बिजनेस जर्नलिस्ट से लेकर बिजनेस वीमन तक का सफर
विशाखा तलरेजा एक बिजनेस जर्नलिस्ट थीं, जिनका बीट हॉस्पिटैलिटी और ट्रेवल था। सालों तक वह होटलियर्स से इंटरैक्ट करती रहीं और एक इंटरप्रेन्योर बनने की उनकी इच्छा उतनी हो बलवती होती चली गई। इस तरह से ‘द होटल एक्सप्लोरर’ का जन्म हुआ, एक ऐसा होटल डिस्कवरी प्लेटफॉर्म जिसमें रिव्यूज, होटल ट्रेंड्स और डील्स जैसे फीचर्स हैं।
विशाखा तलरेजा को एक एंटरप्रेन्योर बनाने के पीछे लेमन ट्री होटल्स प्राइवेट लिमिटेड के सीएमडी पातु केसवानी , राहुल पंडित (अब जिंजर होटल्स), विक्रम ओबेराय (ओबेराय ग्रुप ऑफ होटल्स), दीप कालरा (मेक माई ट्रिप) और शरत धल्ल (यात्रा डॉट कॉम) जैसे एंटरप्रेन्योर और उद्योगपतियों की प्रेरक कहानियों ने खास भूमिका निभाई है।
विशाखा कहती हैं- “मैं खुशकिस्मत हूं कि बतौर जर्नलिस्ट मेरे करियर ने मुझे ट्रेवल और हॉस्पिटेलिटी इंडस्ट्री के इन सभी लोगों से मिलने और उनके सफर से कुछ न कुछ सीखने का मौका दिया।”
द हटोल एक्सप्लोर की शुरुआत पिछले साल अगस्त में हुई उसने अब तक ट्रेवलर्स के लिए तमाम बुटिक प्रॉपर्टिज को इंट्रोड्यूस किया है जिनके बारे में विशाखा का दावा है कि ये ‘छिपे हुए रत्न’ हैं। आल्टरनेट एकोमोडेशन ऑप्शंस काफी लोकप्रिय हो रहे हैं और ट्रेवलर्स एक्सपेरिमेंटल स्टे की तलाश करते हैं।
द होटल एक्सप्लोरर की फाउंडर और एडिटर विशाखा कहती हैं-
“हालांकि हम सीधे डील्स नहीं करते जबकि हमारे पास ट्रेवल पार्टनर्स हैं, जो लोगों की बुकिंग में मदद करते हैं। हम ट्रेवलर्स को सूचना देते हैं और उन्हें प्रेरित करते हैं और एक होटल गाइड के रुप में इन्फॉर्मेटिव और इंटरटेनिंग कंटेंट देने काम करते हैं।”
इकोनॉमिक्स ग्रेजुएट जो एंटरप्रेन्योर बन गई
विशाखा दिल्ली के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से एक इकोनॉमिक्स ग्रेजुएट हैं। वह द इकोनॉमिक्स टाइम्स, फाइनेंसियल एक्सप्रेस और टीवी टुडे ग्रुप जैसे अलग-अलग संस्थानों में बतौर बिजनेस रिपोर्टर काम कर चुकी हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 2006 में द इकोनॉमिक्स टाइम्स के लिए फीचर राइटर के तौर पर किया। उनकी आखिरी जॉब न्यू इंडियन एक्सप्रेस में थी जहां वह 2013 के आखिर तक जुड़ी रहीं। न्यू इंडियन एक्सप्रेस में प्रभु चावला के साथ काम करते हुए उनके अंदर ऑनलाइन स्पेस में कुछ करने का जुनून सवार हुआ। विशाखा कहती हैं-
“उस उम्र में भी वह (प्रभु चावला) टेक्नोलॉजी का फायदा उठाने और सोशल मीडिया के जरिये चीजों को प्रमोट करने को लेकर बेहद जुनूनी थे। इससे मैं बहुत प्रभावित हुई। इसके अलावा मैं मानती थी कि मैं हमेशा के लिए एक जर्नलिस्ट के तौर पर काम नहीं कर सकती इसलिए मैंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिये कुछ क्रिएटिव करने का फैसला किया। आखिरकार मैंने इस क्षेत्र में कदम रख ही दिया।”
एक उत्साही ट्रेवलर और एक सोशल मीडिया जंकी विशाखा को ट्रेवल और एंटरप्रेन्योरशिप के बारे में अपने पर्सनल हैंडल से भी ट्वीट करना काफी पसंद है।
राहुल यादव की स्टोरी से मंत्रमुग्ध
विशाखा को राहुल यादव (हाउसिंग डॉट कॉम के फाउंडर और सीईओ) की स्टोरी बहुत ही सम्मोहक लगी। “मैं चकित थी कि किस तरह उन्होंने किसी चीज को इतना विशाल बनाया और फिर खुद ही उसे पूरी तरह तबाह भी कर दिया। वह मेरे लिए एंटरप्रेन्योरशिप में एक केस स्टडी की तरह हैं। मैंने एंटरप्रेन्योरशिप के पूरे कॉन्सेप्ट को ही बहुत आकर्षक पाया।”
हालांकि एक चीज उन्हें बहुत परेशान करती है। उन्होंने अक्सर ऐसे तमाम लोगों से इंटरेक्ट किया है जो महिला उद्यमियों के बारे में पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं। विशाखा कहती हैं- “मैं महसूस करती हूं कि लोग आसानी से महिला उद्यमी के पर्सनल डिटेल की खंगालने की इच्छा रखते हैं।” क्या आप अपने परिवार की मुख्य कमाऊ सदस्य हैं?, क्या आप विवाहित हैं?, आपके पति क्या करते हैं? जैसे कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके बारे में वह चाहती हैं कि उनसे कोई भी न पूछे। भारत में अगर कोई पुरुष बिजनेस के बारे में बात करता है तो सब ओके है मगर जब कोई महिला उद्यमी इस पर बात करती है तो लोगों को संदेह या अचरज होता है।
परिवार में हैं रोल मॉडल्स
विशाखा के पिता एक बिजनेसमैन हैं जिन्हें वह एक सेल्फ-मेड इंसान मानती हैं। हालांकि उनके पास टिंबर और प्लाइवुड का परंपरागत बिजनेस था मगर उन्होंने इसे अपने दम पर खड़ा किया। विशाखा के सास-ससुर सरकारी सर्विस में हैं मगर उन्होंने भी उसे पूरा सपोर्ट दिया।
विशाखा के पति रजत गुहा ने भी उन्हें प्रेरित किया। वह भी एक एंटरप्रेन्योर हैं और उन्होंने विशाखा को एंटरप्रेन्योर बनने के लिए प्रेरित किया। विशाखा बताती हैं- “उन्हें मेरे स्वतंत्र अस्तित्व के बारे में उनकी दृढ़ विश्वास है और वह मुझे एक एंटरप्रेन्योर के तौर पर आगे बढ़ते देख खुश हैं।”
अपने घर से मिलने वाले सपोर्ट से उत्साहित विशाखा ने अपने वेंचर में कई तरह के इनोवेशन्स किये हैं जो आने वाले दिनों में सामने आने वाले हैं।