देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इन्फोसिस के सीईओ विशाल सिक्का ने दिया इस्तीफा
विशाल सिक्का ने कहा कि मैं अपने ऊपर दुर्भावनापूर्ण और व्यक्तिगत हमलों के कारण इन्फोसिस के एमडी व सीईओ का पद छोड़ रहा हूं।
हालांकि वे इन्फोसिस के एग्जिक्युटिव वाइस चेयरमेन के रूप में तब तक काम करते रहेंगे जब तक कि उस पद पर कोई नई नियुक्ति नहीं हो जाती।
कई विदेशी कंपनियों में काम करने के बाद सिक्का ने 2014 में भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस एक्सपोर्टर कंपनी इन्फोसिस के साथ चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर काम करना शुरू किया था।
देश की नामी सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस के एमडी और सीईओ विशाल सिक्का ने गंभीर आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इस घटनाक्रम में कंपनी बोर्ड ने सिक्का के इस्तीफे के लिए कंपनी के संस्थापक नारायणमूर्ति को जिम्मेदार ठहराया। विशाल सिक्का ने कहा कि मैं अपने ऊपर दुर्भावनापूर्ण और व्यक्तिगत हमलों के कारण इन्फोसिस के एमडी व सीईओ का पद छोड़ रहा हूं। हालांकि वे इन्फोसिस के एग्जिक्युटिव वाइस चेयरमेन के रूप में तब तक काम करते रहेंगे जब तक कि उस पद पर कोई नई नियुक्ति नहीं हो जाती।
नारायणमूर्ति ने बयान में कहा कि मैं अपने ऊपर लगे आरोपों से आहत हूं। इन पर सफाई देना मेरे सम्मान के खिलाफ है। मैं सही जगह जवाब दूंगा। मैं इन्फोसिस से कोई पैसे या अपने बच्चों के लिए हक नहीं मांग रहा हूं। बता दें कि पिछले दिनों नारायणमूर्ति ने पत्र में लिखा था कि कंपनी में गवर्नेंस का स्तर गिर गया है। सिक्का के सीईओ रहने पर भी सवाल उठाए थे। इन्फोसिस कंपनी के बोर्ड ने विशाल सिक्का के साथ आकर कहा कि मूर्ति ने चिट्ठी में जो आरोप लगाए थे, वे दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हमने एक काबिल सीईओ खो दिया।
बीएसई को लिखी चिट्ठी में कंपनी बोर्ड ने कहा कि नारायणमूर्ति ने पिछले दिनों पत्र में कंपनी मैनेजमेंट और बोर्ड के खिलाफ बातें लिखी थीं। विशाल सिक्का का प्रमोटर्स के साथ लगातार मतभेद चल रहा था। इसी वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया। उधर सिक्का ने भी काम में लगातार बाधा डालने और अपने खिलाफ नकारात्मक बयानबाजी को इस्तीफे की वजह बताया। इन्फोसिस ने सिक्का का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और अगले साल 31 मार्च तक नए सीईओ की नियुक्ति तक उन्हें वाइस चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी। बोर्ड ने यू. बी. प्रवीण राव को अंतरिम सीईओ बनाया है जो फिलहाल सिक्का को ही रिपोर्ट करेंगे।
गुजरात के बड़ौदा में पले-बढ़े विशाल एम. एस .यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में ग्रैजुएट हैं। यहां से निकलने के बाद उन्होंने सेराक्यूज यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीएस और आर्टिफिशल इंटेलिजेंस में स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी से डॉक्टोरेट किया। कई विदेशी कंपनियों में काम करने के बाद सिक्का ने 2014 में भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सर्विस एक्सपोर्टर कंपनी इन्फोसिस के साथ चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर और मैनेजिंग डायरेक्टर के पद पर काम करना शुरू किया था।
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