Flipkart ने सेलर्स के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए पेश की नई रेट कार्ड नीति
सरलीकृत रेट कार्ड नीति का उद्देश्य प्लेटफार्म पर विक्रेताओं के लिए प्रतिस्पर्धा बढ़ाते हुए और सेटलमेंट में स्पष्टता लाते हुए विकास एवं विस्तार को बढ़ावा देना है. ये रेट कार्ड, अपडेटेड शिपिंग लागत और किफायती एफबीएफ दरों के माध्यम से विक्रेता ग्राहकों को बेहतर मूल्य प्रदान करने में सक्षम होंगे.
भारत के घरेलू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट (
) ने नई सरलीकृत रेट कार्ड नीति की घोषणा की है. इसका उद्देश्य फ्लिपकार्ट के प्लेटफॉर्म पर विक्रेताओं के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाना और सेटलमेंट में अधिक स्पष्टता लाना है.18 मई, 2024 से प्रभावी हो रहे नए रेट कार्ड की मुख्य विशेषताओं में सरलीकृत रेट कार्ड स्ट्रक्चर और किफायती एफबीएफ दरें शामिल हैं, जिनसे बड़े पैमाने पर परिचालन को सुव्यवस्थित करने के लिए प्रतिस्पर्धी बढ़त मिलती है. इनके अलावा, एक अपडेटेड शिपिंग नीति भी इसका हिस्सा है, जो विक्रेताओं को अपने ग्राहकों को उचित मूल्य प्रदान करने में सक्षम बनाती है. सरलीकृत रेट कार्ड के माध्यम से यह परिवर्तनकारी पहल विकास के समान अवसरों को बढ़ावा देगी. कंपनी का कहना है कि यह पहल विक्रेताओं को सशक्त बनाने की दिशा में फ्लिपकार्ट की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. इस पहल के माध्यम से फ्लिपकार्ट भारत में ई-कॉमर्स के बेहतर भविष्य को आकार देने की अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ा रहा है.
नए रेट कार्ड स्ट्रक्चर के कुछ महत्वपूर्ण फायदे निम्नलिखित हैं:
सुव्यवस्थित रेट कार्ड स्ट्रक्चर: नए रेट कार्ड को चार घटकों (फिक्स्ड कमीशन, कलेक्शन, शिपिंग) से दो (फिक्स्ड और कमीशन) तक लाते हुए सरलीकृत किया गया है, जिससे सेटलमेंट में पारदर्शिता बढ़ेगी. रेट कार्ड को सरल बनाकर फ्लिपकार्ट ने अपने विक्रेताओं के लिए व्यापार को सुगम बनाया है, जिससे वे अपनी मुख्य दक्षताओं पर ध्यान केंद्रित कर पाते हैं.
सरलीकृत शिपिंग लागत: एक अपडेटेड शिपिंग नीति के साथ फ्लिपकार्ट का लक्ष्य विक्रेताओं के इकोसिस्टम में पारदर्शिता और निष्पक्षता को बढ़ाना है. इसके तहत, लोकल एवं जोनल क्षेत्रों में 500 ग्राम से कम की शिपिंग पर अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा. हालांकि, राष्ट्रीय शिपिंग और 500 ग्राम से अधिक की श्रेणियों के लिए अधिभार (सरचार्ज) लागू होगा.
न्यायसंगत और सुगम विकास: नया रेट कार्ड स्ट्रक्चर शुल्क में पारदर्शिता के साथ न्यायसंगत विकास को बढ़ावा देता है. यह बदलाव विक्रेताओं को अपने व्यवसाय का विस्तार करने के लिए सशक्त बनाता है और समान अवसर प्रदान करता है, जहां विक्रेताओं को फलने-फूलने का मौका मिलता है.
एफबीएफ को अधिक किफायती बनाना: फुलफिलमेंट बाय फ्लिपकार्ट (एफबीएफ) उन विक्रेताओं के लिए आधार बनकर उभरा है, जो अपने परिचालन को बढ़ाना चाहते हैं. संशोधित रेट कार्ड के साथ फ्लिपकार्ट ने एफबीएफ को अधिक किफायती बना दिया है और प्रतिस्पर्धी दरों एवं बेहतर लाभ की पेशकश की है. यह पहल उद्योग में ऐसी क्रांति लाने के लिए तैयार है, जिससे विक्रेताओं के लिए अपनी पहुंच का विस्तार करना आसान और किफायती हो जाएगा.
विक्रेता रेट कार्ड में किए गए संशोधनों के लाभ एवं निहितार्थ को समझें, इसके लिए एक व्यापक शैक्षिक रणनीति भी लागू की गई है. नए रेट कार्ड स्ट्रक्चर के फायदों के बारे में विस्तार से बताते हुए फ्लिपकार्ट रिकॉर्डेड स्पष्टीकरण जारी करेगा और इन बदलावों को समझने के लिए चरण-दर-चरण मार्गदर्शन भी प्रदान करेगा. विक्रेताओं की सहायता के लिए फ्लिपकार्ट की समर्पित टीम उन्नत व्यावसायिक निर्णय लेने में विक्रेताओं को सहायता प्रदान करेगी. सूचना से संबंधित संसाधनों और डायरेक्ट सपोर्ट चैनल के माध्यम से फ्लिपकार्ट का लक्ष्य विक्रेताओं को इन बदलावों को समझने और प्लेटफॉर्म पर अधिकतम सफलता के साथ सही निर्णय लेने में उनकी सहायता करना है.
इस पहल के बारे में राकेश कृष्णन, वाइस प्रेसिडेंट एवं प्रमुख – मार्केटप्लेस, फ्लिपकार्ट ने कहा, “एक घरेलू ई-कॉमर्स कंपनी के रूप में हम मानते हैं कि ई-कॉमर्स के लगातार बदलते परिदृश्य में ढलना विक्रेताओं के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. हमारी तरफ से किए गए ये परिवर्तन विक्रेताओं के साथ हमारी सतत बातचीत का प्रतिबिंब हैं. जटिलताएं कम करके और स्पष्ट सेटलमेंट सुनिश्चित करके हमारा लक्ष्य फ्लिपकार्ट पर व्यापार को सहज और अधिक फायदेमंद बनाना है. रेट कार्ड को रीडिजाइन करने का यह कदम पूरे भारत में विक्रेताओं के विशाल नेटवर्क के लिए परिचालन को सुव्यवस्थित करने और मजबूत समर्थन प्रदान करने की फ्लिपकार्ट की व्यापक पहल का हिस्सा है. इन बदलावों से व्यापार करने में आसानी होगी और नए बाजारों तक पहुंच एवं उपभोक्ता से जुड़ाव बढ़ाने में मदद मिलेगी. हमें विश्वास है कि यह पहल विक्रेताओं के लिए नए अवसर खोलेगी और इस प्लेटफॉर्म पर बिक्री के अनुभव को बदल देगी.”