नए कृषि क़ानूनों का असर! राँची के किसानों ने डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के जरिए पटना में फसल बेचकर पाया सही दाम
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि रांची के दो किसानों ने कॉमन सर्विस सेंटर के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के द्वारा पटना में मंडी से डेढ़ गुना अधिक दाम पर अपनी गोभी की फसल बेची।
जैसा की हम सभी जानते हैं कि नए कृषि कानून को लेकर किसान संगठनों और सरकार के बीच वार्तालापों का दौर जारी है। हाल ही में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, रेल मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने सोमवार (4 जनवरी, 2021) को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों से अगले दौर की वार्ता की।
वहीं केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नए कृषि कानून के फायदे बताते हुए ट्विटर पर जानकारी दी कि रांची के किसानों ने पटना में मंडी से डेढ़ गुना अधिक दाम पर गोभी बेची।
रविशंकर प्रसाद ने ट्वीट किया कि नए कृषि क़ानूनों का असर! रांची के दो किसानों ने कॉमन सर्विस सेंटर के डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के द्वारा अपनी गोभी की फसल पटना के खरीदार को स्थानीय मंडी से डेढ़ गुना अधिक दाम पर बेची। ट्रांसपोर्ट का खर्च भी खरीदार ने दिया और फसल सीधा खेत से ही खरीदार के पास चली गई।
रविशंकर प्रसाद ने नए किसान कानूनों के माध्यम से किसान को हुए लाभ की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को दी और बताया कि नए कृषि कानून किसान विरोधी कानून नहीं है।
गौरतलब हो कि कॉमन सर्विस सेण्टर ने एक स्टार्टअप एग्री-टेन-एक्स के साथ मिल कर किसान ई-मार्ट नाम का डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया है जिसके द्वारा किसान अपने फसल के लिए देश भर के खरीददारों से संपर्क कर अपनी फसल बेच सकते हैं। इसमें खरीददार तय मूल्य पर सीधा किसान के खेत या भण्डार से उपज को ट्रांसपोर्ट भेज कर उठा लेता है जिस से किसान को अपनी उपज मंडी तक ले जाने की भी जरूरत नहीं रहती है।
आपको बता दें कि इससे पहले बिहार के समस्तीपुर के मुक्तापुर गाँव के किसान ओम प्रकाश यादव को अपने खेत में उगाई गोभी की फसल का स्थानीय आढ़त में मात्र एक रुपया प्रति किलो भाव मिल रहा था। निराश होकर उन्होंने अपने खेत के कुछ हिस्से पर ट्रैक्टर चलवा कर फसल को नष्ट कर दिया।
यह मीडिया रिपोर्ट जब देश के केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद तक पहुँची, तब उन्होंने अपने विभाग के कॉमन सर्विस सेंटर को निर्देश दिया कि इस किसान को संपर्क कर इनकी फसल को देश के किसी भी बाज़ार में उचित मूल्य पर बेचने का प्रबंध किया जाये।
कुछ इसी तरह का मामला उत्तर प्रदेश के शामली जिले के मायापुरी गांव से आया, जहां किसान रमेश ने अपनी गोभी की फसल ट्रैक्टर चला कर नष्ट कर दी क्योंकि स्थानीय मंडी में उन्हें मात्र एक रूपये प्रति किलो का दाम मिल रहा था।
इस रिपोर्ट का संज्ञान लेते हुए केंद्रीय कानून, संचार और आई टी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपने मंत्रालय के तहत काम करने वाले कॉमन सर्विस सेण्टर को निर्देश दिया की इस किसान से संपर्क कर उनकी गोभी को उचित मूल्य पर बिकवाने का प्रबंध किया जाये।