अनिल अग्रवाल की वेदांता की होगी मीनाक्षी एनर्जी, जानें कितने हजार करोड़ रुपये का है सौदा
अधिग्रहण के अगले वित्त वर्ष में पूरे होने की संभावना है.
अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) की कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited), दिवालिया हो चुकी थर्मल पावर कंपनी मीनाक्षी एनर्जी (Meenakshi Energy) का दिवाला प्रक्रिया के तहत 1,440 करोड़ रुपये में अधिग्रहण करने वाली है. मीनाक्षी एनर्जी के लिए सबसे ऊंची बोली लगाकर वेदांता सफल बोलीदाता बनी है. कंपनी ने शेयर बाजार को बताया, 'कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (सीआईआरपी) के तहत मीनाक्षी एनर्जी लिमिटेड के लिए बोली लगाने के बाद वेदांता लिमिटेड को 18 जनवरी, 2023 को सफल बोलीकर्ता घोषित कर दिया गया है, जिसके बाद वेदांता लिमिटेड के निदेशक मंडल ने मीनाक्षी एनर्जी लिमिटेड के अधिग्रहण को मंजूरी दे दी.'
अधिग्रहण के अगले वित्त वर्ष में पूरे होने की संभावना है. मीनाक्षी एनर्जी लिमिटेड आंध्र प्रदेश के नेल्लोर में स्थित 1,000 मेगावाट का कोयला बेस्ड बिजली संयंत्र है. अधिग्रहण की कीमत पर वेदांता ने कहा है कि अनुमानित राशि 1,440 करोड़ रुपये है, जिसमें से 312 करोड़ रुपये एडवांस में जमा कराए जाएंगे. वहीं 1,128 करोड़ रुपये का भुगतान 5 वर्षों के अंदर 5 समान किस्तों में किया जाएगा.
नवंबर 2019 में शुरू हुई थी दिवाला प्रक्रिया
हेमंत कनोरिया और उनके परिवार द्वारा प्रमोटेड मीनाक्षी एनर्जी के लिए दिवाला प्रक्रिया नवंबर 2019 में शुरू हुई थी. रिजॉल्युशन प्रोफेशनल को वेदांता और नवीन जिंदल प्रमोटेड जिंदल पावर जैसी कंपनियों से समाधान योजना मिली थी. वेदांता द्वारा प्रस्तुत बोली को 18 जनवरी, 2023 को लेनदारों की समिति द्वारा मंजूर किया गया था.
फाइलिंग में आगे कहा गया है कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की मंजूरी मिलनी अभी बाकी है. वेदांता वर्तमान में लघु या मध्यम अवधि के बिजली खरीद समझौतों में प्रवेश करके और व्यापारियों को बिजली की आपूर्ति करके बाजार की जरूरतों को पूरा करने के लिए मीनाक्षी एनर्जी लिमिटेड के 1,000 मेगावाट को एक स्वतंत्र बिजली उत्पादक के रूप में संचालित करने की परिकल्पना करती है.
अडानी की कंपनी भी करने जा रही एक अधिग्रहण
एक अन्य खबर के मुताबिक, गौतम अडानी के ग्रुप की कंपनी अडानी रिन्युएबल एनर्जी होल्डिंग टू लिमिटेड, एस्सेल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स से एस्सेल सौर्य ऊर्जा कंपनी ऑफ राजस्थान में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी. यह सौदा 15 करोड़ रुपये में होगा. अडानी रिन्युएबल एनर्जी होल्डिंग टू लिमिटेड, अडानी ग्रीन एनर्जी की इकाई है.
अडानी ग्रीन एनर्जी ने शेयर बाजार को बताया कि उसकी सहायक इकाई ने 17 जनवरी, 2023 को एस्सेल इन्फ्राप्रोजेक्ट्स लिमिटेड के साथ एक पक्का समझौता किया है. बाकी 50 प्रतिशत इक्विटी शेयर राजस्थान सरकार के पास बने रहेंगे. अडानी रिन्युएबल एनर्जी होल्डिंग टू लिमिटेड के पास राजस्थान में 750 मेगावाट क्षमता वाला सौर पार्क है. वर्ष 2021-22 में इसका कारोबार 9.87 करोड़ रुपये का था.
Edited by Ritika Singh