Cargill ने पालतू पशुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लॉन्च किया डिजिटल प्लेटफॉर्म Zoonivet
Zoonivet ऐप के माध्यम से पालतू पशु रखने वाले लोगों को ई-कंसल्टेशन की सुविधा मिलती है, जिससे वे आसानी और सुविधाजनक तरीके से अपने पेट्स की सेहत और प्राथमिक स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का लाभ उठा सकते हैं.
कारगिल (Cargill) ने पेट-केयर ऐप जूनिवेट (Zoonivet) के जरिये डिजिटल वेंचर के रूप में पेट-केयर इंडस्ट्री में कदम रखा है. जूनिवेट को पिछले साल अक्टूबर में शुरू किया था. यह एक टेलीहेल्थ प्लेटफॉर्म है, जिसमें वीडियो कॉल के माध्यम से पेट पैरेंट्स को प्रशिक्षित पशु रोग विशेषज्ञों से परामर्श प्राप्त करने का विकल्प मिलता. इस ऐप के माध्यम से पालतू पशु रखने वाले लोगों को ई-कंसल्टेशन की सुविधा मिलती है, जिससे वे आसानी और सुविधाजनक तरीके से अपने पेट्स की सेहत और प्राथमिक स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों का लाभ उठा सकते हैं.
जूविनेट के माध्यम से देशभर में अबतक 800 से ज्यादा वीडियो कंसल्टेशन हुए हैं और प्लेटस्टोर से इसे 1,00,000 से ज्यादा बार डाउनलोड किया जा चुका है. इस साल एक कदम और आगे बढ़ाते हुए जूविनेट ने अब ऐप के माध्यम से होम वैक्सीनेशन की सुविधा भी शुरू की है. बेंगलुरु में इसका पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया है और अब तक 400 से ज्यादा लोगों ने इसके माध्यम से अपने पालतू पशुओं का वैक्सीनेशन कराया है. इस साल के अंत तक होम वैक्सीनेशन की सुविधा को मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद और लखनऊ में भी शुरू किया जाएगा. पेट-हेल्थकेयर ब्रांड ने बेंगलुरु में सर्जरी और होम डायग्नोस्टिक सर्विस भी शुरू की है और निकट भविष्य में इसे भी विस्तार दिया जाएगा. इसके साथ ही भारत के सभी प्रमुख शहरों में मेडिकेशन, पेट फूड और पेट बोर्डिंग की सुविधा भी दी जाएगी.
डिजिटल सॉल्यूशन के माध्यम से इनोवेशन के बारे में कारगिल इंडिया के प्रेसिडेंट साइमन जॉर्ज ने कहा, "कारगिल में हम इनोवेटिव और कस्टमाइज्ड टेक्नोलॉजी को आगे रखते हुए उपभोक्ताओं के जीवन को बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. पिछले साल हमने किसानों के सहयोग के लिए एआई आधारित लोकल सर्विस प्लेटफॉर्म डिजिटल साथी को लॉन्च करने की घोषणा की थी. इस साल जूनिवेट के माध्यम से हम डिजिटल पेट हेल्थकेयर सेक्टर में और निवेश की ओर कदम बढ़ा रहे हैं."
पेट-केयर इंडस्ट्री को लेकर अपने विचार साझा करते हुए जूनिवेट के फाउंडर रुचिर वत्सल ने कहा, "भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ पेट-केयर मार्केट है. अभी देश में 2.2 करोड़ से ज्यादा कुत्ते और 50 लाख से ज्यादा बिल्लियां हैं और सालाना 17 प्रतिशत की दर से इनकी संख्या बढ़ रही है. जूनिवेट के माध्यम से हम पेट-केयर सर्विस को उपभोक्ताओं के दरवाजे तक पहुंचाते हुए उनकी समस्या का समाधान कर रहे हैं. अब उन्हें अपने पालतू पशुओं को किसी पशु चिकित्सक के पास ले जाने के लिए सफर नहीं करना पड़ता, काम से छुट्टी नहीं लेनी पड़ती और अपॉइंटमेंट नहीं लेना पड़ता. आगे विस्तार देते हुए हम ऐप पर उपभोक्ताओं के अनुभव को और बेहतर करने के लिए टेक्नोलॉजी के प्रयोग को बढ़ाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उनके पेट्स को एक क्लिक पर गुणवत्तापूर्ण सर्विस मिल सके."
1,00,000 ऐप डाउनलोड होने के मौके पर हाल ही में जूनिवेट ने बेंगलुरु में जूनिथॉन (पेट्स मैराथन) का आयोजन भी किया था, जिसमें बड़ी नस्ल के कुत्तों, छोटी नस्ल के कुत्तों और बिल्लियों ने हिस्सा लिया था. मैराथन के अतिरिक्त इस दौरान पेट्स एडॉप्शन ड्राइव का भी संचालन किया गया और निशुल्क कंसल्टेशन के लिए विशेषज्ञ पशु चिकित्सक भी उपस्थित रहे.