Zomato ने अपनी प्लेटफ़ॉर्म फीस में किया 33% का इजाफा
गुरुग्राम स्थित कंपनी ने अगस्त 2023 में एक स्टैंडर्ड फ्लैट प्लेटफ़ॉर्म फीस पेश की थी, जो शुरुआत में प्रति ऑर्डर 2 रुपये से शुरू हुई और बाद में अधिकांश प्रमुख बाजारों में 3 रुपये तक बढ़ गई.
ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी
ने प्रमुख बाजारों में उपयोगकर्ताओं के लिए अपनी प्लेटफ़ॉर्म फीस 4 रुपये प्रति ऑर्डर तक बढ़ा दी है, जो पिछले 3 रुपये से 33% अधिक है. 1 जनवरी से प्रभावी इस संशोधन को इसके ऐप पर विवरण के माध्यम से सत्यापित किया गया है.नए साल की पूर्व संध्या के दौरान, कंपनी ने चुनिंदा बाजारों में शुल्क को अस्थायी रूप से बढ़ाकर 9 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया था. फीस में यह बढ़ोतरी 31 दिसंबर को ज़ोमैटो को अधिक ऑर्डर मिलने के साथ हुई.
ज़ोमैटो के एक प्रवक्ता ने YourStory को बताया, "ये व्यावसायिक निर्णय हैं जिन्हें हम समय-समय पर विभिन्न कारकों के आधार पर लेते हैं."
ज़ोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने एक्स पर खुलासा किया कि ऑर्डर पिछले छह वर्षों में, यानी 2015 से 2020 तक नए साल की पूर्व संध्या के दौरान दर्ज की गई संचयी संख्या को पार कर गए.
गुरुग्राम स्थित कंपनी ने अगस्त 2023 में एक स्टैंडर्ड फ्लैट प्लेटफ़ॉर्म फीस पेश की थी, जो शुरुआत में प्रति ऑर्डर 2 रुपये से शुरू हुई और बाद में अधिकांश प्रमुख बाजारों में 3 रुपये तक बढ़ गई.
इसी तरह, ज़ोमैटो के प्रतिद्वंद्वी स्विगी ने पिछले साल 2 रुपये शुल्क लेना शुरू किया था, जिसे बाद में बढ़ाकर 3 रुपये कर दिया गया था.
रिपोर्ट के मुताबिक, जोमैटो डिलीवरी चार्ज के अलावा प्लेटफॉर्म शुल्क भी लगाता है. हालाँकि, यह डिलीवरी शुल्क इसके लॉयल्टी प्रोग्राम, ज़ोमैटो गोल्ड के सदस्यों के लिए माफ किया गया है, जो अग्रिम शुल्क का भुगतान करते हैं और छूट और मुफ्त डिलीवरी जैसे लाभ प्राप्त करते हैं.
प्लेटफ़ॉर्म शुल्क ज़ोमैटो गोल्ड सदस्यों पर भी लागू होता है.
सितंबर 2023 को समाप्त तिमाही में, ज़ोमैटो ने 36 करोड़ रुपये का कर पश्चात लाभ दर्ज किया. कंपनी ने अपने शेयरधारकों को एक फाइलिंग के माध्यम से सूचित किया कि वित्त वर्ष 24 की दूसरी तिमाही में ऑपरेशनल रेवेन्यू 71% बढ़कर 2,848 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
इस वृद्धि को फूड डिलिवरी, क्विक कॉमर्स खंडों और बाहर जाने (डाइनिंग आउट और लाइव इवेंट) में सकल ऑर्डर मूल्यों (जीओवी) में 47% की साल-दर-साल वृद्धि से बढ़ावा मिला.
(Translated by: रविकांत पारीक)