जर्नलिस्ट बैरी विस का आरोप, ट्विटर ने जानबूझकर रोकी चुनिंदा अकाउंट्स की विजिबिलिटी
एलन मस्क ने शुक्रवार को जर्नलिस्ट बैरी विस के ट्वीट्स को रिट्वीट करते हुए उन्हें ट्विटर का डार्क सीक्रेट बताया है. विस ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया है कि ट्विटर ने जानबूझकर राइट विंग के कई लोगों के अकाउंट की विजिबिलिटी को लिमिटेड कर दिया था.
एलन मस्क ने शुक्रवार को जर्नलिस्ट बैरी विस के ट्वीट्स को रिट्वीट करते हुए उन्हें ट्विटर का डार्क सीक्रेट बताया है. विस ने अपने ट्वीट में आरोप लगाया है कि ट्विटर ने कई लोगों के अकाउंट की विजिबिलिटी को लिमिटेड कर दिया था.
विस को खुद सीईओ एलन मस्क ने ट्विटर के इंटरनल सिस्टम्स का एक्सेस मुहैया कराया है, ताकि ट्विटर के इंटरनल कामकाजी तरीके को बाहर लाया जा सके.
कुछ समय पहले ट्विटर के पूर्व ट्रस्ट और सेफ्टी हेड ने भी एक स्लैक मैसेज ट्वीट कर इस प्रक्रिया को डीएंप्लिफिकेशन/विजिबिलिट फिल्टरिंग का नाम दिया था. विस ने अपने ट्वीट में इन बातों का खुलासा करते हुए इस प्रक्रिया को सीक्रेट ब्लैकलिस्ट्स का नाम दिया है.
दी ट्विटर फाइल्स पार्ट 2 में क्या है
विस के खुलासों वाले ट्वीट्स की सीरीज को मस्क ने दी ट्विटर फाइल्स पार्ट 2 का नाम दिया है. इन्हें प्रमोट करने की पीछे मस्क का मकसद ये बताना है कि कैसे ट्विटर ने पॉलिसी को गलत तरीके से लागू किया और रिपब्लिकन्स के खिलाफ माहौल बनाया.
फ्री स्पीच के समर्थक ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क कई दिनों से आंतरिक फाइलों को जारी करना चाहते थे. उन्होंने कहा था, ‘फ्री स्पीच पर ट्विटर की फाइलें जल्द ही ट्विटर पर ही प्रकाशित होंगी. जनता यह जानने की हकदार है कि वास्तव में क्या हुआ था…’
विस के आरोप
विस इस पूरी प्रक्रिया के बारे में डिटेल से बताते हुए कहती हैं कि ट्विटर के एंप्लायीज ब्लैकलिस्ट तैयार करते हैं, कुछ खास किस्म के ट्वीट्स को ट्रेंडिंग होने से रोकते हैं और कुछ-कुछ मामलों में तो यूजर्स को जानकारी दिए बगैर पूरे अकाउंट या एक पूरे ट्रेंडिंग टॉपिक की विजिबिलिटी ही लिमिट कर देते हैं.
विस एक उदाहरण देते हुए लिखती हैं, स्टैनफोर्ड्स के डॉक्टर जे भट्टाचार्य ने कहा था कि लॉकडाउन से बच्चों पर निगेटिव असर पड़ेगा ट्विटर ने उन्हें चुपके ट्रेंड्स ब्लैकलिस्ट में डाल दिया जिसे उनका ट्वीट ट्रेंडिंग नहीं हो पाया.
एक अन्य स्क्रीनशॉट में दिखाया गया है कि ट्विटर ने फॉक्स न्यूज कॉन्ट्रिब्यूटर डैन बोनगिनो को भी सर्च ब्लैकलिस्ट में रखा हुआ था. जबकि MAGA एक्टिविस्ट चार्ली किर्क की प्रोफाइल डू नॉट एंप्लीफाई की कैटिगरी में डाला गया था.
विस ने कहा कि इतना ही नहीं ट्विटर में एक हाई लेवल टीम- साइट इंटेग्रिटी पॉलिसी, पॉलिसी इस्केलेशन सपोर्ट(SIP-PES) बैठती है. इसमें चीफ लीगल ऑफिसर, हेड ऑफ ट्रस्ट एंड और सीईओ भी शामिल थे.
लिब्स ऑफ टिकटॉक नाम का एक अकाउंट पर ‘सर्च ब्लैकलिस्ट’ और ‘डू नॉट टेक ऐक्शन विदाउट कंसल्टिंग विद SIP-PES.’ टैग लगा हुआ था.
टैबी का क्या था दावा
विस से कुछ दिनों पहले ही एक अन्य लेखक और पत्रकार मैट टैबी ने खुलासा किया था कि कैसे ट्विटर ने साल 2020 में अमेरिकी अटॉर्नी हंटर बाइडेन (अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे) पर एक न्यूज पब्लिकेशन की रिपोर्ट को दबाने की कोशिश की थी.
टैबी का दावा था कि 2020 में कंपनी ने बाइडेन टीम की गुजारिश पर एक्शन लेते हुए अमेरिकी पब्लिकेशन न्यूयॉर्क पोस्ट की स्टोरी 'BIDEN SECRET EMAILS' को अपने प्लैटफॉर्म पर सेंसर किया था.
ट्विटर ने न्यूयॉर्क पोस्ट की 'हंटर बिडेन लैपटॉप स्टोरी' को दबाने के लिए असाधारण कदम उठाए. कंपनी ने लिंक हटाए और अलर्ट भी जारी किया कि ये असुरक्षित हो सकता है.
टैबी ने ट्वीट में लिखा, ‘उन्होंने डायरेक्ट मैसेज के जरिए इसके ट्रांसमिशन को भी रोक दिया, ये एक ऐसा टूल है जो केवल गंभीर मामलों में इस्तेमाल किया जाता है, जैसे चाइल्ड पोर्नोग्राफी.’
Edited by Upasana