नौकरी छोड़ शुरू कर दी थी केले की खेती, अब हर साल करोड़ों रुपये कमाते हैं यूपी के ये किसान
नौकरी छोड़ करने लगे खेती, कोरोना काल में भी की लाखों रुपये की कमाई
"गुलाम मोहम्मद के लिए उनका शुरुआती जीवन काफी संघर्ष से भरा हुआ था। परिवार की आर्थिक हालत बेहतर ना होने के चलते गुलाम मोहम्मद को आठवीं कक्षा में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ गई थी। इसके बाद उन्होने अपने पिता के साथ पैतृक जमीन पर खेती करनी शुरू कर दी थी। हालांकि उस दौरान वे अपने खेत में मुख्य तौर पर गेंहू और चावल जैसी पारंपरिक फसलें ही उगाया करते थे।"
हमारे कृषि प्रधान देश में किसानों की हालत अभी भी उतनी बेहतर नहीं है और इसके पीछे तमाम कारण हो सकते हैं, लेकिन इसी के साथ कुछ किसान ऐसे भी हैं जो उन्नत तरीकों के साथ खेती करते हुए ना सिर्फ आज सफलता का आसमान छू रहे हैं बल्कि हर साल करोड़ों रुपये की कमाई भी कर रहे हैं।
ऐसे ही एक किसान हैं उत्तर प्रदेश के गुलाम मोहम्मद, जो आमतौर पर तय किए गए किसानी के मायनों को बदलते हुए प्रदेश समेत देशभर के किसानों के लिए एक प्रेरणाश्रोत बन चुके हैं। गुलाम मोहम्मद उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के निवासी हैं और आज 51 साल की उम्र में उनका सालाना टर्नोवर 4 करोड़ रुपये के भी पार जा चुका है।
छोड़नी पड़ी थी पढ़ाई
गुलाम मोहम्मद के लिए उनका शुरुआती जीवन काफी संघर्ष से भरा हुआ था। परिवार की आर्थिक हालत बेहतर ना होने के चलते गुलाम मोहम्मद को आठवीं कक्षा में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ गई थी। इसके बाद उन्होने अपने पिता के साथ पैतृक जमीन पर खेती करनी शुरू कर दी थी। हालांकि उस दौरान वे अपने खेत में मुख्य तौर पर गेंहू और चावल जैसी पारंपरिक फसलें ही उगाया करते थे।
यूं तो आर्थिक हालत फिर भी जस के तस ही रहे और तभी गुलाम मोहम्मद ने नौकरी करने का फैसला कर लिया था। उन्होने नगर पंचायत में बतौर क्लर्क काम करना भी शुरू कर दिया, हालांकि नौकरी के दौरान वे अपने वेतन से संतुष्ट नहीं थे। इस दौरान ही उन्होने नौकरी के साथ ही खेती पर भी प्रयोग करने शुरू कर दिये थे। खेती में सफलता की संभावना को देखते हुए आखिर गुलाम मोहम्मद ने नौकरी छोड़ पूरी तरह से खेती-किसानी करने का निर्णय ले लिया।
केले ने बदल दी किस्मत
साल 2000 में गुलाम मोहम्मद को तब बड़ी सफलता हासिल हुई जब उन्होने 55 सौ रुपये के निवेश के साथ केले की फसल उगाकर 40 हज़ार रुपये का लाभ कमाया था। इस सफलता के साथ ही गुलाम मोहम्मद के पूरा ध्यान केले की खेती पर ही केन्द्रित हो गया। इसी के साथ गुलाम मोहम्मद ने अपनी जमीन के साथ अन्य किसानों से पट्टे पर जमीन लेकर कुल 24 एकड़ से अधिक जमीन पर केले की खेती करनी शुरू कर दी थी।
मालूम हो कि कोरोना महामारी के चलते लागू हुए प्रतिबंधों के चलते एक ओर जहां किसानों को खासे नुकसान का सामना करना पड़ा वहीं इस बीच गुलाम मोहम्मद ने 85 लाख रुपये का राजस्व कमाने में सफलता हासिल की थी। आज गुलाम मोहम्मद एक एकड़ जमीन पर कश्मीरी सेब भी उगा रहे हैं और इसी के साथ उनके खेतों में तरबूज व अन्य फल भी देखे जा सकते हैं।
मिल चुके हैं कई सम्मान
आज आधुनिक तरीकों से खेती कर देश भर के किसानों को प्रेरित करने वाले गुलाम मोहम्मद को प्रदेश के राज्यपाल के हाथों आदर्श किसान सम्मान से भी नवाजा जा चुका है, इसी के साथ उन्हें एएसएम उद्याम रत्न अवार्ड से भी नवाजा गया है।
गुलाम मोहम्मद के खेती के तरीकों को देखने और समझने के लिए किसानों के साथ ही कृषि अधिकारी भी उनके खेतों का दौरा करते रहते हैं। गौरतलब है कि गुलाम मोहम्मद आज खुद तकनीक के साथ आगे बढ़ रहे हैं और वे मौसम की जानकारी लेने के लिए स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं।
Edited by Ranjana Tripathi