राजस्थान में स्टार्ट-अप नीति जारी
पीटीआई
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने आज प्रदेश की प्रतिभा को प्रदेश में रहने और उद्यमिता को बढाने के लिये राजस्थान की पहली ‘स्टार्ट अप नीति’-2015 को जारी किया।
पांच वर्ष के लिये शुरू की गई नई स्टार्ट अप नीति के तहत 50 इनक्यूबेटर्स की स्थापना और 500 अभिनव स्टार्ट अप का लक्ष्य रखा गया है। राजे ने कहा कि उद्यमिता में दिलचस्प घटनाएं घट रही है। यह क्षेत्र गतिशील है और इस नीति से राजस्थान में बदलाव आयेगा। उन्होंने युवा उद्यमियों को प्रेरित करने के लिये विचार रखे और कहा कि किसी भी उद्यम को शुरू करने और सफल बनाने के लिये विश्वास और कठिन परिश्रम जैसे महत्वपूर्ण घटकों की आवश्यकता होती है।
उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप की शुरूआत भारतीय उद्यमियों द्वारा की गई है जिसे बाद में बडे उद्योगपतियों ने अधिग्रहित कर लिया है। उन्होंने शहर में की शुरू किये गये कुछ उद्यमों की सराहना भी की।
महेन्द्रा होलीडेज एंड रिसोर्ट इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष अरूण नंदा ने प्रदेश में तीन स्टार्ट अप के संरक्षण की घोषणा की है। माइक्रोमेक्स इनफरेमेटिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक राजेश अग्रवाल ने उपस्थित लोगों के साथ अपनी सफलता की कहानी साझा करते हुए कहा कि किसी भी कार्य को प्रतिबद्व तरीके से किया जाये और गुणवत्ता के साथ कोई समझोैता नहीं करे।
देश और प्रदेश के लगभग 100 स्टार्टअप सहित 500 उद्यमी इवेंट मैनेजमेंट, हेल्थ केयर, प्रोपर्टी, आर्गेनिक फार्मिग के लोग इसमें शामिल हुए। राजस्थान औद्योगिक विकास और निवेश निगम :रीको: द्वारा आयोजित इस दो दिवसीय राष्ट्रीय स्तर के राजस्थान स्र्टाट अप फैस्ट-2015 में कई स्टार्टअप कम्पनियों ने अपने उत्पाद और व्यवसाय के माडल को प्रदर्शित किया।