पर्यटन की असीम संभावनाओं से रोजगार को जोड़ा जाएगा : सीएम कमलनाथ
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को कहा है कि प्रदेश में उपलब्ध पर्यटन की असीम संभावनाओं को रोजगार से जोड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा,
‘‘हम ऐसी रणनीति बना रहे हैं, जिससे पर्यटन स्थल राष्ट्रीय और अंतररष्ट्रीय आकर्षण के केन्द्र बनें और लोगों को व्यापक पैमाने पर रोजगार उपलब्ध हो।’’
कमलनाथ ने खण्डवा जिले में इंदिरा सागर बांध स्थित हनुवंतिया पर्यटन स्थल में चौथे जल महोत्सव का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। उन्होंने इस मौके पर हनुवंतिया जलाशय में मोटर बोट क्रूज को हरी झंडी दिखाई और 72 करोड़ रुपये की लागत के 35 निर्माण कार्यों की शुरुआत की।
कमलनाथ ने कहा कि मनोरंजन की दृष्टि से पर्यटन क्षेत्र सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा,
‘‘हमारे प्रदेश में विश्व-स्तर के पर्यटन स्थल हैं। बड़ी संख्या में जल और वन संपदा है। जरूरत है कि हम अपनी इस संपदा को आर्थिक और रोजगार की दृष्टि से विकसित करें।’’
उन्होंने कहा इससे प्रदेश के नागरिकों की आय में वृद्धि करने के साथ ही उनके जीवन-स्तर में भी सुधार लाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुवंतिया जैसे अन्य पर्यटन स्थलों का भी सुनियोजित विकास किया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
कमलनाथ ने राज्य सरकार की पिछले एक वर्ष की उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए कहा,
‘‘किसानों का कर्ज माफ करके हमने किसानों की उन्नति के नए रास्ते बनाए हैं। दूसरे चरण में चालू खाते वाले किसानों की ऋण माफी की प्रक्रिया शुरु की जा चुकी है।’’
उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए बढ़ते हुए कृषि उत्पादन का उचित मूल्य किसानों को दिलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार वचनबद्ध है।
इस अवसर पर मध्यप्रदेश के पर्यटन मंत्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने बताया कि महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मांडू, मोहनखेड़ा और सिंगाजी को मिलाकर एक टूरिस्ट सर्किट विकसित किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मांडू में आदिवासी संस्कृति, परम्परायें और उनके खान-पान से पर्यटकों को परिचित कराने की शुरुआत की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार धार्मिक और ‘ट्राइबल टूरिज्म’ को बढ़ावा दे रही है।
मालूम हो कि हनुवंतिया में शुरु हुआ जल महोत्सव एक माह तक चलेगा। इंदिरा सागर बांध एशिया का दूसरा सबसे बड़ा मानव निर्मित जलाशय है। इस स्थल पर नर्मदा नदी पर बाँध के बैक वॉटर से बड़ी संख्या में प्राकृतिक रूप से टापू निर्मित हुए हैं। इसकी शुरुआत मूंदी से कुछ किलोमीटर दूरी पर हनुवंतिया से होती है। महोत्सव के शुभारंभ समारोह में बड़ी संख्या में पर्यटक, क्षेत्रीय नागरिक एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।