लंदन की छात्रा ने की बिजली की चपेट में घायल कन्हैया की मदद
गरीब परिवार से संबंध रखने की वजह से व्यक्ति का सही से इलाज नहीं हो पा रहा था। सरकार से भी कोई मदद नहीं मिल रही थी। ऐसे में लंदन में पढ़ने वाली इंडिया की स्टूडेंट सना ने कन्हैया की मदद की।
लंदन में पढ़ने वाली इंडिया की स्टूडेंट सना ने कन्हैया की मदद की। सना लंदन में ह्यूमन जियोग्राफी एंड एनवायरनमेंटल साइंस की पढ़ाई कर रही हैं।
बिजली की एचटी लाइन कन्हैया के ऊपर गिर गई। इस घटना में उसकी दोनों आंखे समेत शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह से घायल हो गया था। पीड़ित ने इलाज के लिए अपने घर समेत जमीन को भी बेच दिया।
इंसान भी किसी फरिश्ते से कम नहीं होते। इस बात को सच साबित किया है सना दीवान ने। उत्तर प्रदेश के नोएडा में रहने वाला कन्हैया बिजली की चपेट में आकर घायल हो गया था। गरीब परिवार से संबंध रखने की वजह से व्यक्ति का सही से इलाज नहीं हो पा रहा था। सरकार से भी कोई मदद नहीं मिल रही थी। ऐसे में लंदन में पढ़ने वाली इंडिया की स्टूडेंट सना ने कन्हैया की मदद की। सना लंदन में ह्यूमन जियोग्राफी एंड एनवायरनमेंटल साइंस की पढ़ाई कर रही हैं। रबूपुरा कोतवाली क्षेत्र के मोहम्दाबाद खेड़ा गांव निवासी कन्हैया करीब 2 साल पहले बिजली के करंट की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हो गया था।
कन्हैया ने अपने इलाज की खातिर अपने घर समेत जमीन को भी बेच दिया, लेकिन उसके बाद भी उसका सही से इलाज नही हो सका। कन्हैया के परिजनों ने कई बार पीएम से लेकर सीएम तक आर्थिक मदद की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने उसकी मदद नही की। इस बात का पता जब लंदन में पढ़ाई कर रही इंडिया की एक छात्रा सना को चला तो उसने अपने पापा के साथ पीड़ित कन्हैया की मदद करने के लिए कदम उठाया। सना अब कन्हैया के परिवार की आर्थिक मदद के साथ उसका इलाज भी करा रही हैं।
घर और जमीन बेच दी फिर भी नहीं हुआ इलाज
15 जून 2015 की बात है। कन्हैया खेतों की ओर से अपने घर को लौट रहा था। इसी दौरान बिजली की एचटी लाइन उसके ऊपर गिर गई। इस घटना में उसको दोनों आंखे समेत शरीर का ऊपरी हिस्सा बुरी तरह से घायल हो गया था। पीड़ित ने इलाज के लिए अपने घर समेत जमीन को भी बेच दिया था। जिसके बाद भी उसका इलाज ठीक से नहीं हो सका। कन्हैया के परिवार ने बताया कि घटना के वक्त जब उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कोतवाली रबूपुरा में केस दर्ज कराया था। उसके बाद समझौता करने के बहाने से बिजली विभाग ने उसको 1लाख रूपए मदद के तौर पर दिए थे।
इस मामले में पीड़ित परिवार ने आर्थिक मदद के लिए कई बार पीएम और सीएम को भी पत्र लिखा है। लेकिन किसी ने उसकी समस्या नहीं सुनी। जिसके बाद पीड़ित ने करीब 1 महीने पहले राष्ट्रपति से भी अपने परिवार की इच्छा मृत्यु की मांग की थी। इलाज नही होने के चलते कन्हैया के पूरे शरीर में इंफेक्शन फैल गया। कन्हैया के चार छोटे बच्चे हैं। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नही होने उसके घर पर खाने-पीने की समस्या भी सामने आ रही थी। जिसकी जानकारी दिल्ली निवासी छात्रा सना दीवान को मीडिया के माध्यम से हुई।
सना दीवान लंदन के किंग्स कॉलेज में ह्यूमन जियोग्राफी एंड एनवायरनमेंटल साइंस की पढ़ाई कर रही है। सना दीवान ने बताया कि 25 जुलाई को वह अपने पिता सुमंत राय दीवान के साथ पीड़ित कन्हैया के घर पहुंची। जहां उसकी स्थिति देखकर उन्होंने कन्हैया को गाजियाबाद के एक हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जहां पर सना दीवान और उसके पिता पीड़ित कन्हैया का इलाज करा रहे है। सना ने बताया कि कन्हैया की घर की स्थिति ज्यादा खराब है। जिसको देखते हुए वह जल्द ही उसके लिए गांव में ही रोजगार के लिए आटा चक्की भी खुलवाने जा रही है। छात्रा सना दीवान ने बताया कि उसके परिवार से उसको गरीब लोगों की सहायता करने की प्रेरणा मिली हुई है। उसने बताया कि लंदन में पढ़ाई के साथ में वह ऐसे ही असहाय लोगों की मदद भी करती रहती है।
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