध्यमों में अपने और स्टार्टअप के बारे में प्रकाशित प्रत्येक लेख का उल्लेख करें।
सही व्यक्ति को अपने साथ जोड़ेंः जुनूनी, सहज और सही माध्यमों से ठीक अर्थों को समझने वाला
विश्वास का निर्माण
किसी भी स्टार्टअप में सबसे बड़ी कमी विश्वसनीयता की होती है और उसके संस्थापकों को सबसे पहले विश्वास का निर्माण करने पर जोर देना चाहिये। इसका एक रास्ता है मीडिया कवरेज के द्वारा। मीडिया पर भरोसा किया जाना चाहिये और अगर उन्होंने आपके बारे में कुछ लिखा है तो स्वतः ही आपकी विश्वसनीयता में इजाफा होता है। हो सकता है कि कई संभावित उम्मीदवारों को आपके निवेशकों के बारे में कुछ न पता हो लेकिन निश्चित रूप से उन्हें मीडिया में आपके बारे में आई खबरों के बारे में पता होता है। इसीलिये आपको अपने सभी संवादों में मीडिया का उल्लेख का प्रयोग जरूर करना चाहिये।
क्या पर्याप्त नहीं हैः आपको क्या नहीं करना चाहिये का नमूना
‘हम एक ऐसे स्टार्टअप को तैयार करने की दिशा में काम कर रहे हैं जो एक विशेष सेवा प्रदान करने के लिये ड्रोन प्रौद्योगिकी और मशीन से सीखने पर काम कर रहे हैं। लोग धीरे-धीरे हमारे साथ जुड़ रहे हैं और हम कुछ विशिष्ट योग्यताओं से लैस कुछ लोगों को अपने यहां भर्ती करना चाहते हैं। कृपया लोगों तक यह सूचना पहुंचाने के लिये उन्हें टैग करें।’
उम्मीदवार के साथ संवाद स्थापित करना
स्पष्ट और सटीक संवाद अपने काम के लिये बिल्कुल उपयुक्त लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने की कुंजी है।
आपको क्या करना चाहिये
अपने काम का वर्णन करने के साथ कहानी लिखेंः
आप स्वयं (आप कौन हैं और आपने यह स्टार्टअप किसलिये प्रारंभ किया)
आप संभावित उम्मीदवार से क्या उम्मीद रखते हैं
आप उसे क्या प्रदान करेंगे
वास्तव में वह उम्मीदवार आपके साथ क्यों जुड़े
उस उम्मीवार को आपको क्यों नजरअंदाज कर देना चाहिये
क्या पर्याप्त नहीं हैः
‘हमें अपने उच्च विकास वाले स्टार्टअप के लिये एक राॅकस्टार पीएचपी प्रोग्रामर की आवश्यकता है। अगर आप जुड़ना चाहते हैं तो [email protected] पर अपना बायोडाटा मेल करें।’
‘आईआईटी/आईआईएम/एक्सवाईज़ेड के पूर्व स्नातकों द्वारा वित्तपोषित एक स्टार्टअप को मार्केटिंग एक्ज़ीक्यूटिव की आवश्यता है।’
व्यक्ति के पास स्टार्टअप रवैये के साथ यात्रा का जज्बा भी होना चाहिये। योग्य उम्मीदवार के लिये वेतन की कोई सीमा नहीं है। हमें [email protected] पर लिखें।
कंपनी की कहानी लिखें - एक सलाह जो मैं प्रत्येक स्टार्टअप को देता हूँ वह है अपने बारे में कहानी लिखने की। अगर आप अपनी सफलता के सफर के बारे में एक अच्छी भावनात्मक कहानी लिखने में सफल होते हैं तो आपके साथ जुड़ने के लिये लालायित उम्मीदवारों की संख्या में नाटकीय वृद्धि देखने को मिलेगी।
क्या पर्याप्त नहीं हैः आपका ‘अबाउट अस या हम कौन हैं’ का अनुभाग
डिफरेंशियेटर्स तैयार करेंः भर्तियों के क्षेत्र में भी स्टार्टअप्स और उद्यमियों को अद्वितीय तर्कों को लगातार तैयार करना होता है। आपको औरों से अलग होने की जरूरत होती है और उसके लिये आपको मजबूत डिफरेंशियेटर्स तैयार करने की आवश्यकता होती है। काम के प्रति आपका जुनून एक ऐसी चीज है जो कभी भी बाजार से नहीं समाप्त होगी। अपने स्टार्टअप के लिये आपको भी कुछ डिफरेंशियेटर्स खोजने होंगे। आपका क्षेत्र/उद्योग/डोमेन ही अपने आप में सबसे बड़ा डिफरेंशियेटर्स है। इसके अलावा आपको संस्थापक की प्रोफाइल, कार्यालय स्थल इत्यादि जैसे डिफरेंशियेटर्स को तलाशना होता है।
क्या पर्याप्त नहीं हैः
‘हम सामान्य संरचना और स्टार्टअप संस्कृति वाले एक बिल्कुल अलग तरह के स्टार्टअप हैं जहां कैजुअल्स पहनना, पिज्जा पार्टी करना इत्यादि की आजादी है।’
सही सहयोगी की तलाश
यह प्रक्रिया का सबसे कठिन हिस्सा है और संस्थापकों को सही इरादे वाले उम्मीदवारों को पहचानने की आदत को अपने अंदर विकसित करना होगा। ये गुण होने बेहद आवश्यक हैंः
काम के प्रति सही रवैया
स्वामित्व और पहल लेने से पीछे न हटे
नई चीजें सीखने और अनुकूलित होने के लिये तैयार हो
जुनूनी और सहज हो
परीक्षण की अवधि - उम्मीदवार के भीतर मौजूद क्षमताओं को आंकने के लिये परीक्षण अवधि सबसे अच्छा विकल्प है। वास्तव में यह सामने वाले को भी आपको जानने का एक मौका देती है और उसे एक सटीक निर्णय लेने में मदद करती है। एक-दूसरे को समझने के क्रम में दोनों को कुछ दिनों के लिये आपस में काम करके देखना चाहिये। इसके द्वारा दोनों ही पक्ष एक दूसरे के काम करने के तरीकों, क्षमताओं और रवैये इत्यादि के बारे में जानने में कामयाब होते हैं।
क्या पर्याप्त नहीं हैः
साक्षात्कार या फिर बातचीत के मात्र कुछ दौर का आयोजन करना। इसके अलावा आपको निष्पादन हिस्से/अनुकूलता/सांस्कृतिक फिट इत्यादि का आंकलन करने की आवश्यकता है।
प्रारंभिक दौर के किसी भी स्टार्टअप को यह पता करने के लिये कि क्या चीज उसके पक्ष में काम कर रही है कई चीजें करनी पड़ती हैं। यह एक बहुत ही ऊर्जावान स्थिति होती है जिसे प्रारंभिक टीमों को जल्द ही अपनाना चाहिये और उन्हें नई चीजें सीखने के लिये तैयार रहना चाहिये। किसी एक भूमिका के लिये किसी व्यक्ति का चयन करने पर हो सकता है कि कुछ समय बाद उसका कोई महत्व न रहे। आपसे मिलने वाला प्रत्येक उम्मीदवार कहेगा कि वह तेजी से सीखने की चाह लेकर आपके स्टार्टअप का हिस्सा बनना चाहता है। लेकिन आवश्यकता यह है कि आप उसकी खुद को काम में झोंकने की क्षमता और काम के प्रति लगन का आंकलन करें और ठीक निर्णय लें।