देश से बाहर छुट्टियां बिताने जा रहे हैं तो Forkmycity.com की सेवा अवश्य लें
छुट्टी बिताने जाने वाले यात्रियों को उनकी सहूलियत की हर सुविधा उपलब्ध करवाना है मकसदयात्रा उद्योग में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक दशक से भी अधिक का अनुभव रखने वाली टीम कर रही है संचालनफिलहाल सिर्फ बैंकाॅक और पटाया में उपलब्ध हैं सेवाएं लेकिन जल्द ही दुनिया के अन्य शहरों में विस्तार की है योजनाछुट्टी पर जाने से पहले ही अपने गंतव्य से संबंधित हर जानकारी और बुकिंग करवा सकते हैं यात्री
राॅबर्ट लुइस स्टीवेंसन ने कहा है ‘‘कोई भी जमीन विदेशी नहीं होती है, बल्कि वे यात्री होते हैं जो विदेशी होते हैं।’’
आज की व्यस्त जीवनशैली में खुद की ऊर्जा को पुर्नजीवित करने और अपने मन-मस्तिष्क को आराम देने देने के लिये हर किसी को कभी न कभी एक सुकून भरी लंबी छुट्टी की आवश्यकता होती है। हालांकि यात्रा के अनुभवों को अधिकतर मजेदार और आराम से भरपूर होना चाहिये लेकिन हमेशा ऐसा नहीं होता और कई बार ये बेहद कठिन और भ्रमित करने वाला अनुभव बन जाती हैं। कई लोग तो अपने भोजन के साथ नए प्रयोग करते हुए यह कोशिश करते हैं कि हर सफर के दौरान वे नए-नए स्वादों को जायका लें और गंतव्य के बारे में अधिक से अधिक जानकारी ले सकें, लेकिन कई लोग ऐसे भी होते हैं जो किसी भी प्रकार के बदलावों को बिल्कुल भी पसंद नहीं करते और हमेशा अपने पसंदीदा व्यंजन ही खाना चाहते हैं या फिर कुछ विशेष खरीदने के लिये अपनी पसंदीदा दुकानों पर ही जाना पसंद करते हैं। लेकिन एक अनजान शहर या देश में छुट्टियां बिताते हुए सुकून को पाना इनता आसान नहीं होता और अधिकतर यात्रियों के लिये तो यह यात्रा के दौर का सबसे चुनौतीपूर्ण भाग होता है। हममें से अधिकतर के साथ अक्सर यही होता है कि हम शानदार छुट्टियों से खुशी-खुशी वापस आते हैं लेकिन यात्रा के दौरान हुई कुछ छोटी-मोटी असुविधाएं पूरी यात्रा का मजा किरकिरा कर देती हैं। ‘फोर्क माई सिटी’ सिर्फ इसे ही बदलना चाहता है।
‘फोर्क माई सिटी’ के पीछे का विचार
‘फोर्क माई सिटी’ यात्रा की दुनिया में उतरने वाले उन प्रारंभिक उपक्रमों में से एक है जो बाहर से आने वाले यात्रियों को ‘गंतव्य पर’ ही रेस्टोरेंट, स्पा, नाइट क्लब और खरीददारी करने वाले स्थानों जैसी सुविधाओं से रूबरू करवाते हैं। यात्री अपने गंतव्य शहरों या देशों के भीतर अपनी दैनिक इच्छाओं की पूर्ति को खोजने के अलावा बुक कर सकते हैं और पहले से ही अपनी यात्रा योजना तैयार कर सकते हैं।
नकुल भाटिया का अनुमान है कि यात्रा का करीब 75 प्रतिशत बाजार अब ई-कामर्स के कब्जे में है। वर्तमान में घरेलू उड़ानों की बुकिंग का लगभग 70 प्रतिशत हिस्सा आॅनलाइन होने लगा है और इसी तरह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाली होटलों की बुकिंग में से भी करीब 40 प्रतिशत अब आॅनलाइन ही हो रही हैं। इस अनुसंधान ने नकुल को आराम से बैठने और इस आॅनलाइन यात्रा उद्योग में कुछ बड़ा करने के लिये सोचने पर मजबूर कर दिया। और आखिर में उन्होंने ‘गंतव्य सेवाओं और उत्पादों’ को चुना। यात्रियों की इन्हीं परेशानियों को पार पाने के इरादे से उन्होंने Forkmycity.com की शुरुआत की।
‘फोर्क माई सिटी’ को तैयार करने वाली टीम
नकुल भाटिया इस कंपनी के संस्थापक और सीईओ हैं। वे 12 से भी अधिक वर्षों का अनुभव रखने वाले यात्रा उद्योग के जगत से जुड़े हुए एक जुनूनी दिग्गज हैं जो यात्रा के आॅनलाइन और आॅफलाइन सभी पहलुओं से भली भांति वाकिफ हैं। इन बीते वर्षों में वह व्यापार, मीडिया और उद्योग खंडों के भीतर यात्रा उद्योग में एक महत्वपूर्ण नेटवर्क बनाने में कामयाब रहे हंै। अपनी कुछ आॅफलाइन और आॅनलाइन ट्रेवल एजेंसियों के संचालन से पहले वे अमेरिकन एक्सप्रेस ओर ईबुकर्स के साथ काम कर चुके हैं। उनके परिवार को कुल मिलाकर व्यापार का 50 से भी अधिक वर्षों का अनुभव है इसलिये इस क्षेत्र में उतरना उनके लिये बिल्कुल अस्वाभाविक नहीं था।
इनके अलावा इस टीम में ब्रिटेन के यात्रा उद्योग में 10 वर्षों से भी अधिक का पेशेवर अनुभव रखने वाले एक और सदस्य के रूप में नितिन भाटिया शामिल हैं जो इस कंपनी के सहसंस्थापक होने के अलावा सीओओ भी हैं। बिक्री और परिचालन के कार्यों से कट्टरता से जुड़े नितिन ने अपनी युवावस्था का ऊर्जा से भरपूर एक दशक से भी अधिक का समय इस यात्रा उद्योग में ही खर्च किया है। वे ईबुकर्सडाॅटकाॅम और साउथहाॅल ट्रेवल्स जैसी बड़ी यात्रा कंपनियों के साथ वरिष्ठ प्रबंधकों जैसी कई महत्वपूर्ण भूमिकाओं का सफलतापूर्वक निर्वहन कर चुके हैं।
आतिथ्य के क्षेत्र के पेशेवर और वर्तमान में अमरीका की प्रसिद्ध कंपनी कंपास फूड्स के एफएंडबी विभाग में निदेशक के पद पर कार्यरत सौरभ भसीन भी इनके साथ एक सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं।
इसके अलावा रिलायंस रिलायंस इंफोटेल के पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष कपिल देव कुमार जो नेक्स्ट्राटेलीसर्विसेस के अध्यक्ष होने के अलावा आईआईटी दिल्ली और आईआईएम के साथ जुड़े रहे हैं इन्हें प्रारंभिक निवेश उपलब्ध करवाने के अलावा एक मेंटोर की भूमिका का भी निर्वहन कर रहे हैं।
बाजार का अनुसंधान
वैसे तो यात्रा उद्योग एक हद तक इनके द्वारा उपभोक्ताओं को प्रदान की जाने वाली सेवाओं को देने का दावा करने वाले आॅनलाइन और आॅफलाइन एजेंटों की भीड़ से अटा पड़ा है। पारंपरिक रूप से सेवाएं प्रदान करने वाले इन आॅफलाइन एजेंटो को बढ़ती हुई प्रतियोगिता के चलते या तो अपनी दुकानों पर ताला डालना पड़ रहा है या फिर उन्हें खुद को एमएमटी और यात्रा जैसे दिग्गजों के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए खुद को आॅनलाइन रूप में ढालना पड़ रहा है।
जहां तक ‘फोर्क माई सिटी’ (एफएमसी) के उत्पादों का संबंध है तो प्रारंभिक चरण में इस बाजार में प्रतिवर्ष दूसरे देशों का सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 17 लाख से अधिक है जिसके वर्ष 2020 तक 50 मिलियन को पार कर जाने की संभावना है। ट्रिपएडवाइज़र द्वारा हाल ही में जारी किये आंकड़ों के अनुसार 50 प्रतिशत से अधिक भारतीय शाकाहारी भोजन खाते हैं और 40 प्रतिशत भारतीय यात्रा के दौरान अपना खाना साथ लेकर चलते हैं। इसके अलावा इनके आंकड़े बताते हैं कि 40 प्रतिशत भारतीय यात्री खाने सं संबंधित मुद्दों के चलते अपने ठहरने या घूमने के गंतव्यों को भी बदल देते हैं। एकाॅर ग्रुप के अनुसार स्पा पर खर्च करने वालों में भारतीय 80 प्रतिशत की दर के साथ विश्व में शीर्ष पर हैं। इसके अलावा नाइट लाइफ का आनंद लेना और खरीददारी करना भारतीय यात्रियों की सूची में एक अहम स्थान रखते हैं।
‘फोर्क माई सिटी’ काम कैसे करता है?
यह उपयोगकर्ताओं को उनके यात्रा के गंतव्य स्थान पर उनकी दैनिक इच्छाओं और आवश्यकताओं को ढूंढने में मदद करने के अलावा उनके बारे में विचार करने और उन्हें अपने लिये बुक करने में मदद करने का काम करता है। एफएम्सी यात्रियों को न केवल उपलब्ध सुविधाओं सहित गंतव्य से संबंधित सभी जानकारियां उपलब्ध करवाता है बल्कि औसत लागत, तस्वीरें, समीक्षा, रेटिंग और मेन्यू के साथ एक संवेदनशील मानचित्र भी उपलब्ध करवाता है। इनकी सहायता से यात्री अपने होटल के निकटस्थ स्थानों या फिर वे जहां कहीं भी उस समय मौजूद है उस स्थान के आसपास के स्थानों को तलाशने की अनुमति देता है।
उदाहरण के लिये अगर कोई यात्री बैंकाॅक में ड्रीम वल्र्ड की सैर कर रहा है और वह भारतीय लंच करना चाहता है तो वह इनके मानचित्र की सहायता से अपने आसपास मौजूद भारतीय व्यंजन परोसने वाले रेस्टोरेंट आदि के बारे में क्षणभर में ही जानकारी पा सकता है। पूर्व निर्धारित भोजन और स्पा सत्रों की बुकिंग करने के अलावा एफएमसी पहले से बुकिंग करवाने में अनिच्छुक और पूर्व भुगतान में विश्वास न करने वाले यात्रियों को भी अच्छी खासी रियायत प्रदान करता है।
पेश आई चुनौतियां और दूसरों से मिला सहयोग
पूर्व में दो ट्रेवल एजेंसियों के सफल संचालन का अनुभव होने के चलते नकुल का इस दिशा में दृष्टिकोण बेहद सकारात्मक था। उन्हें लगा कि इस बार उनके पास एक और ट्रेवल एजेंसी प्रारंभ करने के लिये जरूरी पारिस्थितिकी प्रणाली और नेटवर्क है फिर भी रास्ते में आने वाली सभी चुनौतियो, विशेष रूप से मानसिक और आर्थिक, को पार पाते हुए इन्हें एक वर्ष से अधिक का समय लग गया। किसी नई अवधारणा की ही तरह अब भी इनके सामने सबसे बड़ी चुनौती विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं को एकसाथ लाना रहती है।
इस समय ये लोग इस स्थिति में हैं कि ये अपने साथ जुड़ने वाले भागीदारों की अपनी शर्तों पर चुन पा रहे हैं और ये लोग तलाशकर उच्च गुणवत्ता वालों को अपने साथ जोड़ रहे हैं। इन्हें इस बात का भी बखूबी अंदाजा है कि अंतर्राष्ट्रीय छुट्टी बिताने के लिये एक व्यक्ति को कम से कम 50 हजार रूपये का खर्चा करना पड़ता है और ऐसे में गंतव्य पर ही मिलने वाली सुविधाएं किसी भी यात्री की इन यात्राओं को यादगार बना देती हैं। ये लोग सेवाओं की गुणवत्ता के साथ समझौता करके इसे बिगाड़ना नहीं चाहते हैं। फिलहाल ये लोग गुणवत्ता का ध्यान रखते हुए सिर्फ 4 और 5 स्टार वाले भागीदारों के साथ ही हाथ मिला रहे हैं। थाईलैंड और पटाया में मौजूद इंडस, माया और बावर्ची जैसे भारतीय व्यंजन परोसने वाले 20 भारतीय रेस्टोरेंट के अलावा थाईलैंड के सबसे बड़े स्पा समूह सियाम वैलनेस ग्रुप के अलावा ररिननिंदा और लेट्स रिलेक्स स्पा पहले से ही इनके साथ भागीदारी में हैं। इनका इरादा नवंबर के महीने तक थाईलैंड, मलेशिया और सिंगापुर के सभी प्रमुख शहरों में अपनी उपस्थित दिखाना है।
भविष्य की योजनाएं और दीर्घावधि के लक्ष्य
मुख्य रूप से इनकी स्पर्धा उन स्थानीय लोगों से है जो किसी भी पर्यटन स्थल पर आने वाले यात्रियों को अपने निजी संबंधों और छोटे मुनाफे के लालच में घटिया स्थानों पर ले जाते हैं। इसके अलावा कई ऐसे ट्रेवल एजेंट होते हैं जो व्यक्तिगत यात्रियों के लिये खाने और रहने की व्यवस्था न करते हुए सिर्फ बड़े समूहों पर ही ध्यान देते हैं उनके द्वारा खाली छोड़े गए स्थान को भरने का काम ‘फोर्क माई सिटी’ बहुत बेहतर तरीके से कर रहा है। फिलहाल ये लोग पटाया और बैंकाॅक में सक्रिय है और जल्द ही वाॅरसाॅ, बुडापेस्ट, सिंगापुर, न्यूयाॅर्क और पराग्वे में भी प्रवेश करने के बारे में विचार कर रहे हैं।
एक लंबे दौर के बारे में विचार करते हुए यह स्टार्टअप अपने उत्पाद को वैश्विक स्तर पर ले जाने के अलावा सिर्फ भारतीय यात्रियों को ही नहीं बल्कि दुनियाभर से अपने देश से बाहर की यात्रा करने वाले हर यात्री को अपने साथ जोड़ना चाहते हैं।