शहीद CRPF जवान की बेटी को गोद लेकर डीएम इनायत खान ने पेश की मिसाल
पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए आतंकी हमले से जहां एक ओर देश क्षुब्ध है वहीं शहीदों के परिजनों के साथ मजबूती से खड़ा भी है। देश के लाखों लोग इन शहीदों के परिजनों की मदद के लिए आगे आए हैं। बिहार के शेखपुरा की डीएम इनायत खान ने शहीद की बेटियों को गोद लेकर उनकी देखरेख का वादा किया है। डीएम ने बिहार के शहीदों के परिवार के लिए बैंक खाता भी खुलवाया और उनके लिए अपने सभी साथी कर्मचारियों से एक दिन का वेतन शहीद के परिवार को दान करने की अपील की।
इस आतंकी हमले में बिहार के दो जवान संजय कुमार सिन्हा और रतन कुमार ठाकुर भी शामिल थे। डीएम इनायत खान ने कहा कि वे इन दोनों जवानों की एक-एक बेटियों का पूरा खर्च उठाएंगी। उन्होंने कहा कि पुलवामा की घटना से पूरा देश शोक में है और ऐसी घड़ी में सब को एक होकर सहयोग करना चाहिए। इस तरह से हम शहीदों के परिवारों की मदद कर सकते हैं यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इससे पहले शनिवार को खान ने जिलाधिकारी कार्यालय में कर्मचारियों के साथ दो मिनट का मौन रखकर पुलवामा आतंकवादी हमले में मारे गए सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने कहा कि शहीदों की मदद के लिए आर्थिक मदद इकट्ठा की जा रही है और 10 मार्च तक जितना भी पैसा इकट्ठा हो पाएगा वह शहीद के परिजनों को दे दिया जाएगा।
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद होने वाले हेड कॉन्स्टेबल संजय कुमार सिन्हा बिहार के पटना में रारगढ़ गांव के रहने वाले थे। वहीं रतन कुमार ठाकुर भागलपुर जिले के रतनपुर गांव के रहने वाले थे। उनके पिता रामनिरंजन ठाकुर ने कहा था कि वह अपने दूसरे बेटे को भी देश की सेवा और कुर्बानी देने के लिए तैयार रहने को सेना में भेजेंगे लेकिन पाकिस्तान को करारा जवाब मिलना चाहिए।
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