BYJU’S द्वारा 9,000 करोड़ रुपये के कथित फेमा उल्लंघन को लेकर ईडी कर रही जांच
BYJU'S ने कहा कि उसे प्रवर्तन निदेशालय (ED) से कोई नोटिस नहीं मिला है.
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कथित तौर पर संकटग्रस्त एडटेक कंपनी
द्वारा 9,000 करोड़ रुपये के विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) का उल्लंघन पाया है.द इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, एडटेक कंपनी को अभी तक नोटिस नहीं मिला है, लेकिन उम्मीद है कि ईडी जल्द ही इस मुद्दे पर एक बयान जारी करेगी.
बेंगलुरु स्थित कंपनी ने एक बयान में कहा, “BYJU'S उन मीडिया रिपोर्टों का स्पष्ट रूप से खंडन करता है, जिनमें कहा गया है कि उसे प्रवर्तन निदेशालय से कोई नोटिस मिला है. कंपनी को प्रवर्तन निदेशालय से ऐसा कोई संचार नहीं मिला है."
ईडी 2011 से FEMA के साथ BYJU के अनुपालन की जांच कर रहा है. साथ ही, एडटेक फर्म कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय और जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय दोनों की जांच के दायरे में आ गई है.
अप्रैल में, ईडी ने विदेशी मुद्रा कानूनों के कथित उल्लंघन पर ध्यान केंद्रित करते हुए बेंगलुरु में BYJU'S के तीन ठिकानों की तलाशी ली. ईडी ने तब कहा था कि BYJU'S की पैरेंट कंपनी, थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड की तलाशी के परिणामस्वरूप "विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज़ और डिजिटल डेटा" जब्त किए गए.
एजेंसी ने कहा था कि एडटेक कंपनी ने कथित तौर पर 2011 से 2023 तक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश में लगभग 28,000 करोड़ रुपये हासिल किए. इसके अलावा, यह बताया गया कि एडटेक फर्म ने उसी अवधि में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश के रूप में विभिन्न विदेशी न्यायालयों में 9,754 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए.
यह ख़बर ऐसे समय में आई है जब कंपनी लिक्विडिटी संकट सहित विभिन्न चुनौतियों से जूझ रही है.
हाल ही में, मणिपाल एजुकेशन एंड मेडिकल ग्रुप के अध्यक्ष रंजन पई ने मुश्किलों से जूझ रही एडटेक फर्म को अमेरिका स्थित ऋणदाता डेविडसन केम्पनर कैपिटल मैनेजमेंट से लिए गए ऋण का भुगतान करने में मदद करने के लिए BYJU’S की यूनिट आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड को 1,400 करोड़ रुपये का लोन दिया है.
इस महीने की शुरुआत में, BYJU'S ने वित्तीय वर्ष 2021-22 (FY22) के ऑडिटेड वित्तीय परिणामों के हिस्से के रूप में अपने मुख्य व्यवसाय से संबंधित विशिष्ट वित्तीय आंकड़े जारी किए.
वित्त वर्ष 22 में, इसके मुख्य व्यवसाय ने 3,569 करोड़ रुपये की कुल आय अर्जित की, जो पिछले वर्ष में दर्ज 1,552 करोड़ रुपये से अधिक है. कंपनी के एक बयान के अनुसार, उसका EBITDA घाटा पिछले वित्तीय वर्ष के 2,406 करोड़ रुपये से घटकर 2,253 करोड़ रुपये हो गया.
(Translated by: रविकांत पारीक)