[फंडिंग अलर्ट] वे स्टार्टअप्स जिन्होने हाल ही में जुटाई तगड़ी फंडिंग
Living Food ने अमासिया से सीरीज ए फंडिंग राउंड में जुटाये 7.5 मिलियन डॉलर
बेंगलुरु स्थित फ्रेश फूड रिटेलर लिविंग फूड ने बीते बुधवार को सिलिकॉन वैली-मुख्यालय वाले सस्टेनेबिलिटी और क्लाइमेट-फोकस्ड वेंचर कैपिटल फंड अमासिया से सीरीज ए फंडिंग राउंड में 7.5 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
एसओएसवी, ब्लूम फाउंडर्स फंड व अन्य बड़े एंजेल निवेशकों सहित ज़ेंडर ग्रुप के सिड योग और नेक्सस वेंचर पार्टनर्स के सह-संस्थापक संदीप सिंघल ने भी इस राउंड में भाग लिया है।
लिविंग फूड ने कहा कि वह 2022 की शुरुआत में मुंबई और देश के अन्य बाजारों में विस्तार करने के लिए इस पूंजी का उपयोग करेगा, साथ ही साथ अपनी टीम का विस्तार के साथ लॉजिस्टिकऔर तकनीकी पेशकशों में सुधार करेगा। इसी के साथ कंपनी नए ब्रांड लॉन्च करने की ओर भी बढ़ेगी।
आकाश साजिथ द्वारा 2018 में स्थापित लिविंग फूड की शुरुआत संस्थापक के बेंगलुरु अपार्टमेंट में एक हाइड्रोपोनिक फार्म के रूप में हुई थी। वर्तमान में, प्लेटफॉर्म 24 श्रेणियों में 700 से अधिक एसकेयू (स्टॉक कीपिंग यूनिट) उपलब्ध हैं, जिसमें मौसमी फल, साग, ताजी ब्रेड, आर्टिसनल चॉकलेट, स्प्रेड, सॉस, कोल्ड-प्रेस्ड ऑयल और अन्य शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म पर बेचे जाने वाले उत्पादों का उपयोग करके क्लाउड किचन भी चलाता है।
अमासिया के प्रबंध निदेशक जॉन किम ने पहले लिविंग फूड में 2020 में सीड राउंड में निवेश किया था।
सोशल मीडिया स्टार्टअप Bolo Live ने प्री-सीरीज़ ए राउंड में जुटाये 2.4 मिलियन डॉलर
सोशल लाइव-स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म बोलो लाइव ने ओरियोस वेंचर पार्टनर्स से प्री-सीरीज ए राउंड में 2.4 मिलियन डॉलर जुटाए हैं। कंपनी ने बीते बुधवार को बताया कि इस राउंड में एसओएसवी, ट्रेमिस कैपिटल, एलपीए वेंचर्स और अन्य एचएनआई ने भाग लिया है।
स्टार्टअप ने जारी प्रेस रिलीज़ कहा कि जुटाए गए धन का इस्तेमाल उत्पाद को और विकसित करने, टीम को मजबूत करने और भारत और दक्षिण एशिया में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए किया जाएगा।
वरुण सक्सेना द्वारा 2019 में लॉन्च किया गया बोलो लाइव एक वर्नैकुलर शॉर्ट वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म है जो कंटेन्ट निर्माताओं को ज्योतिष, जीवन शैली, फिटनेस, गायन, नृत्य, कॉमेडी और इंस्ट्रूमेंट लर्निंग जैसी श्रेणियों में वीडियो बनाने की अनुमति देता है। प्लेटफॉर्म यूएसपी उन भाषाओं से है जिनमें यह कंटेन्ट प्रदान करता है।
ट्रेन यात्रा ऐप Trainman ने भारतपे के सीटीओ, मॉल 91 के सीईओ व अन्य से जुटाई एंजेल फंडिंग
गुरुग्राम स्थित ट्रेनमैन ने कहा कि उसने भारतपे के सीटीओ विजय अग्रवाल, मॉल 91 के सीईओ नितिन गुप्ता, कनोदिया सीमेंट के निदेशक विशाल कनोदिया और अन्य एंजल इन्वेस्टर्स से फंडिंग में एक अज्ञात राशि जुटाई है।
स्टार्टअप ने कहा कि वह ट्रेन यात्रियों के लिए अपने प्लेटफॉर्म को बढ़ाने और अनुकूलित करने के साथ-साथ टियर III और टियर IV बाजारों में अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए इस फंडिंग का उपयोग करेगा।
ट्रेनमैन के सह-संस्थापक करण कुमार ने कहा, "महीने-दर-महीने बढ़ते राजस्व ने पहले ही ट्रेनमैन को उद्योग में स्थापित खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा में डाल दिया है।"
आईआईटी रुड़की के स्नातक करण और उनके सह-संस्थापक विनीत चिरानिया द्वारा स्थापित, ट्रेनमैन आईआरसीटीसी का आधिकारिक ट्रेन बुकिंग पार्टनर है। यह यात्रियों को टिकट बुक करने, सीट की उपलब्धता का पता लगाने, कोच की स्थिति जानने और अन्य चीजों के साथ किराए की गणना करने में मदद करता है।
AI स्टार्टअप Fractal ने टीपीजी से जुटाई 360 मिलियन डॉलर की फंडिंग
AI और एडवांस एनालिटिक्स सोल्यूशंस प्रोवाइडर फ्रैक्टल ने कहा कि टीपीजी अपने एशिया-केंद्रित निवेश मंच के माध्यम से कंपनी में 360 मिलियन डॉलर का निवेश कर रहा है।
फ्रैक्टल के मौजूदा निवेशक एपेक्स इसके बाद भी एक प्रमुख शेयरधारक बने रहेंगे। लेन-देन में बायआउट फर्म की सलाह पर प्राथमिक और द्वितीयक शेयर खरीद का मिश्रण शामिल है।
न्यूयॉर्क मुख्यालय वाले स्टार्टअप के अनुसार टीपीजी के एग्जीक्यूटिव पुनीत भाटिया और विवेक मोहन सौदे के हिस्से के रूप में फ्रैक्टल के बोर्ड में शामिल होंगे और टीपीजी और एपेक्स कंपनी में छोटे शेयरधारक बने रहेंगे।
फ्रैक्टल के सह-संस्थापक और सीईओ प्रणय अग्रवाल ने कहा कि टीपीजी के साथ साझेदारी इसे और अधिक व्यापक रूप से विशेष रूप से भारत के बाहर और साथ ही एआई समाधानों की बढ़ती मांग को पूरा करने में मदद करेगी।
लॉजिस्टिक्स ऑटोमेशन स्टार्टअप Falcon Autotech ने डेल्हिवरी से जुटाया निवेश
फाल्कन ऑटोटेक के अनुसार उसने लॉजिस्टिक्स सर्विसेज प्लेयर डेल्हिवरी से फंडिंग में एक अज्ञात राशि जुटाई है। यह सौदा फाल्कन ऑटोटेक को डिलीवरी के सास प्लेटफॉर्म के साथ अपने हार्डवेयर स्वचालित समाधानों को एकीकृत करने में मदद करेगा। कंपनी भारत के साथ ही अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अपने समाधानों को विकसित करने की कोशिश कर रही है।
इंक्लूसिव एजुकेशन स्टार्टअप Thinkerbell Labs ने शार्क टैंक इंडिया से जुटाया निवेश
दृष्टिबाधित बच्चों को ब्रेल में अपने पाठ्यक्रम को स्वयं सीखने में मदद करने के लिए टेक्नालजी का उपयोग करने वाले बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप थिंकरबेल लैब्स ने लेंसकार्ट के संस्थापक पीयूष बंसल, एमक्योर की कार्यकारी निदेशक नमिता थापर और पीपल ग्रुप के संस्थापक अनुपम मित्तल से 1.05 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई है।
स्टार्टअप की प्रॉपराइटरी डिवाइस एनी छात्रों को ब्रेल सीखने, पढ़ने और टाइप करने में मदद करती है, जिससे उनके लिए परीक्षा लिखना और असाइनमेंट पूरा करना आसान हो जाता है। इसकी स्थापना संस्कृति डावले, अमन श्रीवास्तव, सैफ शेख और दिलीप रमेश ने की है।
Edited by Ranjana Tripathi