विंबलडन के लिए क्वॉलिफाई करने वाले इंडियन आर्मी के पहले शख्स बने श्रीराम बालाजी
मूल रूप से कोयंबटूर के रहने वाले हैं श्रीराम। 2017 से लेकर अब तक पांच एटीपी चैलेंजर कप जीत चुके हैं। अभी वह जूनियर कमीशंड ऑफिसर के पद पर तैनात हैं।
श्रीराम ने 10 वर्ष की उम्र में ही अंडर-12 कैटिगरी में भारत में पहली रैंक हासिल की थी। वह अपनी सफलता की कहानी खुद लिख रहे थे, तभी तो ठीक 16 साल बाद वह विंबल़्डन के लिए क्वॉलिफाई करने वाले भारतीय सेना के ऐसे पहले शख्स बन गए हैं।
नायब सूबेदार एन श्रीराम बालाजी इंडियन आर्मी के इतिहास में पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिसने विंबलडन मेन ड्रॉ के लिए क्वॉलिफाई कर लिया है। वह अपने दोस्त विष्णु वर्धन के साथ पहले ग्रैंड स्लैम के लिए खेलेंगे। श्रीराम ने 10 वर्ष की उम्र में ही अंडर-12 कैटिगरी में भारत में पहली रैंक हासिल की थी। वह अपनी सफलता की कहानी खुद लिख रहे थे, तभी तो ठीक 16 साल बाद वह विंबल़्डन के लिए क्वॉलिफाई करने वाले भारतीय सेना के ऐसे पहले शख्स बन गए हैं।
मूल रूप से कोयंबटूर के रहने वाले बेंगलुरु की ऐतिहासिक इंजिनीयरिंग रेजिमेंट में तैनात हैंय़ उन्होंने 2017 से लेकर अब तक पांच एटीपी चैलेंजर कप जीत चुके हैं। अभी वह जूनियर कमीशंड ऑफिसर के पद पर तैनात हैं। उन्होंने अपने पार्टनर विष्णु वर्धन के साथ खेलते हुए डेनिस मोलकानोव और इगोर जेलेनी को क्वॉलिफायर्स के सेकेंड राउंड में 6-3, 6-4 से हराया। इसके बाद उन्हें दुनिया के प्रतिष्ठित टेनिस कप के मेन्स डबल में क्वॉलिफाई करने का मौका मिल गया।
श्रीराम और विष्णु इस बार के विंबल्डन में भारत की तरफ से हिस्सा लेने वाले एकमात्र खिलाड़ी होंगे। दोनों खिलाड़ियों का यह पहला ग्रैंडस्लैम है। दोनों ने इसी साल मई में उज्बेकिस्तान के समरकंद में संपन्न हुए एटीपी चैलेंजर टूर्नामेंट में डबल्स का खिताब जीता था। एटीपी चैलेंजर सर्किट जीतने के बाद श्रीराम ने कहा था, 'हमारे करियर में यह एक नया कदम साबित होगा हमें यकीन है कि हम टूर्नामेंट में अच्छा करेंगे। हम अच्छा खेल रहे हैं और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।'
श्रीराम की इस सफलता पर भारतीय सेना ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी। उन्हें वर्ल्ड रैंकिंग में 117वां स्थान प्राप्त है। भारत की तरफ से तमिलनाजु के जीवन नेदुनचेझियान भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे, लेकिन उन्हें अमेरिकी पार्टनर ऑस्टिन क्राजेक का साथ मिलेगा। वहीं महिला वर्ग में अंकिता राणा इस रेस में शामिल थीं, लेकिन वह क्वॉलिफायर्स में 2-6, 7-5, 4-6 से पराजित हो गईं।
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