CAA हिंसा पर बोले फिल्म अभिनेता अजय देवगन, हिंसा नहीं, बहस होनी चाहिए
सीएए के विरोध पर टिप्पणी करते हुए, फिल्म अभिनेता अजय देवगन ने कहा कि लोगों को व्यक्त करने का पूरा अधिकार है और हिंसा नहीं बल्कि बहस होनी चाहिए।
फिल्म अभिनेता अजय देवगन और अभिनेत्री काजोल अपनी आगामी पीरियड ड्रामा फिल्म तानाजी- द अनसंग वॉरियर को प्रमोट कर रहे हैं, जो 10 जनवरी को रिलीज़ होने वाली है।
जहां इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक साक्षात्कार में, अजय देवगन से पूछा गया कि क्या वह चिंतित हैं कि देश में बढ़ती अशांति और तनाव उनकी फिल्म को प्रभावित करेंगे? और सीएए पर उनकी क्या राय हैं।
जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि
‘‘लोगों को "असहमत होने के लिए सहमत" चुनना चाहिए, लेकिन हिंसा नहीं करनी चाहिए।’’
उन्होंने आगे कहा,
“इसने (तानाजी फिल्म ने) सलमान खान की फिल्म दबंग-3 को प्रभावित किया है। और मेरी अशांति यह है कि मुझे लगता है कि हम एक लोकतंत्र में हैं, और अगर स्थापना ने निर्णय लिया है, तो उन्हें निर्णय लेने का अधिकार है। लेकिन, जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं उन्हें भी खड़े होने और एक राय बनाने का अधिकार है।”
अजय देवगन ने निष्कर्ष बताते हुए कहा,
“अगर ऐसा होता है, तो मुझे लगता है कि चीजों को सुलझाया जा सकता है क्योंकि हर किसी को अपनी आवाज उठाने का अधिकार है, और प्रतिष्ठान को यह भी निर्णय लेने का अधिकार है कि देश के लिए क्या अच्छा है और देश के लिए गलत है क्योंकि हमने उन्हें चुना है। लेकिन कभी-कभी हमें असहमत होना चाहिए और एक बहस होनी चाहिए, एक वार्तालाप, हिंसा नहीं।”
आपको बता दें कि फिल्म तानाजी- द अनसंग वॉरियर मराठा साम्राज्य के एक सैन्य नेता तानाजी मालुसरे पर आधारित है। फिल्म में सैफ अली खान भी हैं और यह आगामी 10 जनवरी को रिलीज होने वाली है।
गौरतलब हो कि तानाजी मालुसरे मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज की सेना में सैन्य नेता थे। तानाजी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के साथ कई युद्ध लड़े थे। तानाजी को उनके वीर और बहादुर इरादों से लिए जाना गया। तानाजी को 1670 में हुए सिन्हागढ़ युद्ध में उनके योगदान के लिए याद किया जाता है।