[फंडिंग अलर्ट] कलारी कैपिटल के नेतृत्व में Swift ने प्री-सीरीज़ ए राउंड में जुटाए 2.2 मिलियन डॉलर
इंटरनेट कॉमर्स एनेबलर Swift इंजीनियरिंग प्रयासों को बढ़ाने और चेकआउट, पेमेंट और सप्लाई में कॉम्पलेक्स बिजनेस वर्कफ़्लो को सरल बनाने के लिए इस फंडिंग का उपयोग करेगा।
रविकांत पारीक
Monday July 26, 2021 , 3 min Read
बेंगलुरु स्थित इंटरनेट कॉमर्स एनेबलर Swift ने मौजूदा निवेशकों FirstCheque, Indian Angel Network, और अन्य एंजेल निवेशकों की भागीदारी के साथ Kalaari Capital के नेतृत्व में प्री-सीरीज़ ए फंडिंग राउंड में 2.2 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
2019 में बिट्स पिलानी (BITS Pilani) के तीन दोस्तों - श्याम कलिता (Ex-Pitney Bowes, Ex-Zinnov), प्रयास मित्तल (ex-Flipkart, ex-Urban Ladder), और देबांशु सिन्हा (ex-Goldman Sachs, ex-Citi) द्वारा शुरू किए गए Swift के कॉमर्स प्लेटफॉर्म SMEs की मदद करके लाखों उपभोक्ताओं के लिए ऑनलाइन खरीदारी को आसान बनाता है, और D2C और ओमनीचैनल ब्रांड बिना किसी परेशानी के अपने इंटरनेट कॉमर्स वेंचर्स चलाते हैं।
स्टार्टअप ने कहा कि इस फंडिंग राउंड का उपयोग इंजीनियरिंग प्रयासों को बढ़ाने और चेकआउट, पेमेंट और सप्लाई में कॉम्पलेक्स बिजनेस वर्कफ़्लो को सरल बनाने के लिए किया जाएगा।
Swift के को-फाउंडर श्याम कलिता ने कहा,
"हमारा चेकआउट प्रोडक्ट मार्केटिंग, कार्ट मैनेजमेंट और पेमेंट के लिए इंटीग्रेटेड वन-टैप लेयर प्रदान करके ब्रांड को ग्राहकों के साथ निर्बाध रूप से जारी रहने में मदद करता है। दूसरी ओर, Swift का फ्लैगशिप फुलफिलमेंट प्रोडक्ट, सेलर्स को बेहतर मैनेज, प्रोसेस और डिलीवर करने में मदद करता है। एक साथ, हमारा प्लेटफॉर्म भारत की इंटरनेट इकोनॉमी के विकास को शक्ति प्रदान कर सकता है।”
Swift के इंटरनेट कॉमर्स स्टैक को D2C ब्रांडों, ड्रॉप शिपर्स, छोटे व्यवसायों और ओमनीचैनल ब्रांडों को समान रूप से अच्छी तरह से सेवा देने के लिए डिज़ाइन किए जाने का दावा किया गया है।
हाल ही में लॉन्च किया गया 'Swift Checkout' प्रोडक्ट विक्रेताओं को कार्ट परित्याग को कम करके ऑर्डर वॉल्यूम बढ़ाने में मदद करता है, जबकि उनका 'Fulfill with Swift' प्रोडक्ट OMS, WMS, शिपिंग और रिकंसिलेशन - सभी को एक ही स्थान पर जोड़ता है। अपने इंटेलीजेंट रूटिंग और आरटीओ मैनेजमेंट इंजनों के साथ, ऑर्डर तेजी से, सस्ते और बेहतर तरीके से पूरे किए जाते हैं।
Swift के को-फाउंडर प्रयास मित्तल ने कहा,
“अमेजन और फ्लिपकार्ट जैसे बाजारों के साथ प्रतिस्पर्धा करना, कॉमर्स को सक्षम करने के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर के बिना, घोड़ों की दौड़ में खच्चर चलाने के समान है। स्विफ्ट में, हमने एक वन-स्टॉप समाधान बनाया है जो विक्रेताओं को अपने मुख्य व्यवसाय पर ध्यान केंद्रित करने में सक्षम बनाता है, जबकि हमारा इन्फ्रास्ट्रक्चर इसके चारों ओर सब कुछ मैनेज करता है - कार्ट कन्वर्जन, पेमेंट, सप्लाई और रिटर्न रिकंसिलेशन।“
पिछले कुछ वर्षों में भारत में D2C इकोसिस्टम और वर्टिकल ईकॉमर्स तेजी से बढ़ रहा है। हमारा मानना है कि ऐसे समाधान तैयार करना जो ऑनलाइन ब्रांडों और SMEs को पूरा करते हैं, जो उन्हें बड़े वर्टिकल ईकॉमर्स खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेंगे, उनके लिए आगे चलकर एक बड़ा अवसर होगा।
Kalaari Capital की पार्टनर किरण वासिरेड्डी ने कहा,
"Swift एक फुल स्टैक ई-कॉमर्स इनेबलमेंट प्लेटफॉर्म का निर्माण कर रहा है, जिसमें ब्रांड, SMEs और ईकॉमर्स प्लेटफॉर्म मूल्य पा रहे हैं और हम टीम के दृष्टिकोण और निष्पादन से प्रभावित हैं।"
Swift के अनुसार, भारत में D2C स्पेस 2025 तक 100 बिलियन डॉलर का बाजार बनने की उम्मीद है, जबकि इंटरनेट खर्च 39 प्रतिशत CAGR से अधिक बढ़ने का अनुमान है। उद्योग के विशाल विकास के शिखर पर, Swift का लक्ष्य भारत की इंटरनेट अर्थव्यवस्था को विकसित करने में मदद करना है।
Edited by Ranjana Tripathi