Rajasthan Startup Confluence: इंडस्ट्री के दिग्गजों ने बताया प्रॉब्लम स्टेटमेंट, ब्रांडिंग और ग्राहक क्यों महत्वपूर्ण हैं
जयपुर में आयोजित iStart के Rajasthan Startup Confluence 2023 में उद्यमिता, निवेश और ब्रांडिंग पर केंद्रित व्यावहारिक सत्र शामिल थे, जिसमें प्रशांत भोंसले, हर्ष गुप्ता और निधि बांठिया मेहता मुख्य वक्ता थे.
जयपुर स्थित भामाशाह टेक्नो हब ने उद्यमशीलता के ज्ञान का संगम देखा, जब iStart राजस्थान ने YourStory के सहयोग से "Rajasthan Startup Confluence: Ignite, Innovate, Inspire 2023" का आयोजन किया.
27 अक्टूबर, 2023 को आयोजित इस इवेंट में कई अंतर्दृष्टि, अमूल्य नेटवर्किंग अवसर और प्रेरणादायक यात्राएँ प्रदर्शित की गईं. उद्योग जगत के कुछ सबसे प्रतिष्ठित दिग्गजों ने पिछले कुछ वर्षों में सीखी गई सीख को साझा किया, जिससे नए उद्यमियों को प्रेरणा मिली.
प्रशांत भोंसले: उद्यमशीलता की राह पर आगे बढ़ना
दिन की पहली मास्टरक्लास आधुनिक उद्यमिता के मार्ग पर केंद्रित थी.
के फाउंडर और सीईओ प्रशांत भोंसले ने BFSI, IT, टेलीकॉम और FMCG जैसे उद्योगों में तीन दशकों के अपने अनुभव साझा किए.भोंसले के शब्द दर्शकों को बहुत पसंद आए क्योंकि उन्होंने कहा, "बहुत से लोगों के पास बहुत सारे आइडिया होते हैं. बहुत कम लोग अंततः एक कंपनी शुरू कर पाते हैं." उनके परामर्श ने उद्यमिता के पारंपरिक मानदंडों को पार करते हुए, छोटे व्यवसाय की मानसिकता की बाधाओं से मुक्त होने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और प्रत्येक उपस्थित व्यक्ति को बड़ा सोचने के लिए चुनौती दी.
उन्होंने अपनी सीमाओं को पहचानने के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "आप अकेले सभी समस्याओं का समाधान नहीं कर पाएंगे." उनका संदेश स्पष्ट था - सहयोग और विविध कौशल की शक्ति सफलता की सीढ़ियाँ हैं.
भोंसले ने दर्शकों को याद दिलाया कि ग्राहक-केंद्रितता हर व्यावसायिक प्रयास के मूल में होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "जितना आप प्रोडक्ट से प्यार करना चाहते हैं, कृपया करें. लेकिन यह मत भूलिए कि जब तक ग्राहक आपके प्रोडक्ट पर विश्वास नहीं करता, तब तक यह कभी भी बड़ा नहीं हो सकता." उन्होंने सतत विकास की वकालत करते हुए, स्टार्टअप्स को तीव्र लेकिन अनिश्चित विस्तार के सायरन कॉल से दूर मार्गदर्शन करते हुए बेहद अहम जानकारी साझा की.
हर्ष गुप्ता: इन्वेस्टमेंट की दुनिया को समझना
इवेंट की दूसरी मास्टरक्लास वेंचर कैपिटल फंडिंग जुटाने पर केंद्रित थी. Flourish Ventures के निवेश पेशेवर हर्ष गुप्ता की शुरुआती टिप्पणियों ने एक अच्छी तरह से परिभाषित प्रॉब्लम स्टेटमेंट, किसी भी पिच की आधारशिला के महत्व को रेखांकित किया.
"यह महत्वपूर्ण क्यों है? यह एक प्रॉब्लम स्टेटमेंट भी क्यों है?" गुप्ता ने समस्या को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने के महत्व और इसे हल करने के लिए उद्यमी की अद्वितीय स्थिति पर जोर देते हुए सवाल उठाया.
गुप्ता ने स्टार्टअप्स को सलाह दी कि वे अपनी शुरुआती पिचें संक्षिप्त रखें और भव्य दृष्टिकोण के साथ निवेशकों का ध्यान आकर्षित करने पर ध्यान केंद्रित करें, यह मानते हुए कि "सबसे चतुर लोग आप लोग हैं जिन्होंने यह कदम उठाया है". उनकी मास्टरक्लास ने एक बेहतरीन पिच डेक की प्रमुख बातों को रेखांकित किया, निवेशकों की नज़र में प्रत्येक भाग के महत्व का विश्लेषण किया.
गुप्ता की मास्टरक्लास का अंतर्निहित विषय वेंचर फंडिंग हासिल करने में स्पष्टता, दृष्टि और प्रामाणिकता की महत्वपूर्ण भूमिका थी. इस मास्टरक्लास ने आकर्षक निवेश अवसर पेश करते हुए संस्थापकों को अपने मिशन के प्रति सच्चे बने रहने की याद दिलाई गई.
निधि बंथिया मेहता: ब्रांड बनाने की कला
की फाउंडर और सीईओ निधि बंथिया मेहता ने दर्शकों को मार्केटिंग और ब्रांडिंग के बारे में बताया. उनके प्रारंभिक वक्तव्य में सब कुछ कहा गया था: "आपकी सेल्स और ब्रांडिंग पहले दिन से शुरू होती है; यह कुछ ऐसा नहीं है जो उसके बाद होता है." दो दशकों और कई महाद्वीपों तक फैली मेहता की उद्यमशीलता की गाथा ने उनकी गहन अंतर्दृष्टि को विश्वसनीयता प्रदान की.
अपने पूरे सेशन में, मेहता ने पहले दिन से ही लाभप्रदता और आत्मनिर्भरता के महत्व पर जोर दिया और उद्यमियों को निवेश के जुनून से दूर रखा. "आपका ध्यान इस बात पर होना चाहिए कि मैं पैसे कैसे कमाऊं. यह इस बारे में नहीं है कि मुझे फंडिंग कहां से मिलेगी," उन्होंने कॉन्सेप्ट के प्रमाण और कम संसाधन उपयोग की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा.
शीघ्र जुड़ाव और ग्राहक संपर्क का मंत्र एक और आकर्षण था. मेहता का संदेश स्पष्ट था: उद्यमियों को अपने ग्राहकों की जरूरतों, प्राथमिकताओं और अपेक्षाओं पर अटूट ध्यान बनाए रखना चाहिए, यहां तक कि शुरुआती ग्राहकों के साथ व्यक्तिगत संबंध बनाने की सीमा तक भी.
उन्होंने सुझाव दिया कि उद्यमियों को अपनी पेशकशों में विशेषज्ञता हासिल करनी चाहिए और उन्हें सावधानीपूर्वक परिष्कृत करना चाहिए. गति नहीं, मील के पत्थर उनकी सफलता का मंत्र थे. उन्होंने विशेष रूप से संसाधन-बाधित स्टार्टअप में दक्षता और प्रभावशीलता को अनुकूलित करने के लिए टूल और सॉफ्टवेयर में निवेश की वकालत करते हुए टेक्नोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया.
जैसे ही इवेंट समाप्त हुआ, उपस्थित लोग न केवल नए ज्ञान के साथ, बल्कि अपनी उद्यमशीलता यात्रा शुरू करने के लिए नए जोश के साथ चले गए.
(Translated by: रविकांत पारीक)