रायपुर स्थित यह स्टार्टअप पूरे परिवार के लिए उपलब्ध करा रहा है हेल्थकेयर सर्विस
यह लेख छत्तीसगढ़ स्टोरी सीरीज़ का हिस्सा है...
लोगों में अब स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूकता आ गई है और यही वजह है कि लोग अब बीमारी के बाद अस्पताल जाने की बजाय पहले से ही उन उपायों पर जोर देने लगते हैं जिनसे बीमारी से दूर रहा जाए। इसे मेडिकल की भाषा में प्रिवेन्टिव हेल्थकेयर कहा जाता है।
विक्रम ने देखा कि लोग वक्त न होने की वजह से, पैसे ज्यादा होने की वजह से या दूसरों पर निर्भरता जैसी चीजों की वजह से अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते। वे इन चारों समस्याओं को खत्म करना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने मेडिक्लिक लॉन्च किया जो कि एक ऑनलाइन क्लाउड बेस्ड पेशेंट एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म है।
स्टार्टअप: मेडिक्लिक
संस्थापक: विक्रम आदित्य
स्थापित वर्ष: 2017
कहां स्थित है: रायपुर
सेक्टर: हेल्थकेयर
फंडिंग: सीड फंडिंग
लोगों में अब स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूकता आ गई है और यही वजह है कि लोग अब बीमारी के बाद अस्पताल जाने की बजाय पहले से ही उन उपायों पर जोर देने लगते हैं जिनसे बीमारी से दूर रहा जाए। इसे मेडिकल की भाषा में प्रिवेन्टिव हेल्थकेयर कहा जाता है। भारत में यह सेक्टर अभी नया है और काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के मुताबिक 25 प्रतिशत भारतीय जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों की चपेट में आकर 70 से पहले ही दुनिया को अलविदा कह देते हैं। दुखद बात यह है कि अगर समय पर इलाज किया जाए तो इनसे बचा जा सकता है।
लगभग एक दशक तक फार्मा सेक्टर में काम करने के वाले विक्रम आदित्य को लगा कि अपने देश में भी प्रिवेंटिव हेल्थकेयर सिस्टम की आवश्यकता है। वे कहते हैं, 'मेरे दादाजी डॉक्टर हैं। मैंने फार्मा सेक्टर में पूरा एक दशक बिताया है। लोग अक्सर मुझसे अच्छे डॉक्टर या अच्छी दवाइयों के बारे में पूछते रहते थे।' विक्रम ने देखा कि लोग वक्त न होने की वजह से, पैसे ज्यादा होने की वजह से या दूसरों पर निर्भरता जैसी चीजों की वजह से अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते। वे इन चारों समस्याओं को खत्म करना चाहते थे। इसीलिए उन्होंने मेडिक्लिक लॉन्च किया जो कि एक ऑनलाइन क्लाउड बेस्ड पेशेंट एंगेजमेंट प्लेटफॉर्म है।
कैसे काम करता है मेडिक्लिक?
विक्रम का मानना है कि किसी भी बीमारी के इलाज का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा ये है कि इसे सही समय पर सटीक और पूर्ण इलाज की आवश्यकता होती है। इसके बाद सही डॉक्टर खोजना सबसे जरूरी होता है। इसके बाद विक्रम को लगा कि भारत में सही डायग्नोसिस, सही स्पेशलिस्ट और सही ट्रीटमेंट खोजना आसान नहीं होता। इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखते हुए उन्होंने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर 2017 में मेडिक्लिक (Mediklik) की शुरुआत की थी।
यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां पर प्रिवेंटिव हेल्थकेयर के पैकेज उपलब्ध कराए जाते हैं। ये पैकेज मेडिकल एक्सपर्ट्स द्वारा उपलब्ध कराए जाते हैं ताकि जीवनशैली को हर तरह से बदला जा सके। मेडिक्लिक हेल्थ से जुड़ी जानकारियों के लिए एक सोर्स की तरह काम करता है और दवाईयां, बीमारियां, उपचार जैसी तमाम जानकारी उपलब्ध कराता है। इसके पास 500 के करीब हेलथकेयर पार्टनर भी हैं। ये पार्टनर क्लीनिक्स, डॉक्टर डायग्नोस्टिक सेंटर और लैब शामिल हैं।
प्रत्येक सूचना पृष्ठ पर आसपास के क्षेत्र में स्वास्थ्य देखभाल प्रदाताओं की एक सूची दिखाई जाती है जहां से ऑनलाइन परामर्श लिया जा सकता है। इस सर्विस को हासिल करने के लिए यूजर को रजिस्ट्रेशन करवाने की जरूरत होती है। यह रजिस्ट्रेशन बिलकुल मुफ्त होता है और मेडिक्लिक की टीम उसके घर पर फैमिली हेल्थ की जानकारी के लिए मुफ्त में एक बार विजिट भी करती है।
कैसे हैं प्लान्स
एक सिंगल फैमिली प्लान में आवधिक हेल्थ चेकअप, अग्रिम स्वास्थ्य आकलन (मानसिक, भावनात्मक और व्यावसायिक आकलन सहित), पूर्ण स्वास्थ्य रिकॉर्ड डिजिटलीकरण, आहार परामर्श और योजना, विशेषज्ञों के एक पैनल से ऑनलाइन डॉक्टर समर्थन (एमडी, स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, त्वचा विशेषज्ञ, आहार विशेषज्ञ, और फिटनेस विशेषज्ञ) पूरे एक साल के लिए शामिल होता है। चार सदस्यों के परिवार के लिए यह स्टार्ट अप 8.500 रुपये चार्ज करता है। गंभीर बीमार मरीजों के लिए विशेष स्वास्थ्य योजनाएं भी उपलब्ध हैं; उनकी कीमत लगभग 16,000 रुपये प्रति रोगी है।
ये सारी सुविधाएं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस वाले वर्चुअल असिस्टेंट के सपोर्ट से संचालित होती हैं। जो हेल्थ डेटा शेयर होता है उसके आधार पर आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान की जाती है। यह वर्चुअल असिस्टेंट दवाओं, खाना औऱ बाकी सभी चीजों का भी ख्याल रखता है। किसी भी यूजर की जो भी जानकारियां सुरक्षित की जाती हैं उन्हें बिना अनुमिति के इस्तेमाल नहीं किया जाता। यूजर को पैकेज अमाउंट का पूरा 100 प्रतिशत कैशबैक मिल जाता है, जिसे मेडिक्लिक के किसी भी हेल्थ पार्टनर से दवाएं खरीदने, हॉस्पिटल बिल या लैब टेस्ट करवाने में इस्तेमाल किया जा सकता है हालांकि यह केवल एक ही बार काम आता है।
उपयोगकर्ताओं को पैकेज राशि पर 100 प्रतिशत नकद वापस प्राप्त होता है, जिसका उपयोग दवाइयों को खरीदने, अस्पताल के बिलों का भुगतान करने, या मेडिक्लिक के किसी भी स्वास्थ्य साथी से लैब परीक्षण प्राप्त करने के दौरान किया जा सकता है। कैशबैक केवल पहले उपयोग के लिए लागू होता है। ये सभी निःशुल्क सुविधाएं उपयोगकर्ता के घर पर ही प्रदान की जाती है - यानी कोई प्रतीक्षा नहीं, कोई यात्रा नहीं, और कोई निर्भरता नहीं।
विक्रम कहते हैं, 'यह दिसंबर 2017 की बात है जब हमने पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर 10 परिवारों को मुफ्त सेवाएं प्रदान करने की कोशिश की थी। वे बहुत खुश थे और उन्हीं की सलाह पर हमने मार्केट में कदम रखा। हालांकि हम तैयार नहीं थे। हमारे पास सही संसाधन नहीं थे, लेकिन हमें जल्द ही एक उद्योगपति निवेशक मिला और हमें पहली कॉर्पोरेट पैकेज बुकिंग मिली।' इसके बाद टीम में प्रशांत अग्रवाल को शामिल किया गया जो कि यूनिसेफ और डिपार्टमेंट ऑफ चाइल्ड वेलफेयर के साथ एक टेक्निकल कंसल्टेंट के तौर र काम कर रहे थे। अभी मेडिक्लिक टीम में15 लोग काम कर रहे हैं।
बढ़ता उद्योग
फार्मा उद्योग वर्तमान में 15 बिलियन डॉलर का हो गया है। इस क्षेत्र के कुछ चीजों पर काम करने की जरूरत है। जैसे डिलिवरी में देरी, नकली दवाएं। मेडिक्लिक का दावा है कि अभी तक उसने 25 लाख का रेवेन्यू इकट्ठा कर लिया है। विक्रम कहते हैं, 'हमने 40 से भी ज्यादा कॉर्पोरेट और इंडस्ट्री के सा पार्टनरशिप की है इसमें सेंट्रल इंडिया के बड़े ग्रुप शामिल हैं।' अभी यह स्टार्ट अपने शुरुआती दौर में है लेकिन आने वाले समय में पूरे देश में पहुंच बनाने की योजना है।
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