70 अरब डॉलर में Air India ने खरीदे 470 जेट विमान, विलय के बाद नहीं रहेगा Vistara ब्रांड
एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन (Air India CEO Campbell Wilson) ने सोमवार को कहा कि एयरबस (Airbus) और बोइंग (Boeing) से रिकॉर्ड 470 विमानों के लिए एयर इंडिया का ऑर्डर 70 अरब डॉलर की सूची मूल्य पर होगा. एयरलाइन की योजना आंतरिक नकदी प्रवाह, इक्विटी और बिक्री और लीजबैक के जरिए डील को फंड्स देने की है. कैंपबेल ने कहा, "एयर इंडिया में "विशाल" क्षमता है और समूह को एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनाने के प्रयास जारी हैं."
एयर इंडिया के साथ विस्तारा के विलय पर विल्सन ने कहा कि प्रक्रिया चल रही है और अब भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) से मंजूरी का इंतजार है. India Express और AIX Connect का एकीकरण, जिसे पहले AirAsia India के नाम से जाना जाता था, का भी काम चल रहा है.
टाटा समूह (Tata Group) के स्वामित्व वाली एयर इंडिया का विस्तारा से विलय के बाद एक ही ब्रांड रहेगा. यानि कि विस्तारा ब्रांड खत्म हो जाएगा. क्योंकि एयर इंडिया ब्रांड वैश्विक स्तर पर अधिक लोकप्रिय है. एयर इंडिया के सीईओ ने इसकी जानकारी दी.
एयर इंडिया के पास अपार क्षमता और अभूतपूर्व अवसर हैं. समूह एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बनने पर काम कर रहा है, उन्होंने कहा.
14 फरवरी को, एयर इंडिया ने 470 विमानों के लिए ऑर्डर देने की घोषणा की, जिसमें 70 वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट भी शामिल थे.
एयर इंडिया ने इस महीने की शुरुआत में, बोइंग से 220 और एयरबस से 250 विमानों के लिए अस्थायी सौदों की घोषणा की थी. यह किसी सिंगल कैरियर द्वारा दिया गया अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है.
जनवरी 2022 में सरकार से घाटे में चल रही एयर इंडिया को टाटा ग्रुप ने खरीदा था. उसके बाद से टाटा ग्रुप एयर इंडिया की विमानन सेवा को पुनर्जीवित करने के लिए तरह-तरह के उपाय कर रहा है.
टाटा संस के चीफ चंद्रशेखरन ने कहा, "हम अपनी ओर से बड़े बदलाव से गुजर रहे हैं क्योंकि हम एक विश्व स्तरीय एयरलाइन बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सबसे महत्वपूर्ण चीजों में से एक आधुनिक बेड़ा है जो कुशल है और सभी मार्गों पर उड़ान भर सकता है. इस डील के हिस्से के रूप में, कंपनी 40 वाइडबॉडी A350 विमान और 210 छोटे आकार के विमान खरीदेगी, जिसमें फ्लीट ऑर्डर बढ़ाने के विकल्प होंगे."
एयर इंडिया भारत की सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय वाहक बनी हुई है, लेकिन सितंबर में इसकी घरेलू बाजार हिस्सेदारी केवल 8.6 प्रतिशत थी.
अधिक अंतरराष्ट्रीय मार्गों को कवर करने के लिए अपने बेड़े का विस्तार करते हुए एयर इंडिया 2027 के अंत तक 30 प्रतिशत घरेलू हिस्सेदारी लेने का लक्ष्य बना रही है.