"जिंदगी में तीन 'P' (Passion,People और Purpose) पर ध्यान दें, सफलता मिलेगी"
‘शॉप फ्लोर’ में काम करना रिटेल जानकारी के लिए आवश्यक है- अमीषा प्रभु, सीईओ, TRRAIN
अमीषा प्रभु ने 20 साल पहले रिटेल से अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने प्रमुख आर्गेनाइजेशन जैसे टेस्को हिंदुस्तान व्होलसेलिंग, आदित्य बिरला रिटेल, क्रॉसवर्ड बुकस्टोर, स्वाच ग्रुप और शोपपेर्स स्टॉप लिमिटेड में काम किया। अपने कॉर्पोरेट करियर के शीर्ष पर, अमीषा ने अपनी जॉब ट्रस्ट फॉर रिटेलर एंड रिटेल एसोसिएट्स ऑफ़ इंडिया(TRRAIN) के लिए छोड़ दी। अपने अनुभव और कौशल की बदौलत अमीषा, रिटेल से अपने करियर की शुरुआत कर रहे युवा प्रोफेशनल के लिए प्रेरणा बनीं।
‘नैन्सी ड्रियू’ किताब से मिली नौकरी करने की प्रेरणा
अमीषा गुजराती परिवार में जन्मी और मुंबई में पली-बड़ी। यूनिवर्सिटी ऑफ़ मुंबई से इकोनॉमिक्स की पढाई की और बाद में नरसी मोंजी से मार्केटिंग की पढाई की। बचपन में अंग्रेजी उपन्यास का उन पर काफी प्रभाव रहा जैसे नैंसी ड्रियू(nancy drew) जिसने उनके अन्दर स्वतंत्र होने की भावना विकसित की। “मैं हमेशा पश्चिम से प्रभावित थी। वहाँ के युवा स्वतंत्र थे वह अपने खर्चे और पढाई के लिए स्वयं कमाते थे। इसीलिए मुझे शुरूआती प्रेरणा नैंसी ड्रियू जैसी किताबों से मिली।” नरसी मोंजी में अपनी अंतिम परीक्षा देते समय अमीषा को विज़ापन का अवसर मिला। उनके पसंदीदा सिनेमाघरों में से एक, शॉपिंग मॉल में परिवर्तित किया जा रहा था, लोकप्रिय रीटेल ‘शॉपर्स स्टॉप’ खुल रहा था। “मैंने तुरन्त इस जॉब के लिए आवेदन किया। स्वतंत्र होने का सपना मजेदार था।”-अमीषा कहती हैं।
अपने शुरूआती दिनों की यादों को याद करते हुए अमीषा कहती हैं- “मेरा इंटरव्यू बी.एस.नागेश जी ने लिया जो भारत में रिटेल के पिता माने जाते हैं। मैंने अगले दिन से काम करना शुरू कर दिया। मैंने अपना करियर 1100 रुपयों से शुरू किया।” अमीषा निष्ठावान थीं। वह शॉपर स्टॉप में बहुत से डिपार्टमेंट देखती थीं। “मैं बीबा(biba) को शुरूआती दिनों से जानती हूँ जब इस ब्रैंड को कोई जनता भी नही था, और आज यह 1200 करोड़ का उद्योग है। मैं biba की पहली ग्राहक थी। ”
ठोकरों के बावजूद सीढ़ी चढ़ना
शॉपर स्टॉप के बाद अमीषा ने ओमेगा ग्रुप के साथ काम किया। “प्रेगनेंसी के कारण मैंने साल भर की छुट्टी ली, लेकिन जब मैं वापस आई तो मैंने क्रॉसवर्ड में मर्चेंटाइजिंग के प्रमुख के रूप में पद संभाला। ब्रेक लेना बिल्कुल सही है। इस दौरान मैं अपने आप को अपडेट करती रहती थी।” अमीश कहती हैं। “महिलाओं को कुछ असफलताओं से पीछे नही हटाना चाहिए। वापसी करना आसान काम है।”
क्रॉसवर्ड के बाद, अमीषा ने आदित्य बिरला रिटेल में काम किया।
“मैंने चारों कंपनीओं के साथ शुरुआत से काम किया है जब वह नई थी इस कारण मैं उनके निर्माण का हिस्सा रही| इसके लिए मैं अपने आप को लकी मानती हूँ| TRRAIN में आने से पहले में टेस्को में काम करती थी| मैं उनके गैर खाद्य व्यापार के लिए खरीद और बिक्री को देखती थी| ”
TRRAIN ही क्यों?
वह कहती हैं, “मुझे मेरे गुरु बी.एस.नागेश से ग्रैंड हयात में मिलने का मौका मिला| उन्होंने मुझसे रिटेल ट्रस्ट के बारे में बात की जो की भारत के रिटेल इंडस्ट्री में नया है| मैं इस विचार से बहुत प्रभावित हुई|" TRRAIN का मुख्य मकसद रिटेल इंडस्ट्री में लोगों को सशक्त बनाना है| “ मैं पहले क्या कर रही थी और अब क्या कर रही हूँ, इसमे बहुत बड़ा अंतर है| पहले मैं एक रिटेलर के साथ काम करती थी, अब मैं कई के साथ काम करती हूँ| मुझे दिमाग वाले लोगों के साथ काम करने और एकसाथ मिलकर कुछ नया जानने में अच्छा लगता है|”
TRRAIN के बारे में बताते हुए अमीषा कहती हैं,
“हमने हैदराबाद के रिटेल स्टोर्स में विकलांगता प्रोजेक्ट शुरू किया| हमनें 500 लोगों को प्रशिक्षित किया और आज की तारीक में सभी काम कर रहे हैं| ऐसा कुछ देख कर संतुष्टि मिलती है| ”
रिटेल में बदलाव
1990 के शुरुआत में, रिटेल को कोई जानता नही था| “मैं इस बदलाव का हिस्सा रही हूँ| मैंने पौधें को पेड़ बनते देखा है| पहले जहाँ त्यौहारों के समय ही खरीददारी होती थी| उस समय से लेकर आज तक, बहुत कुछ बदल चुका है| आज उपभोक्ता जानता है उसे क्या चाहिए, और वह उसके लिए कीमत अदा करने के लिए तैयार है| ”
करियर के उतार-चढाव के बारे में
“टेस्को और शॉपर स्टॉप के लिए निजी लेबल का निर्माण करना मेरी प्रमुख उपलब्धियाँ हैं| जो ग्राहक चाहता है वह बनाना मुझे उत्साहित करता है| मैं अपने आप को उपभोक्ता की रुपरेखा के विशेषज्ञ के रूप में देखती हूँ|”
“एक समय पर, TESCO का पूरा मैनेजमेंट ब्रिटेन में था और मैनेजर भारतीय उपभोक्ता को समझने के लिए तैयार नहीं थे| कभी-कभी आप को लड़ना पड़ता है, इस मामले में भी मैंने स्टैंड लिया और जोर देकर कहा कि मुझे हमारे ग्राहकों का बेहतर पता था|”
युवा महिलाओं को सलाह और उन्होंने क्या सही किया
“मेरी जिंदगी में तीन p हैं passion,people और purpose| जो आप कर रहे है उसमे आप को मजा नही आ रहा है तो उस आर्गेनाइजेशन को छोड़ दो| नही तो आप का आप के आस पास के दूसरे लोगों पर भी प्रभाव पड़ेगा| तीसरी सबसे महत्वपूर्ण चीज लोगों और टीमों पर ध्यान देना है| मुझे याद है अपने करियर के शुरूआती दिनों में, जब मैं बॉस के पास काम नही करने वालों के बारे में शिकायत करने गयी थी, मेरे बॉस ने बहुत ही अच्छी बात कही-‘यह आप की नेतृत्व क्षमता को दिखता है, उनके ख़राब प्रदर्शन को नही|’ मैंने इसे दिल पर ले लिया| तब से मेरे पास टीमों के साथ काम करना और बनाने का अद्भुत अनुभव है|”
रिटेल में कैरियर शुरू करने के लिए प्रोफेशनलस के लिए सलाह
अमीषा युवा प्रोफेशनलस को ‘शॉप फ्लोर’ से शुरुआत करने की सलाह देती हैं| “ छह महीने के लिए वहां काम करो, और आप रिटेल के मूल बातों को समझ जाओगे| तब करियर में अवसर मिलते हैं| 2020 तक रिटेल का मार्केट दोगुना होने जा रहा है और वरिष्ठ और मध्यम स्तर के प्रबंधकों के लिए अवसर कभी खत्म नहीं होंगे|”
गुरु का होना मदद करता है
शॉपर स्टॉप के वाईस चेयरमैन बी.एस.नागेश अमीषा के रिटेल में शुरूआती दिनों से गुरु रहे हैं|
“वे बहुत दूरदर्शी हैं| उनके साथ काम करना खुले कैनवास में पेंटिंग करने जैसा है| यहां तक कि मेरे अन्य नौकरियों में, मैं अपने आप से पूछती थी की अगर नागेश जी होते तो इस स्थिति में क्या करते और यह मेरे लिए वर्षों तक मार्गदर्शक बन गया| ”
सबसे बड़ी सफलता का राज
हमेशा पूर्णता के लिए काम करना और कभी भी शॉर्टकट नही लेना, अमीषा को एक नयी उचाई पर ले जाता है| “ अगर मैं कोई बेहतर रास्ता चुनती हूँ तो मैं उसे अपनाती ही अपनाती हूँ| मेरे कई सहयोगियों इस बारे में मुझसे इस नफरत किया करते थे, लेकिन वे भी इस बात के लिए मुझे सम्मान करते हैं| मैं जो करती हूँ उस में अपना 100 प्रतिशत देती हूँ| ”-अमीषा कहती हैं|
जानकारी ग्रहण करना
खूब पढ़ो| इन्टरनेट के माध्यम से जानकारी लों| लोगों के साथ मिलो-जुलो| यह उनकी सतत सलाह है| वह कहती हैं, “मुझे ट्विटर पर लोगों के साथ बातचीत करना पसंद है| हर दिन जानने के लिए अपने रास्ते का पता लगाएं| ”