छेड़खानी करने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल को 21 वर्षीय लड़की ने पीटकर पहुंचाया हवालात
नेशनल लेवल की कराटे प्लेयर ने छेड़खानी करने वाले पुलिस कॉन्स्टेबल को सिखाया सबक...
नेहा ने बताया कि शर्म की सारी हदें पार करते हुए उस पुलिसवाले ने फोन नंबर भी मांगा। इस पर जब नेहा ने आपत्ति जताई तो उसने कहा कि वह तो सिर्फ दोस्ती करना चाहता है और इसमें कुछ गलत नहीं है। इस बात पर नेहा को गुस्सा आया और उसने पुलिस वाले को जोर से धक्का दिया।
पुलिस का कहना था कि एफआईआर रजिस्टर्ड होने के बाद आरोपी पुलिस कॉन्स्टेबल की शादीशुदा जिंदगी और करियर खराब हो जाएगा। लेकिन नेहा का कहना था कि उसे किसी लड़की को छेड़ने से पहले इस बारे में सोचना चाहिए था। नेहा ने शुक्रवार की दोपहर भारतीय दंड संहिता की धारा 354 के तहत कॉन्स्टेबल के खिलाफ केस दर्ज कराया।
नेशनल लेवल की कराटे प्लेयर ने बहादुरी का परिचय देते हुए छेड़खानी करने वाले हरियाणा ट्रैफिक के पुलिस कॉन्स्टेबल का न केवल विरोध किया बल्कि उसे सबक भी सिखाया। हरियाणा की रोहतक पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कॉन्स्टेबल को सस्पेंड करते हुए उसके खिलाफ छेड़खानी का केस भी दर्ज किया है। रोहतक के पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने यह जानकारी दी। 10वीं नेशनल लेवल ओपन कराटे हरियाणा चैंपियन-2017 में 21 वर्षीय नेहा जांगड़ा ने गोल्ड मेडल जीता था। वह रोज कराटे की प्रैक्टिस के लिए कोचिंग जाती है।
बीते गुरुवार की शाम वह ऑटो से अपने कराटे की कोचिंग से घर वाप लौट रही थी। रोहतक में शीला बाईपास के पास ऑटो में एक कॉन्स्टेबल बैठा। जिसकी पहचान ट्रैफिक विभाग में काम करने वाले यासीन के रूप में हुई। ऑटो में और कोई यात्री नहीं था। इसका फायदा उठाते हुए उसने नेहा के साथ छेड़खानी शुरू कर दी। नेहा ने बताया कि शर्म की सारी हदें पार करते हुए उस पुलिसवाले ने फोन नंबर भी मांगा। इस पर जब नेहा ने आपत्ति जताई तो उसने कहा कि वह तो सिर्फ दोस्ती करना चाहता है और इसमें कुछ गलत नहीं है। इस बात पर नेहा को गुस्सा आया और उसने पुलिस वाले को जोर से धक्का दिया।
इससे वह एक किनारे हो गया। नेहा ने उसे पकड़े रखा ताकि वह भाग न सके। हालांकि उसने भागने की काफी कोशिश की लेकिन नेहा का कराटे हुनर काम आया। नेहा ने ड्राइवर की मदद से उस पुलिसवाले को नजदीक महिला थाने में सौंप दिया। लेकिन यहां भी हैरानी की घटना घटी। थाने में तैनात महिला एसएचओ सुनीता देवी ने मामले को दबाने की कोशिश की। इंस्पेक्टर ने नेहा से कहा कि वह इसे आगे न बढ़ाए। लेकिन नेहा ने महिला पुलिस की बात नहीं मानी और अपने पिता को साथ लेकर पुलिस थाने गईं।
नेहा के पिता सुरेश जांगड़ा पेशे से राजगीर हैं। वे अपने बेटी के साथ थाने गए। लेकिन फिर भी महिला एसएचओ ने मध्यस्थता करने की पूरी कोशिश की। पुलिस का कहना था कि एफआईआर रजिस्टर्ड होने के बाद आरोपी पुलिस कॉन्स्टेबल की शादीशुदा जिंदगी और करियर खराब हो जाएगा। लेकिन नेहा का कहना था कि उसे किसी लड़की को छेड़ने से पहले इस बारे में सोचना चाहिए था। नेहा ने शुक्रवार की दोपहर भारतीय दंड संहिता की धाका 354 के तहत कॉन्स्टेबल के खिलाफ केस दर्ज कराया।
आरोपी कॉन्स्टेबल यासीन जींद के बीबीपुर गांव का रहने वाला है। नेहा ने सबूत के तौर पर आरोपी का विडियो भी बना लिया था। जो कि बाद में काफी काम आया। रोहतक के पुलिस अधीक्षक पंकज नैन ने बताया कि कॉन्स्टेबल के इस कृत्य के कारण निलंबिन के आदेश दे दिए हैं। वहीं कॉन्स्टेबल का पक्ष लेने वाली एसएचओ सुनीता को पुलिस लाइन भेज दिया गया है। हरियाणा जैसे राज्य में जहां महिला लिंगानुपात देश में सबसे कम है वहां नेहा जैसी लड़कियों की बहादुरी काबिले तारीफ है। हम उम्मीद करते हैं कि नेहा की यह कोशिश उन तमाम लड़कियों को प्रेरणा और हौसला देगी जो किन्हीं वजहों से अपनी आवाज नहीं उठा पातीं।
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