रिसाइकल अखबार से पेंसिल बना रहा है दिल्ली का यह स्टार्टअप, बड़ी तादाद में कटने से बच सकते हैं पेड़
Kampioen वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड नाम के इस स्टार्टअप ने एक बड़ी ही खास पहल की है, जिसके जरिये पेंसिल के निर्माण में अब रिसाइकल हो सकने वाले पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा।
आंकड़ों के अनुसार करीब 1 लाख 70 हज़ार पेंसिल के निर्माण के लिए एक पेड़ को काटा जाता रहा है। लकड़ी की पेंसिल के निर्माण में पेड़ अहम भूमिका निभाते हैं, लेकिन इससे पर्यावरण पर भी सीधा असर पड़ता है। दिल्ली के एक स्टार्टअप ने इस समस्या का तोड़ निकाल लिया है, जिससे पेंसिल के निर्माण के लिए होने वाली पेड़ों की कटाई को पूरी तरह से रोका जा सकता है।
Kampioen वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड नाम के इस स्टार्टअप ने एक बड़ी ही खास पहल की है, जिसके जरिये पेंसिल के निर्माण में अब रिसाइकल हो सकने वाले पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा। स्टार्टअप का यह आइडिया दुनिया भर में बड़ी संख्या में पेड़ों की कटाई पर सीधी रोक लगाने के काम आ सकता है।
छोड़ी अच्छी सैलरी वाली नौकरी
स्टार्टअप पेंसिल के निर्माण के लिए पुराने अखबार का इस्तेमाल कर रहा है। स्टार्टअप की शुरुआत करने वाली निवेदिता मित्रा पेशे से एक इंजीनियर हैं, लेकिन उन्होने कोरोना महामारी के बीच में ही अपनी अच्छी सैलरी वाली नौकरी छोड़ दी और एक नए विश्वास के साथ इस स्टार्टअप की नींव रख दी।
इंजीनियर से सोशल आंत्रप्रेन्योर बनीं निवेदिता का इरादा एक ऐसे स्टार्टअप के गठन का था जो पारंपरिक लकड़ी की पेंसिल को रिसाइकल पेपर से बनी पेंसिल से बदलने की ओर काम कर सके, जिससे पर्यावरण को भी मदद पहुंचाई जा सके।
द लॉजिकल इंडियन से बात करते हुए निवेदिता ने कहा कि महामारी के दौरान उन्होने इसे शुरू करने का फैसला किया तब उनके पास संसाधनों की कमी थी, लेकिन उनके हौसले बुलंद थे।
सिर्फ रिसाइकल पेपर का इस्तेमाल
Kampioen वर्क्स प्राइवेट लिमिटेड नाम का यह स्टार्टअप 100 प्रतिशत रिसाइकल पेपर का इस्तेमाल कर पेंसिल का निर्माण करता है। पेंसिल को सभी आयु वर्गों के ग्राहकों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। फिलहाल इसके एक पैक में 12 पेपर पेंसिल आती हैं, जिनकी कुल कीमत 252 रुपये प्रति पैकेट है।
स्टार्टअप इसके प्रॉडक्शन का काम अभी थर्ड पार्टी के जरिये कर रहा है, जबकि निवेदिता इसके अलावा अन्य सभी पहलुओं जैसे पैकेजिंग और मार्केटिंग आदि का ख्याल रखती हैं।
प्रॉडक्ट के चुनाव को लेकर निवेदिता ने रिसर्च में काफी समय बिताया है, जिसके बाद ही वह इस पेपर पेंसिल के निर्माण साथ आगे बढ़ी हैं। निवेदिता के अनुसार लोगों को अभी पर्यावरण को हो रहे नुकसान और उसके बचाव के लिए उपयोग में लाये जा सकने वाले ईकोफ्रेंडली समाधानों के प्रति साक्षार करने की आवश्यकता है।
अमेज़ॅन पर उपलब्ध हैं उत्पाद
स्टार्टअप की ये खास पेपर पेंसिल ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेज़ॅन पर उपलब्ध हैं। पेंसिल की पैकेजिंग एक बेलनाकार बॉक्स में की गई है, जिसे व्हाट्सअप बबल का नाम दिया गया है।
स्टार्टअप अपने इस इकोफ्रेंडली प्रॉडक्ट के लिए पर्यावरण संरक्षण की वकालत करने वाले देश के जाने माने सेलिब्रिटीज़ से आगे आकर समर्थन करने की मांग भी कर रहा है।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार प्रत्येक वर्ष विश्व भर में अरबों पेड़ों की कटाई की जाती है, जिसके सीधा असर वन्यजीव, ग्लेशियर और पर्यावरण पर पड़ रहा है।