यमुना की सफाई को लेकर कोशिशें तेज़, 30 सितंबर तक बनेगा खाका
यमुना को साफ करने के तरीके सुझाएगी छह सदस्यीय समितिकेंद्र और दिल्ली सरकार मिलकर करेगी काम
पीटीआई
'दिल्ली में यमुना में एक बूंद भी साफ पानी नहीं है', 'दिल्ली में यमुना एक मृतप्राय नदी है'-ऐसी बातें कोई नई नहीं है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए अब केंद्र और दिल्ली सरकार ने कोशिशें तेज कर दी हैं। दिल्ली मेट्रो रेल परियोजना की सफलता राष्ट्रीय राजधानी में यमुना नदी की सफाई के लिए मॉडल के रूप में अपनाने की संभावना है जहां केन्द्र और दिल्ली सरकार प्रदूषित नदी को पर्यटन और नौवहन का हब बनाने तथा लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए हाथ मिलाएगी।
छह सदस्यीय समिति में केन्द्रीय जल संसाधन, शहरी विकास, सड़क परिवहन और पर्यावरण मंत्रालयों, डीडीए तथा दिल्ली सरकार के अधिकारी शामिल होंगे। इस समिति का गठन 30 सितंबर तक इस संबंध में रिपोर्ट तैयार करने के लिए हुआ है।
समिति बनाने का फैसला यहां एक बैठक में किया गया जिसमें केन्द्रीय मंत्रियों वेंकैया नायडू, उमा भारती, नितिन गडकरी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भाग लिया।
यह समिति नदी साफ करने की विभिन्न संभावनाओं को तलाशने का खाका तैयार करेगी।