सरकार ने देश के अन्नदाताओं के लिए शुरू की ये खास ऐप, कोरोना संकट के दौर में किसानों को मिलेगी राहत
किसान रथ मोबाइल एप - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में खेती-किसानी के लिए लगातार मदद हो रही है। कृषि उत्पादों का होगा सुचारू परिवहन, पहले दिन ही 5 लाख से ज्यादा वाहन उपलब्ध हुए।
विश्वव्यापी कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में, देश में खेती-किसानी से जुड़े तमाम लोगों को हरसंभव मदद और राहत देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार निरंतर काम कर रही है। इसी तारतम्य में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को, कृषि उत्पादों के परिवहन में सुगमता लाने के उद्देश्य से किसान रथ मोबाइल ऐप लांच किया।
इस अवसर पर तोमर के साथ केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री परषोत्तम रूपाला एवं कैलाश चौधरी तथा मंत्रालय के सचिव संजय अग्रवाल सहित अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न राज्यों में मंडियों से जुड़े व अन्य जनप्रतिनिधियों तथा अधिकारियों को संबोधित करते हुए तोमर ने कहा कि आज हम सब कोरोना वायरस संकट के दौर से गुजर रहे हैं और इसलिए जबसे लॉकडाउन की स्थिति हुई है, सामान्य चलने वाला कामकाज प्रभावित हुआ है। कृषि का क्षेत्र हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है, अर्थव्यवस्था की दृष्टि से भी इस क्षेत्र का बड़ा महत्व है।
मौजूद संकट के दौर में ही, कृषि का काम भी बहुत तेजी के साथ करने की आवश्यकता है। इसे देखते हुए, केंद्र सरकार ने कृषि के काम में रूकावट न हो, कामकाज प्रभावित नहीं हो, किसानों को परेशानी नहीं हो, इसलिए अनेक छूटें प्रारंभ से ही इस क्षेत्र के लिए दी है। खेती-किसानी का काम इन दिनों जोरों पर है व अनेक राज्यों में उपार्जन का काम भी प्रारंभ हो गया है।
सारी रियायतों के बाद भी कृषि उत्पादों के परिवहन में कुछ दिक्कतें थी, क्योंकि लॉकडाउन से पहले परिवहन से जुड़े सभी लोग एक साथ थे, लेकिन यह लागू होने से वे कहीं अलग-अलग चले गए, जिससे परेशानी आई कि अब सबकी उपलब्धता कैसे होगी। इस दृष्टि से कृषि मंत्रालय लगातार प्रयत्न कर रहा था कि इस कठिनाई को कैसे हल किया जाएं और अब कई दिनों की तैयारी के बाद किसान रथ मोबाइल ऐप लांच किया गया है।
तोमर ने कहा कि यह मोबाइल ऐप निश्चित रूप से पूरे देश में कृषि उत्पादों के सुचारू परिवहन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। पहले दिन ही पांच लाख से अधिक वाहन उपलब्ध हैं। तोमर ने कहा कि हमने कंट्रोल रूम भी सेटअप किया है, सभी राज्यों से अनुरोध है कि वे भी अपने यहां किसानों के हित में ऐसा कदम उठाएं। इस तरह की पहल की जाएं, जिससे कि राज्यों व केंद्र सरकार का जीवंत संपर्क हो ताकि किसानों की परिवहन की तकलीफ दूर हो। उन्होंने सभी किसानों से इस नए आयाम के भरपूर उपयोग की अपील की है।
(सौजन्य से : PIB_Delhi)
Edited by रविकांत पारीक