लोगों को निकालने और बिजनस बंद करने के बीच Amazon का बड़ा बयान, जानिए क्या है कंपनी की प्लानिंग
Amazon इंडिया के कंज्यूमर बिजनेस कंट्री मैनेजर मनीष तिवारी ने यह बात कही. पिछले महीने की आखिर में इंडिया में अपने तीन बिजनेस वर्टिकल बंद किए थे. इनमें फूड डिलीवरी, डिस्ट्रीब्यूशन सर्विस और एडटेक बिजनेस हैं. तीनों ही बिजनेस एक सप्ताह के अंदर अंदर बंद किए गए थे.
ऐमजॉन का कहना है कि वह इंडिया में कोई बिजनेस बंद नहीं कर रहr बल्कि सभी इनीशिएटिव का नए सिरे से आंकलन कर रहr है. अभी तक उनसे जैसे भी परिणाम देखने को मिले हैं उसी आधार पर वर्टिकल्स को बंद करने या शुरू करने का फैसला किया जा रहा है.
ऐमजॉन की तरफ से हाल में कुछ वर्टिकल्स को बंद करने की खबर पर इंडिया में उसके कंज्यूमर बिजनेस कंट्री मैनेजर मनीष तिवारी ने ईटी को यह जानकारी दी. उनके मुताबिक कंपनी इंडिया में अगले कुछ सालों में B2B मार्केटप्लेस, फार्मेसी, ग्रोसरी, सोशल कॉमर्स पर अपना निवेश बढ़ाएगी.
उन्होंने कहा कि हर इनोवेटिव कंपनी अपने इनीशिएटिव्स की समीक्षा करती है. वो कैसा काम कर रहे हैं, उनसे क्या फायदा हो रहा है. हम हर साल अपने इनोवेटिव कदमों की समीक्षा करते हैं. जो वर्टिकल्स भी बंद किए गए हैं वो इसी क्रम में लिए गए हैं.
आप 10 इनोवेशन करते हैं जरूरी नहीं कि सभी 10 चल पड़ें. कुछ धीरे काम करते हैं, कुछ चलते ही नहीं हैं और कुछ दोगुने हो जाते हैं. जैसे ऐमेजॉन ने ग्लोरोड में निवेश किया और इसे खरीदने के बाद से इसका रिसेलर बेस दोगुना हो चुका है.
फार्मेसी हमने पहले बैंगलुरु से शुरू की थी, जो आज 16 शहरों में सेम डे डिलीवरी दे रही है. ऐमेजॉन फ्रेश जो ग्रोसरी सेगमेंट में है वो पहले 14 शहरों में था अब यह टियर-2 और टियर-3 के 30 शहरों में पहुंच चुका है.
आपको बता दें कि ऐमजॉन ने पिछले महीने की आखिर में इंडिया में अपने तीन बिजनेस वर्टिकल बंद किए थे. इनमें फूड डिलीवरी, डिस्ट्रीब्यूशन सर्विस और एडटेक बिजनेस हैं. तीनों ही बिजनेस एक सप्ताह के अंदर अंदर बंद किए गए थे.
इन बिजनेसेज को बंद करने की वजह से ऐमजॉन इंडिया को कर्मचारियों की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा था. नवंबर में ही श्रम मंत्रालय ने कंपनी को अपने वालंटरी सेपरेशन प्रोग्राम के बारे में सुनवाई के लिए बुलाया था.
श्रम मंत्रालय ने पुणे के एक कर्मचारी संगठन- Nascent Information Technology Employees Senate (NITES) द्वारा Amazon के खिलाफ दायर शिकायत के बाद कंपनी को तलब किया था.
सुनवाई पर ऐमजॉन ने सफाई देते हुए कहा था कि उसने किसी भी कर्मचारी को नौकरी छोड़ने के लिए नहीं कहा गया था, बल्कि उन्हें अपने हिसाब से फैसला लेने को कहा गया था.
हाल ही में, कंपनी ने वैश्विक स्तर पर 10,000 कर्मचारियों की छंटनी की जो इसकी कुल वर्कफोर्स का 3 प्रतिशत तक है. 18 नवंबर को,
के सीईओ एंडी जेसी (Andy Jassy) ने ये भी कहा कि साल 2023 की शुरुआत तक कंपनी में छंटनी की प्रक्रिया जारी रहेगी.Edited by Upasana