एग्रीटेक स्टार्टअप Greenikk ने जुटाई 5 करोड़ रुपये की फंडिंग, विदेशी निवेशकों ने भी लिया हिस्सा
जनवरी 2020 में शुरू हुए ग्रीनिक ने केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में प्रमुख केले उत्पादक कृषि-क्षेत्र में इनेबल सेंटर (ईसी) बनाए हैं.
केले की खेती करने वालों, थोक विक्रेताओं, निर्यातकों और बी2बी खरीदारों को एक मंच पर जोड़ने वाली भारत की पहली पूर्ण-स्टैक आपूर्ति श्रृंखला शुरू करने वाले केरल स्थित स्टार्टअप ग्रीनिक
ने प्री-सीड फंडिंग में भारत और विदेशों के संस्थागत फंडर्स, निजी निवेशकों और निरंतर नए उद्योगों को लगाने वाले उद्यमियों से 5.04 करोड़ रुपये जुटाए हैं.इस स्टार्टअप को दिल्ली स्थित इंडिग्राम लैब्स में विकसित किया गया था. इस पुरस्कार विजेता स्टार्टअप के को-फाउंडर फारिक नौशाद और प्रेविन जैकब ने बताया इस फंडिंग में से 3.34 करोड़ रुपये इक्विटी में होंगे और बाकी कर्ज के रूप में होंगे.
इस फंडिंग राउंड को प्रमुख निवेशकों में से एक 9 यूनिकॉर्न वेंचर्स
ने लीड किया. इस फंडिंग राउंड में शामिल अन्य निवेशकों में केरल स्थित एंजेल समूह स्मार्ट स्पार्क वेंचर्स ; कई एग्री टेक स्टार्टअप्स में निवेश करने वाले मॉरीशस स्थित मास्टरमाइंड कैपिटल वेंचर्स के प्रमुख और वेंचर कैटेलिस्ट्स की निवेश समिति के भी सदस्य मनीष मोदी शामिल हैं.इसके अलावा, अब तक 4 करोड़ डॉलर जुटाने वाली कंपनी रेशमांडी के फाउंडर, सौरभ अग्रवाल और मयंक तिवारी और जूम इन्फो
(एनएएसडीएक्यू सूचीबद्ध) के बोर्ड सदस्य अर्जुन पिल्लई ने भी इस फंडिंग राउंड में निवेश किया.ग्रीनिक ने इससे पहले बीआईआरएसी (बायोटेक्नोलॉजी इंडस्ट्री रिसर्च असिस्टेंस काउंसिल) से अनुदान हासिल किया था. कंपनी के लिए फंडर्स की सूची में 1.0 वेंचर्स भी शामिल हैं, जो संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित एक एंजेल समूह है, जिसमें ऐसे संस्थापक और विभिन्न पेशों से जुड़े लोग शामिल हैं जो शुरुआती दौर वाले दिलचस्प प्रौद्योगिकी स्टार्टअप में निवेश करते हैं.
उपाया सोशल वेंचर्स
के पूर्व कंट्री डायरेक्टर अमित एंटनी एलेक्स, सीरियल ऑन्त्रप्रेन्योर शिव शंकर और मैक्सर वीसी के अमन टेकरीवाल ने भी स्टार्टअप में निवेश किया है.अन्य निवेशकों में CIIE (IIM अहमदाबाद का हिस्सा), जॉनसन एंड जॉनसन के पूर्व वर्ल्डवाइड वीपी सुरेश अरविंद और संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित कई उद्यमों से जुड़े एक उद्यमी श्रीराम शेषाद्री शामिल हैं.
फारिक और प्रेविन ने कहा, “हम मुख्य रूप से मॉडल इनेबलेमेंट सेंटर स्थापित करने, सहयोग प्राप्त करने और एक मुनाफेवाला बिजनेस मॉडल बनाने और लोगों को रखने के लिए भी धन का उपयोग करेंगे.”
उन्होंने बताया, "हमारी योजना वित्त वर्ष 2023 तक वार्षिक आवर्ती राजस्व (एआरआर) में 100 करोड़ रुपये तक पहुंचने की है. अगली फंड जुटाने की योजना देश में शीर्ष उद्यम पूंजी (वीसी) फंड से 50 करोड़ रुपये जुटाने की है, और उनमें से कुछ पहले ही निवेश करने के लिए अपनी सहमति दे चुके हैं.”
जनवरी 2020 में शुरू हुए ग्रीनिक ने केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में प्रमुख केले उत्पादक कृषि-क्षेत्र में इनेबल सेंटर (ईसी) बनाए हैं. यह केले के किसानों को विभिन्न प्रकार की सहायता प्रदान करता है जैसे कि वित्त, बीज, फसल से संबंधित सलाह, बीमा कवरेज, कृषि में निवेश और बाजार से जोड़कर, देश के अंदर और बाहर दोनों जगह उत्पादन और विपणन के पूरी श्रृंखला को संभालता है.
Edited by Vishal Jaiswal