कोविड के कुल मामलों में से 43 प्रतिशत अकेले 3 राज्यों-महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में दर्ज किए गए
तेज वृद्धि के साथ भारत में 4.23 करोड़ से अधिक कोरोना जांच
भारत की ओर से व्यापक स्तर पर कोरोना जांच के लिए दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन किए जाने के कारण देश में कोविड जांच की प्रक्रिया तेजी से बढ़ी है। देश में सबसे पहले कोविड-19 जांच का काम 20 जनवरी 2020 को पुणे की एक प्रयोगशाला से शुरु हुआ था जो अगस्त महीने के आते आते 10 लाख से अधिक की दैनिक क्षमता पर पहुंच चुका है।
अब तक भारत में 4.23 करोड़ से अधिक लोगों की कोविड-19 जांच हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में 8,46,278 ऐसे परीक्षण किए गए।
भारत में पिछले 24 घंटों (रविवार, 30 अगस्त 2020) में कोविड-19 के 78512 मामले दर्ज किए गए। ऐसे में मीडिया के कुछ वर्ग में पिछले 24 घंटों में लगभग 80,000 मामले दर्ज किए जाने की आई खबरें निराधार हैं।
पिछले 24 घंटों में देश में दर्ज किए गए कोविड के नए मामलों में से 70 प्रतिशत अकेले सात राज्यों से रहे हैं। इनमें से, अधिकतम (21%) प्रतिशत महाराष्ट्र से, (13.5%) आंध्र प्रदेश से, (11.27%) कर्नाटक से, (8.27%) तमिलनाडु से, (8.27%) उत्तर प्रदेश से, (3.85%) पश्चिम बंगाल से और (3.84%) ओडिशा से हैं।
कोविड के कुल मामलों में से 43 प्रतिशत 3 राज्यों-महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में दर्ज किए गए हैं जबकि 11.66 प्रतिशत अकेले तमिलनाडु से रहे हैं।
कोविड से देश में पिछले 24 घटों के दौरान हुई मौतों में से 50 प्रतिशत मौत इन्ही तीन राज्यों में हुई है। इसमें भी सर्वाधिक 30.48 प्रतिशत मौत अकेले महाराष्ट्र में हुई है।
केंद्र सरकार नियमित रूप से उन राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों के साथ नियमित रूप से समन्वय बनाए हुए है जहां कोविड के मामले तेजी से सामने आ रहे है और जहां कोविड से मरने वालों की तादाद भी अधिक है। इन राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को मृत्यु दर में कमी लाने और लोगों की जान बचाने के लिए बड़ी संख्या में जांच, प्रभावी नैदानिक प्रबंधन और विभिन्न स्तरों पर कुशल निगरानी सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है।
(सौजन्य से- PIB_Delhi)