सोने-चांदी की तरह अब हर दिन बढ़ेंगे-घटेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम
1 मई से रोज बदलेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, आम आदमी पर क्या पडे़गा असर?
सोने-चांदी की तरह ही अब देश में पेट्रोल-डीजल के दाम भी रोज घटेंगे-बढ़ेंगे। अभी फिलहाल पांच शहरों में ट्रायल के तौर पर ऐसा होगा, लेकिन अगर इसे सफलता मिली तो पूरे देश में इसे लागू किया जा सकता है। देश की तीनों सरकारी पेट्रोलियम कंपनियां इंडियल ऑयल कॉर्पोरेशन (IoC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) पांच शहरों में पायलट प्रोजेक्ट की तरह इस योजना को लागू करेंगी।
1 मई से पेट्रोल-डीज़ल के दाम सोने-चांदी की तरह अब हर दिन घटेंगे बढ़ेंगे। फिलहाल पांच शहरों में इसे ट्रायल के तौर पर लागू किया जायेगा। लेकिन यदि इसे सफलता मिली तो पूरे देश में इसे लागू किया जा सकता है।
बाज़ार के विशेषज्ञों की मानें तो तेल की कीमतों में हर दिन के हिसाब से बदलाव करना तकनीकी तौर पर मुमकिन नहीं है, लेकिन बगैर किसी ट्रायल के इसे पूरे देश में लागू करने से तमाम तरह की मुश्किलें आ सकती हैं। उन्हीं मुश्किलों का पता लगाने और असर जानने के लिए अभी इसे सिर्फ पांच शहरों में ही लागू किया जा रहा है।
सुनने में ये खबर थोड़ी अजीब है, लेकिन सच है कि देश की तीनों सरकारी पेट्रोलियम कंपनियां इंडियल ऑयल कॉर्पोरेशन (IoC), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (HPCL) देश के पांच शहरों में 1 मई से पेट्रोल और डीज़ल के दामों के साथ एक प्रयोग करने जा रही है, जिसके अंतर्गत पेट्रोल और डीज़ल के दाम सोने-चांदी की तर्ज पर हर दिन घटेंगे-बढ़ेंगे। फिलहाल जिन शहरों में इसे लागू किया जायेगा, उनमें पुदुचेरी, वाइजैग (आंध्र प्रदेश), उदयपुर (राजस्थान), जमशेदपुर (झारखंड) और चंडीगढ़ शामिल है। इन पांचों शहरों में इन कंपनियों के 200 आउटलेट्स हैं, जहां पर दामों में रोज बदलाव होगा।
अभी तक ये सरकारी कंपनियां महीने की पहली और 16 तारीख को दामों का रिव्यू करती हैं, जिसके बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी या बढ़ोत्तरी की जाती है। ये बदलाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों और करेंसी एक्सचेंज रेट के आधार पर किया जाता है। लेकिन अंतराष्ट्रीय बाजार में करेंसी रेट और तेलों के दाम रोजाना घटते-बढ़ते रहते हैं, इसलिए कंपनियों ने सोचा है कि जब रोज दाम रोजाना घट-बढ़ रहे हैं तो हम भी रोज दामों में बदलाव क्यों न करें! इस सिस्टम को 'डेली डाइनैमिक प्राइसिंग' कहा जाता है।
क्या होगा असर
अगर पेट्रोल-डीजल की कीमतें रोज बदलेंगी तो जाहिर सी बात है कि किसी दिन आपको सस्ता तेल मिल जाएगा और किसी दिन आपको उसी तेल के लिए ज्यादा कीमतें चुकानी होंगी। लेकिन आमतौर पर तेलों की कीमतों में इतनी जल्दी बड़ा उतार चढ़ाव नहीं होता है। इसलिए कीमतों में मामूली अंतर ही पडे़गा। इसके अलावा पेट्रोलियम मार्केटिंग कंपनियों के लिए फायदे की बात ये होगी कि तेलों के रेट्स रिवाइज करने को लेकर राजनीतिक दबाव भी खत्म हो जायेगा। देश में इन तीन सरकारी कंपनियों के अलावा कुछ प्राइवेट कंपनियां भी तेल के रिटेलिंग बिजनेस में हैं। अगर सरकारी कंपनियों का यह मिशन सफल रहा तो प्राइवेट कंपनियां जैसे रिलायंस और एस्सार भी इसे लागू करेंगी।
आम आदमी की चिंताएं
आज के दौर में पेट्रोल, डीजल का सीधा असर आम आदमी पर पड़ता है। हर नागरिक इससे प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इससे प्रभावित होता है। जहां तक 'डेली डाइनैमिक प्राइसिंग' की बात है तो लोगों को आशंका है, कि यदि एक दिन दाम बढ़ने की उम्मीद होगी और पेट्रोल पंप मालिक एक दिन पहले शाम से ही पंप बंद कर देंगे तो उनके लिए तो मुसीबतें बढ़ जायेंगी और सबसे बड़ा सवाल ये है, कि रोज इस सिस्टम की निगरानी कौन करेगा?
यदि आम आदमी से पेट्रोल पंप पर ज्यादा कीमत वसूली गई, तो उसकी शिकायत किससे की जाएगी? कई लोगों का ये भी मानना है कि इससे पेट्रोल पंप वाले गलत दाम बताकर ज्यादा कीमत वसूल सकते हैं।
अभी इस बारे में स्थिति साफ नहीं नजर आ रही है, दूर-दराज के इलाकों में भी इंटरनेट की पहुंच हो जाने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि ऐसा होने की संभावना कम ही है।
यदि आपके पास है कोई दिलचस्प कहानी या फिर कोई ऐसी कहानी जिसे दूसरों तक पहुंचना चाहिए...! तो आप हमें लिख भेजें [email protected] पर। साथ ही सकारात्मक, दिलचस्प और प्रेरणात्मक कहानियों के लिए हमसे फेसबुक और ट्विटर पर भी जुड़ें...