24 वर्षीय नांगजाप के सफाई अभियान की तारीफ कर रहा है पूरा देश
मेघालय के 24 वर्षीय नांगजाप थाबाह के अभियान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किया सपोर्ट...
हम अपना घर बड़े करीने से और दिल लगाकर साफ करते हैं, लेकिन जब बात हमारे गली मोहल्लों की आती है तो अधिकतर लोग साफ-सफाई की जिम्मेदारी को अपने घरों तक ही सीमित रखते हैं। गली के बाहर लगे कूड़े के ढेर की बगल से दौड़कर निकलते हैं, कि कहीं उसकी बदबू से हमारा मूड न खराब हो जाए और फिर वहां से आगे बढ़कर हम लोग म्यूनिसपॉ़लिटी, सरकार, पड़ोसियों को कोसने लगते हैं।
24 साल के नांगजाप थाबाह ने अपने शहर को साफ रखने के लिए चलाया एक मिशन। अपने मिशन से जोड़ रहे हैं दूसरे लोगों को। उनके इस अभियान को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी किया है सपोर्ट।
हमें लगता है कि सरकार कुछ सफाई करवाती ही नहीं और पड़ोसी ही हैं जो सारा कचरा यहां पटक जाते हैं। हम सिस्टम और सोसायटी को दोष देने लगते हैं और ये भूल जाते हैं कि इस सिस्टम और सोसायटी का एक हिस्सा हम भी हैं।
साफ-सफाई, एक ऐसी चीज जो जरूरत भी है और जरूरी भी। हम सब चाहते हैं कि हमारा घर-आंगन एकदम चकाचक रहे। हम अपना घर बड़े करीने से और दिल लगाकर साफ करते हैं, लेकिन जब बात हमारे गली मोहल्लों की आती है तो अधिकतर लोग साफ-सफाई की जिम्मेदारी को अपने घरों तक ही सीमित रखते हैं। गली के बाहर लगे कूड़े को ढेर के बगल से दौड़कर निकलते हैं, कि कहीं उसकी बदबू से हमारा मूड न खराब हो जाए और फिर वहां से आगे बढ़कर हम लोग म्यूनिसपॉ़लिटी, सरकार, पड़ोसियों को कोसने लगते हैं। हमें लगता है कि सरकार कुछ सफाई करवाती ही नहीं और पड़ोसी ही हैं जो सारा कचरा यहां पटक जाते हैं। हम सिस्टम और सोसायटी को दोष देने लगते हैं और ये भूल जाते हैं कि इस सिस्टम और सोसायटी का एक हिस्सा हम भी हैं। हम अपने-अपने घरों का कचरा सड़क पर नहीं फेंकेगें तो गंदगी होगी ही नहीं, अगर राह चलते चिप्स का पैकिट हवा में उड़ाना बंद कर देंगे तो हमारे आस-पास का इलाका साफ-सुथरा लगेगा। हमें सिर्फ अपने घरों की चिंता होती है। हम ये नहीं सोचते कि अगर हम घर के साथ साथ आस-पड़ोस में सफाई रखेंगे तो भला हमारा ही होगा। गंदगी से होने वाली तमाम बीमारियां हमसे हमेशा के लिए दूर रहेंगी।
एक युवा ने उठाया है बीड़ा
वैसे ये सारी बातें हम सब को ही पता है, लेकिन वही हमारा एटीट्यूड कि एक हमारे सुधर जाने से क्या होगा। लेकिन शिलांग के एक शख्स ने यह सोच पूरी तरह झूठी साबित कर दी है। मेघालय के 24 साल के नांगजाप थाबाह ने अपने शहर को साफ रखने के लिए #NoLitterShillong नाम का एक मिशन चलाया है। वह दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करते हैं। उनके इस अभियान को पीएम नरेन्द्र मोदी ने भी काफी सपोर्ट किया है।
नांगजाप का कहना है कि 'यह हमारे देश के प्रधान मंत्री का सपना है। सपने को पूरा करने में हमें उनकी पूरी मदद करनी चाहिए।'
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नांगजाप लोगों को जोड़ रहे हैं अपने मिशन से
नांगजाप खास तौर पर लोगों से इस मुहिम में शामिल होने की गुहार भी कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने #AdoptaNeighbourhood नाम का एक हैशटैग बनाया है। वह इस मिशन पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करने की बात कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई लोग इसके साथ जुड़े हैं। यह नरेन्द्र मोदी के सफाई अभियान का एक हिस्सा है। नांगजप चाहते हैं कि अपने आस-पास की सफाई को गंभीरता के साथ लिया जाए। वह इसे एक कम्युनिटी के तौर पर जोड़ना चाहते हैं। यह मिशन सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। इस पर उनके भाई बहन के अलावा कम्युनिटी के बाकी लोग भी इसके साथ काम कर रहे हैं।
नांगजाप को मिल रही हैं खूब सारी तारीफें
हालांकि इस काम को वह रोज तो नहीं करते हैं, फिर भी हफ्ते में कम से कम एक बार जरूर शिलांग की सड़कों पर निकलते हैं। सोशल मीडिया पर बाकी लोग भी इसके साथ जुड़ रहे हैं। ट्विटर और फेसबुक पर कई हजार लोगों ने इनके इस विशेष काम को सराहा है और उन पर ढेरों रिएक्शन भी दिए हैं। उनकी इस मुहिम में ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ रहें है।