2017 तक एलिम्को शुरु करेगी कृत्रिम अंगों का विनिर्माण
पहले साल कंपनी का 5,000 अंग बनाने का लक्ष्य है। पांच साल में कंपनी का वाषिर्क लक्ष्य 10,000 अंग विनिर्माण करने का होना चाहिए
आर्टिफिशियल लिम्ब्स मैन्युफैक्चरिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया एलिम्को जर्मनी की कंपनी ऑट्टोबॉक के सहयोग से अगले साल से नयी पीढ़ी के कृत्रिम अंगों का विनिर्माण शुरू कर देगी। केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने बताया कि इसके लिए कारखाना कानपुर में स्थापित किया जाएगा।
एलिम्को ने पिछले साल मेक इन इंडिया पहल के तहत ऑट्टोबॉक के साथ एक समझौता किया था। इसके तहत उसे बड़े पैमाने पर कम लागत में कृत्रिम पांव उत्पादन के लिए ऑट्टोबॉक तकनीक हस्तांतरित करेगी। इसके अलावा सलाहकारी सेवाएं भी मुहैया कराएगी।
गहलोत ने 22 अक्तूबर को कार्यक्रम को संबोधित करते हुए और भी कई तरह की जानकारियां दीं। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिव्यांगों के बीच सहायता वितरण किया था।
एलिम्को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की सहायता से कार्य करने वाली कंपनी है।
गहलोत ने कहा कि एलिम्को 2017 से विनिर्माण शुरू करेगी।
पहले साल कंपनी का 5,000 अंग बनाने का लक्ष्य है। पांच साल में कंपनी का वाषिर्क लक्ष्य 10,000 अंग विनिर्माण करने का होना चाहिए।