अरबों डॉलर की इस कंपनी ने की छंटनी, दस हजार लोगों को नौकरी से निकाला
पिछले तीन महीने में यह दूसरी बार है, जब इस चीनी कंपनी ने इतने बड़े पैमाने पर छंटनी की है.
चीनी कंपनी अलीबाबा ने अपने यहां बड़े पैमाने पर छंटनी की है और तकरीबन 10,000 लोगों को एक साथ नौकरी से निकाल दिया है. कहा जा रहा है कि इसकी मुख्य वजह चीनी की धीमी पड़ रही अर्थव्यवस्था है. उत्पादों की बिक्री में कमी आ रही है. लोगों की परचेसिंग पावर कम हो रही है. कंपनी को काफी घाटे का सामना करना पड़ रहा है.
अप्रैल-जून तिमाही में अलीबाबा की कुल आय में 50 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई यानि करीब 22.74 अरब युआन (3.4 अरब डॉलर). पिछले साल इसी अवधि में कंपनी की कुल आय 45.14 अरब युआन थी. पिछले साल के मुकाबले यह संख्या काफी नीचे गिर गई है.
दो साल पहले चीन सबसे पहले कोरोना की चपेट में आया था और उसके बाद लगातार उसके बिजनेस पर इसका असर देखने को मिला. हालांकि दुनिया की मजबूत अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के कारण यह असर तुरंत दिखाई नहीं दिया. अब धीरे-धीरे जो स्थिति बन रही है, संभावना है कि उसका असर अलीबाबा के बाद बाकी कंपनियों के बिजनेस पर भी देखने को मिलेगा.
साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट के मुताबिक अप्रैल-जून तिमाही में 9,241 से ज्यादा कर्मचारी हांग्जो स्थित अलीबाबा के दफ्तर से विदा कर दिए गए. कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या अब घटकर 2,45,700 हो गई है.
साउथ चाइना मॉर्निग पोस्ट में छपी खबर के मुताबिक पिछले छह महीनों में कंपनी के कुल कर्मचारियों में 13,616 लोग कम हो गए हैं. हालांकि किसी तरह के घाटे और आर्थिक नुकसान की बात से इनकार कर रही है. अलीबाबा के चेयरमैन और CEO डेनियल झांग योंग ने कहा है कि इस साल 6,000 नए यूनिवर्सिटी ग्रेजुएट हमारी कंपनी में शामिल होंगे. हम नए लोगों को जोड़ने की योजना पर काम कर रहे हैं.
ऐसी खबरें भी आ रही हैं कि अरबपति जैक मा एंट ग्रुप पर अपना कंट्रोल छोड़ने की योजना बना रहे हैं. वॉल स्ट्रीट जरनल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक जैक मा चीनी सरकार के कंट्रोल और रेगुलेटरी एथॉरिटीज से आजिज आ चुके हैं. फिनटेक दिग्गज का पार्टनर अलीबाबा ग्रुप चीनी सरकारी एजेंसियों के निशाने पर है.
जो भी हो, यह सारी घटनाएं एक ही चीज की ओर इशारा कर रही हैं कि चीन की अर्थव्यवस्था और दुनिया की सबसे ताकतवर कंपनी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.
Edited by Manisha Pandey