वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में कार्बन मुक्त ड्रोन पेश करेगी गरुड़ एयरोस्पेस
गरुड़ एयरोस्पेस के फाउंडर अग्नीश्वर ने ईएसजी(ESG) और कार्बन न्यूट्रैलिटी पर बात करते हुए कहा कि कंपनी की ड्रोन टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के साथ-साथ दुनिया की बेहतरी के लिए काम करने की भी जिम्मेदारी है. गरुणा एयरोस्पेस अगले 15 महीनों में 25,000 ड्रोन्स बनाकर और एग्रीकल्चर सेक्टर में क्रांति लाएगा.
Dawos में 16 जनवरी से World Economic Forum 2023 शुरू हो चुका है जो 20 जनवरी तक चलने वाला है. इस दौरान इंडिया का सबसे बड़ा और वैल्यूएशएशन वाला ड्रोन स्टार्टअप गरुड़ एयरोस्पेस भी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2023 में हिस्सा लेने पहुंचा है. ये स्टार्टअप इंडियन सस्टेनेबिलिटी लाउंज में पहला कार्बन न्यूट्रल ड्रोन पेश कर रहा है.
गरुड़ एयरोस्पेस के फाउंडर अग्नीश्वर ने इस दौरान ईएसजी(ESG) और कार्बन न्यूट्रैलिटी पर बात करते हुए कहा कि कंपनी की ड्रोन टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के साथ-साथ दुनिया की बेहतरी के लिए काम करने की भी जिम्मेदारी है. गरुड़ एयरोस्पेस अगले 15 महीनों में 25,000 ड्रोन्स बनाकर और एग्रीकल्चर सेक्टर में क्रांति लाने के इरादे से काम कर रहा है.
प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश, पंजाब और गोवा समेत 16 राज्यों में 100 गांवों में 100 किसान ड्रोन्स का मिशन लॉन्च करके एग्रीकल्चर ग्रीन रेवॉल्यूशन 2.0 शुरू किया था. उन्होंने कहा था कि इससे देश में युवाओं के लए रोजगार के मौके बनेंगे. किसान इन हाई कैपेसिटी ड्रोन्स का इस्तेमाल करके फल, सब्जी और फूल को प्रोड्यूस को कम समय में ट्रांसपोर्ट कर सकते हैं.
जयप्रकाश ने कहा, गरुड़ एयरोस्पेस एक डीजीसीए अप्रूव्ड स्टार्टअप है, जो कार्बन न्यूट्रल ड्रोन्स और 1 अरब लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाने के ईएसजी गोल पर काम कर रहा है.
हमें गरुड़ एयरोस्पेस को दावोस 2023 में पेश करके बेहद खुशी हो रही है. मुझे यहां इंडस्ट्री दिग्गजों और ग्लोबल पॉलिटिकल लीडर्स और पॉलिसीमेकर्स के साथ अपना अनुभव साझा करके बेहद खुशी हो रही है.
गरुड़ एयरोस्पेस ने हाल ही में 250 मिलियन डॉलर की वैल्यूएशन पर अपनी 30 मिलियन डॉलर सीरीज़ ए राउंड की शुरुआत की. भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने निवेश किया है और कंपनी के ब्रांड एंबेसडर भी हैं.
गरुड़ एयरोस्पेस में 400 ड्रोन का एक ड्रोन बेड़ा है और 26 विभिन्न शहरों में 500 से अधिक पायलटों की एक अच्छी तरह से प्रशिक्षित टीम है.
स्टार्टअप की शुरुआत साल 2015 में हुई थी.यह स्टार्टअप कम कीमतों वाले ड्रोन तैयार करता है. स्टार्टअप करीब 38 अलग-अलग जरुरतों को पूरा करने के लिए ड्रोन तैयार करता है जैसे — सेनिटाइजेशन, फसल में छिड़काव, मैपिंग, इंडस्ट्रीज, सिक्योरिटी, डिलिवरी और सर्विलांस.
गरुड़ एयरस्पेस डीजीसीए अप्रूव्ड मेड इन इंडिया ड्रोन्स एग्रीकल्चर, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंडस्ट्री 4.0 और डिफइेंस जैसे कई अरबों डॉलर वाले सेक्टर्स को अपनी सेवा दे रहा है. गरुड़ा एयरोस्पेस का ग्रोथ प्लान अब इंडिया का पहला ड्रोन यूनिकॉर्न स्टार्टअप बनने का है.
Edited by Upasana