स्टाइल और फैशन का तड़का लगाता है Cloviaट
हर महीने सौ से ज्यादा स्टाइल...
Clovia की टीम में 100 से ज्यादा सदस्य...
एक्सक्लूसिव रेंज जल्द बाजार में...
नेहा कांत का सिर्फ एक बिजनेस मंत्र है “लिंगरीज सिर्फ पहनने वाला एक कपड़ा नहीं है बल्कि ये एक अनुभव है। फीट लिंगरीज पहनने से ना सिर्फ आपका आत्मविश्वास बढ़ता है बल्कि ये मूड भी बनाता है, हर दिन का जिसके आप काबिल हैं।” नेहा का उद्यम Clovia लिंगरीज के लिए ई-टेलर का काम करता है। नेहा जब विदेश दौरे पर थी तब उनको इस बात का अहसास हुआ कि देश में लिंगरीज को लेकर काफी अंतर है। जिसके बाद उन्होने फैसला लिया कि वो हिन्दुस्तानी महिलाओं को ऐसी लिंगरीज देने की कोशिश करेंगी जिनका ना सिर्फ गुणवत्ता अच्छी हो बल्कि वो फैशन के अनुरूप और सस्ती भी हो।
नेहा का कहना है कि “आज भी कई महिलाएं ऐसी हैं जो स्टोर में जाकर लिंगरीज खरीदना पसंद नहीं करती, खासतौर से उन जगहों पर जहां सेल्समेन पुरूष हों। जो मददगार बनने की जगह अपनी राय देते हैं।” ऐसे में महिलाएं काफी झिझक महसूस करती हैं। नेहा ने इस चीज को बखूबी पहचान लिया था इतना ही नहीं लिंगरीज के डिजाइन और स्टाइल में भी उन्होने काफी कमी महसूस की। हरिद्वार में पली बढ़ी नेहा का जन्म दिल्ली में हुआ। उनके पिता बीएचईएल में नौकरी करते थे और वो चाहते थे कि उनकी बेटी भी उनके कदमों में चलते हुए इंजीनियर बने। नेहा का कहना है कि “सफलता के लिए मेहनत जरूरी है। इस वजह से वो शुरूआत से ही प्रतिस्पर्धी और महत्वाकांक्षी थीं।” नेहा ने स्कूली पढ़ाई साइंस जैसे विषय से की लेकिन उन्होने इंजीनियर बनने का फैसला नहीं लिया बल्कि उन्होने दिल्ली विश्वविद्यालय के मिरांडा हाउस कॉलेज से एमबीए करने का फैसला लिया। करीब एक दशक तक कॉरपोरेट दुनिया से जुड़ने के दौरान उन्होने फैसला लिया कि वो लिंगरीज के बाजार में पैदा हुए अंतर को पाटने का काम करेंगी। इस काम में उन्होने मदद ली अपने पति की जो तकनीक के अच्छे जानकार हैं।
नेहा के पास अपनी इन हाउस डिजाइनिंग टीम है। ये अपने उत्पाद खुद तैयार करते हैं जबकि कपड़े, लेस और दूसरी चीजों का ये लोग आयात करते हैं लेकिन लिंगरीज तैयार करने का काम ये आउटसोर्स के जरिये करता हैं। नेहा का कहना है कि “हम इस बात का ध्यान रखते हैं जब कोई लिंगरीज प्रोडक्शन यूनिट से बनकर तैयार होती है तो उसकी बनावट, फीटिंग और डिजाइन बेहतर होनी चाहिए।” नेहा के मुताबिक Clovia की यूएसपी उसके डिजाइन हैं जो वो अपने ग्राहकों को देती हैं। वो हर महीने 200 तरह से कपड़े तैयार करती हैं। लिंगरीज इंडस्ट्री के बारे में नेहा का कहना है कि “कोई भी ब्रांड एक साल में सौ से ज्यादा स्टाइल बाजार में नहीं उतारते हैं क्योंकि वो किसी भी स्टाइल का उत्पाद हजारों की संख्या में करते हैं,जबकि दूसरी ओर हम लोग हर महीने 100 से ज्यादा स्टाइल लोगों के सामने लाते हैं। ”
नेहा का मुताबिक वो लोग स्मार्ट प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करते हैं इस कारण वो ना सिर्फ अपनी सेल्स पर नजर रख पाते हैं बल्कि वेबसाइट के जरिये ट्रेंड का भी पता लगा सकते हैं इससे वो अपनी लागत पर नियंत्रण भी रख सकते हैं। इनकी एक टेक टीम भी है जिसकी कमान आदित्य के हाथ में है। फिलहाल टीम में 100 से ज्यादा सदस्य हैं जो कंपनी के विभिन्न तरह के कामकाज को देखते हैं। नेहा के जीवन का एक ही आदर्श वाक्य है “किसी काम की कोशिश मत करो, उसको केवल करो या ना करो।” रोज आ रही चुनौतियों से कोई एक इंसान नहीं लड़ सकता इसके लिए जरूरत होती है मजबूत टीम की जो निवेशकों और ग्राहकों के साथ साथ प्रोडक्शन यूनिट से मिल रही चुनौतियों का सामना कर सके। नेहा, मां होने के साथ साथ उद्यमी भी हैं इसलिए वो लंबी अवधि की योजना और प्रबंधन पर काम करती हैं। नेहा का कहना है कि “परिवार और कारोबार को एक साथ संभालना एक तरह का बॉलगैम है। जिसमें काफी प्रयास और समर्पण की डिमांड है।” नेहा अब इस बात को लेकर उत्साहित हैं कि जल्द ही वो एक इंटरनेशनल ब्रांड के साथ मिलकर लिंगरीज का एक्सक्लूसिव और लिमिटेड संस्करण जारी करने वाली हैं। इसके अलावा उनकी नजर दूसरे देशों के बाजार पर भी है। उनका कहना है कि आने वाले वक्त में Clovia ऑफलाइन स्टोर में भी दिखाई देगा।