लाइफ इंश्योरेंस कंपनियों ने नवंबर 24 में प्रीमियम कलेक्शन में दर्ज की 15.67% की बढ़ोतरी
एजेंटों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी के साथ ही जीवन बीमा कंपनियां तेजी से डिजिटलीकरण कर रही है जिससे बीमा कारोबार में तेजी से विस्तार करने में अतिरिक्त लाभ मिल रहा है. इससे वित्त वर्ष 2025 और उसके बाद नए बिजनेस से मिलने वाले प्रीमियम अच्छी तेजी देखने को मिलेगी.
लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल (जीवन बीमा परिषद्) ने नवंबर 2024 के लिए अपने कारोबारी आंकड़े जारी किए हैं, जो बीमा क्षेत्र में बदलती स्थितियों पर प्रकाश डालते हैं. इस साल अब तक प्रदर्शन मजबूत बना हुआ है. पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में कारोबार में 15.67% की बढ़ोतरी हुई है. यह सकारात्मक रुझान विभिन्न बाजार चुनौतियों के बावजूद जीवन बीमा उद्योग के लचीलेपन और इसमें हो रहे निरंतर विस्तार को दिखाते हैं.
नवंबर 2024 में, वायटीडी (ईयर टिल डेट) कलेक्शन में मजबूत बढ़ोतरी देखने को मिली है जो पिछले साल के ₹2,11,690.65 करोड़ से बढ़कर इस साल ₹2,44,868.20 करोड़ हो गई है. यह इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स की मजबूत मांग का संकेत है क्योंकि उपभोक्ता और कॉर्पोरेट ग्राहक बेहतर सुरक्षा चाहते हैं.
लाइफ इंश्योरेंस काउंसिल द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जीवन बीमा उद्योग में व्यक्तिगत एकल प्रीमियम में सालाना आधार पर 10.44% की वृद्धि देखने को मिली है, जो नवंबर 2024 में ₹3669.44 करोड़ था. जबकि इसमें चालू कैलेंडर ईयर में अब तक 13.7% की ग्रोथ हुई है. व्यक्तिगत नॉन-सिंगल प्रीमियम ₹8,153 करोड़ रहा और नवंबर 2024 में इसमें 6.46% की बढ़त हुई. जबकि इसका वायटीडी कलेक्शन पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 16.63% अधिक रहा. इस मजबूत प्रदर्शन का श्रेय इस बात को दिया जा सकता है कि जीवन बीमा कंपनियां पहली बार जीवन बीमा खरीदारों को आवश्यक जीवन बीमा समाधान खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने पर अधिक ध्यान दे रहे हैं, जिसने नवंबर 2024 में कम्बाइंड व्यक्तिगत प्रीमियम प्रीमियम कलेक्शन में 7.66% की वृद्धि और वायटीडी आधार पर 15.68 फीसदी की बढ़ोतरी में योगदान दिया. ग्रुप पॉलिसी सेगमेंट में, नई पॉलिसी जारी करने की दर में सालाना आधार पर 2.31 फीसदी की वृद्धि हुई है.
भारत में जीवन बीमा उद्योग बीमा तक पहुंच का विस्तार करके तथा देश की आबादी के उन क्षेत्रों और वर्गों तक पहुंचने का प्रयास करके महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है, जो पहले अपनी बीमा जरूरतों के मामले में उपेक्षित थे. इस दिशा में, जीवन बीमा कंपनियों ने 6,54,682 से अधिक व्यक्तिगत जीवन बीमा एजेंट जोड़े हैं, जिससे कुल एजेंट संख्या में 2.63% की बढ़ोतरी हुई है. एजेंटों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी के साथ ही जीवन बीमा कंपनियां तेजी से डिजिटलीकरण कर रही है जिससे बीमा कारोबार में तेजी से विस्तार करने में अतिरिक्त लाभ मिल रहा है. इससे वित्त वर्ष 2025 और उसके बाद नए बिजनेस से मिलने वाले प्रीमियम अच्छी तेजी देखने को मिलेगी.
(feature image: AI generated)